Politalks.News/Rajasthan. विधानसभा (Rajasthan Assembly) में आज अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान गहलोत सरकार के मंत्रियों द्वारा दिए गए बयान चर्चा का विषय बने हुए हैं. चिकित्सा विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान मंत्री परसादी लाल मीणा (Minister Parsadi Lal Meena) ने डॉक्टर्स के डेप्यूटेशन के मुद्दे पर विधायकों के हाथ जोड़ दिए, साथ ही बोले कि हम तो फकीर हैं भाई, हम मीणाओं का क्या है? चाहे पद पर रहूं या नहीं लेकिन डेप्युटेशन सिस्टम बंद करूंगा‘. इसके साथ ही परसादी ने पूर्व मंत्री रघु शर्मा (Former Minister Raghu Sharma) के कामकाज पर भी सवाल उठा दिए. दूसरी तरफ विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने महाराणा प्रताप से जुड़े स्थानों पर विकास का मुद्दा उठाया तो पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह (Tourism Minister Vishvendra Singh) ने जवाब दिया कि, ‘मैं एक साल से छुट्टी पर था, मेरे पीछे से यह विभाग मुख्यमंत्री के पास था‘. मंत्री जी की साफगोई पर कटारिया सहित पक्ष-विपक्ष के विधायक भी हंसने लगे.
विधायकों के हाथ जोड़कर परसादी बोले- सिफारिश करना करें बंद
स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने विधानसभा में विधायकों के आगे हाथ जोड़े और कहा कि, ‘राजनीतिक अप्रोच से डॉक्टर्स, नर्सिंगकर्मियों के शहरों में ही जमे रहते हैं, ऐसे में दूर-दराज के अस्पतालों में डॉक्टर होते ही नहीं हैं. उनकी सिफारिश करना बंद करें. हालात दयनीय हैं! डॉक्टर, नर्स होते हुए भी कई अस्पताल खाली पड़े हैं, अप्रोच से एक ही जगह जमे बैठे हैं. हम खाली पड़े अस्पतालों में डॉक्टर्स एएनएम को भेजकर ही रहेंगे, हम तो फकीर हैं भाई, हम मीणाओं का क्या है, किसी की परवाह नहीं है. हम चाहते हैं डॉक्टर की जहां ड्यूटी है, वहां काम करें’. स्वास्थ्य मंत्री ने परसादी लाल मीणा ने कहा, ‘मैंने पहले दिन ही आकर तय कर लिया था, मैं इस पद पर रहूं या न रहूं, लेकिन इस डेपुटेशन के सिस्टम को बंद करूंगा’. परसादी ने इशारों-इशारों में पूर्व मंत्री रघुश र्मा की कार्यशैली पर भी सवाल उठा दिए.
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मैं एक साल छुट्टी पर चला गया था- विश्वेन्द्र
दूसरी तरफ बीजेपी विधायक धर्म नारायण जोशी ने महाराणा प्रताप से संबंधित स्थानों के रेनोवेशन और विकास से जुड़ा मूल सवाल लगाया था. इसके जवाब में पर्यटन मंत्री ने बताया कि महाराणा प्रताप से सम्बन्धित स्थलों के विकास और संरक्षण के लिए मेवाड़ कॉम्प्लेक्स फेज-दो के तहत काम हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने सवाल उठाया कि, ‘जो जवाब दिया है, उसके हिसाब से 2018-19 के बाद कोई काम नहीं हुआ है. साल 2019-20 और 20-21 का कॉलम खाली है. इससे आपको लग गया होगा कि विभाग का क्या रवैया है?. अब इसके जवाब में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि, ‘मैं एक साल छुट्टी पर चला गया था, सीएम के पास इस विभाग का चार्ज था. अब वापस आया हूं, इस काम में तेजी लाई जाएगी, आपके आदेश का पालन होगा’. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के जवाब पर सदन में जमकर ठहाके लगे.
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आपको बता दें, 2020 में कांग्रेस की सियासी कलह के दौरान पायलट खेमे की बगावत के समय 14 जुलाई 2021 को विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से हटाया गया था. साथ ही सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद से बर्खास्त किया गया था, इन दौरान 35 दिन की बाड़ेबंदी खींचतान के बाद सुलह हुई थी. बता दें, हाल ही में नवंबर 2021 में विश्वेंद्र सिंह को वापस पर्यटन मंत्री बनाया गया. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने उसी का जिक्र किया है. हालांकि इन दिनों विश्वेन्द्र सिंह का झुकाव गहलोत कैंप की तरफ है.