Politalks.News/WestBengalElection. बीती 7 मार्च यानी रविवार को कोलकाता का ब्रिगेड ग्राउंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल की जनता को संबोधित करते हुए कहा था, ‘अभी दीदी की स्कूटी लड़खड़ाई है, उनकी स्कूटी ने नंदीग्राम में गिरना तय किया है तो मैं क्या कर सकता हूं?’ हालांकि पीएम मोदी ने मैदान में मौजूद लाखों की संख्या में लोगों से इस बात को मजाकिया लहजे में ही कहा था, लेकिन तीन दिन बाद ही ममता पर प्रधानमंत्री की ‘व्यंगात्मक टिप्पणी’ लगभग सही साबित हो गई. बता दें कि कुछ दिन पहले महंगाई को लेकर ममता बनर्जी स्कूटी से विधानसभा पहुंची थी. वो शाम को ई-स्कूटी चलाकर विरोध जताती भी दिखीं थी. ई-स्कूटी चलाने के दौरान सीएम ममता बनर्जी का बैलेंस भी बिगड़ा था. इसी पर पीएम मोदी ने ब्रिगेड मैदान की रैली में तंज कसा था.
अब नंदीग्राम में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगी चोट के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल के नंदीग्राम में अपने नामांकन दाखिल करने के बाद जनसंपर्क पर जाती हुई ‘कथित’ तौर पर हमले की शिकार हो गईं. इसके बाद दीदी ने इसका पूरा आरोप भारतीय जनता पार्टी के ऊपर लगा दिया है. नंदीग्राम से ममता को कोलकाता के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया है. पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की सियासी चालों में फंसती जा रहीं टीएमसी चीफ ममता बनर्जी को अब सही मायने में भाजपा को घेरने का मौका मिल गया है.
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बंगाल चुनाव के दौरान ममता बनर्जी को जो दर्द मिला है, टीएमसी उस दर्द की सहानुभूति के रास्ते बीजेपी को सियासी पटखनी देने की तैयारी कर चुकी है. इसकी बुनियाद तभी पड़ गई थी जब कराहती आवाज में ममता बनर्जी मीडिया से मुखातिब हुई थीं. ममता का ये दर्द कहीं बीजेपी के लिए ‘सियासी सिरदर्द‘ न बन जाए, इसलिए भारतीय जनता पार्टी की पूरी फौज मैदान में उतर आई और इसे ममता का ‘पॉलिटिकल ड्रामा‘ बताने में जुटी हुई है. कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती ममता बनर्जी के एक पैर में चढ़े प्लास्टर का फोटो उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने सोशल मीडिया पर शेयर कर बंगाल की जनता में विधानसभा चुनाव के दौरान एक लहर बनाने की कोशिश की है.
गुरुवार को दोपहर बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो जारी किया गया जिसमें ममता बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है. यही नहीं ममता ने कहा कि चोट लगने के बाद भी उनका काम बाधित नहीं होगा और वह पैर में चोट लगने की वजह से व्हीलचेयर पर बैठकर प्रचार करेंगी. ममता ने कहा कि अभी मुझे कुछ दिनों तक व्हीलचेयर पर रहना होगा, इसके बाद भी मैं चुनाव में बाधा नहीं आने दूंगी और व्हीलचेयर पर ही प्रचार करूंगी. सीएम बनर्जी ने वीडियो में कहा, ”मुझे अपने अगले दो से तीन दिनों में जमीन पर वापस लौटने की उम्मीद है. चोट फिर भी बरकरार रह सकती है, लेकिन मैं मैनेज कर लूंगी और एक भी मीटिंग ड्रॉप नहीं करूंगी, हो सकता है कि कुछ दिनों के लिए मुझे व्हीलचेयर की मदद लेनी पड़े, मैं आपका सपोर्ट चाहती हूं.”
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वहीं इससे पहले गुरुवार सुबह ही ममता के भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने सियासी माहौल बनाते हुए घायल सीएम बनर्जी की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी तैयार रहो रविवार, दो मई को बंगाल के लोगों की ताकत को देखने के लिए‘. (मालूम हो कि नंदीग्राम सीट के लिए 1 अप्रैल को चुनाव होंगे और 2 मई को पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के चुनाव परिणाम घोषित किए जाने हैं) इससे पहले बंगाल सरकार में मंत्री पार्था चटर्जी ने घटना के लिए चुनाव आयोग को ही जिम्मेदार ठहरा दिया. साथ ही एलान किया कि टीएमसी के सभी नेता आयोग के सामने इस मामले को उठाएंगे. दीदी को चोट लगने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है जिसका असर राजधानी दिल्ली तक सुनाई दे रहा है. बता दें कि ममता बनर्जी ने कल शाम ही कहा था कि नंदीग्राम में कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया था, जिसके चलते उन्हें चोट लगी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चोट लगने के बाद भाजपा हुई एक्स्ट्रा एक्टिव
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घायल होने के बाद बंगाल में उनके समर्थक और पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर आकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. दीदी जिस अस्पताल में भर्ती हैं वहां बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद हैं. इन सब तस्वीरों को देखकर बेचैन हुई भाजपा भी एक्टिव मूड में है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ममता बनर्जी की चोट को पूरी तरह ‘सियासी ड्रामा‘ करार दिया है. भाजपा नेताओं को यह भी डर है कि बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान कहीं ऐसा न हो ममता वोटर्स में अपनी पार्टी के लिए लहर पैदा कर दे, इसलिए बंगाल से लेकर दिल्ली तक भाजपा के नेता ममता बनर्जी के आरोप का प्रत्यारोप देने में जुटे हुए हैं.
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टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के हादसे में घायल होने के बाद सबसे बड़ी बात यह रही कि कांग्रेस ने भी भाजपा की सुर में सुर मिलाए हैं. पश्चिम बंगाल में इस घटना के बाद एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की ओर से इसे इस घटना को ममता का नाटक करार दिया जा रहा है तो टीएमसी इसे ममता के खिलाफ साजिश बता रही है.
बता दें कि बुधवार शाम को नंदीग्राम में पैर में चोट लगने के बाद मुख्यमंत्री ममता ने आरोप लगाया कि जान बूझकर उनके पैर को कुचलने की कोशिश की गई. ममता ने कहा कि ‘नंदीग्राम में मुझ पर हमला किया गया है, मेरे पैर को गाड़ी से कुचलने की कोशिश की गई है. बीजेपी नेता और पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह सब कुछ ममता की सहानुभूति पाने की कोशिश है क्योंकि उनकी बंगाल से जमीन खिसक गई है इसलिए वह नाटक कर रही हैं. वहीं पश्चिम बंगाल के बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी पर किसने हमला किया. अगर उन्हें वास्तव में धक्का दिया गया या हमला किया गया तो पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार क्यों नहीं किया.
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वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी इसे ममता का नाटक करार देते हुए कहा कि ममता को ऐसे सियासी ड्रामा करने की आदत है. चौधरी ने कहा कि ममता एक नेता ही नहीं हैं बल्कि वह मुख्यमंत्री भी हैं, लेकिन ताज्जुब की बात है कि जब उन पर हमला होता है तो उस समय कोई पुलिस वाला वहां मौजूद नहीं रहता है? हालांकि ममता पर हमला किन लोगों ने किया अभी यह साफ नहीं हो सका है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई हैै. दूसरी ओर ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि 3-4 लोगों ने उन पर हमला किया. ये लोग कौन हैं, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है.