….जो इधर दिखता रहे और उधर का हो जाए- बीजेपी ने राजभर पर कसा ये तंज तो शुरू हुईं सियासी चर्चाएं

उत्तरप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र पर चर्चा के दौरान शनिवार को जमकर हुई शेरो शायरी, बीजेपी नेता की शायरी पर सियासी गलियारों में होने लगी चर्चा तो बोले सपा विधायक- 'उन्हें जिद है जहां बिजलियां गिराने की, वहां हमें भी जिद है आशियां बनाने की’, वहीं बीजेपी विधायक ने की सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ

यूपी विधानसभा के गजब नज़ारे
यूपी विधानसभा के गजब नज़ारे

Politalks.News/UttarPradesh/ उत्तरप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जारी है. बजट पर चल रही चर्चा में सत्ता पक्ष ने जहां सरकार के पिछले 5 सालों के कामों का बखान किया तो वहीं विपक्षी दलों के सदस्यों ने बजट में कमियों पर हमला बोलते हुए योगी सरकार को घेरा. इसी बीच शनिवार को कभी योगी सरकार में मंत्री रहे और अब विपक्ष खेमे में बैठे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर जमकर कटाक्ष किए. ओम प्रकाश राजभर ने सदन में योगी सरकार के राज में गौशालाओं का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘आज प्रदेश में गौशालाओं की क्या हालत है ये हम सभी जानते हैं. गायों की कोई देख रेख नहीं हो रही है और देखभाल के अभाव में गायों की स्थिति कमजोर हो गई और वह डुगडुग कर चलने लग गई है.’ राजभर के इस डुगडुग वाले बयान पर सदन में बैठे कई सदस्यों ने चुटकी भी ली.

शनिवार को उत्तरप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के द्वारा एक दूसरे पर जमकर तंज कसे गए. सदन में जुमला, कविता और शेरो शायरी के चलते खूब ठहाके भी लगे. सदन में सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर आज चर्चा का केंद्र बने रहे. राजभर ने ने सदन में अपनी बातों की शुरूआत ‘गर्मी के मौसम में ओला पड़ने लगा है, जिनका पेट भरा है वह बेवजह लड़ने लगा है’ से शुरू की और जातीय जनगणना की मांग, खरवार गोंड का एससी का प्रमाण पत्र फिर शुरू कराने, बिजली के खराब मीटर लगे होने और मोबाइल व टैबलेट वितरण के लिए मानक तय करने जैसे मुद्दे उठाते हुए उन्होंने गोशालाओं की खराब हालत पर भी चर्चा की. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि, ‘आज की महंगाई में एक आम आदमी को तीस रुपये में भोजन पड़ता नहीं तो गायों को तीस रुपये में कैसे चारा मिलेगा. आज गायों की स्थिति बहुत ख़राब है और वह डुगडुग (हिलकर) कर चलती हैं.’

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ओमप्रकाश राजभर के इस बयान पर सदन में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने ओम प्रकाश राजभर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, ‘जमाने में जीने का हक उन्हीं को है जो इधर दिखता रहे और उधर का हो जाए.’ संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के इस बयान के बाद से सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो चुकी है कि सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अब कभी भी सपा के साथ गठबंधन तोड़ सकते हैं. हाल ही में कुछ दिन पहले ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी के नेताओं से एक बंद कमरे में काफी लंबे समय तक मुलाकात की थी. अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव पहले ही भतीजे को आंख दिखने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे तो वहीं हाल ही में जेल से रिहा हुए आजम खान और अखिलेश के रिश्तों में खटास देखि जा सकती है. ऐसे में अगर ओमप्रकाश राजभर भी अखिलेश का साथ छोड़ देते हैं तो उनकी हालत बहुत ख़राब हो जाएगी.

वहीं भाजपा विधायक अनुपमा जयसवाल ने इसी डुगडुग शब्द की चर्चा कर विपक्ष को आईना दिखाया और कहा कि, ‘आज विपक्ष खुद डुगडुग कर चल रहा है और विपक्ष से धुकुर-धुकुर की आवाज आ रही है.’ इस दौरान भाजपा विधायक ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘नेता प्रतिपक्ष एवं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मुझे बेहद पसंद हैं. आप मेरे फेवरेट हैं लेकिन आप उधर हैं और हम इधर हैं.’ भाजपा विधायक जायसवाल ने अपने 12 मिनट के संबोधन में कविताओं, शेरो शायरी की झड़ी लगा दी.

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अनुपमा जयसवाल ने कहा कि, ‘ताउम्र बस एक ही सबक याद रखिए, सियासत और इबादत में नीयत साफ रखिए.’ सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने अपनी शुरूआत में संबोधन की शुरुआत में कहा कि, ‘हम अपनी जो हालत बताने लगेंगे, पत्थर दिल भी आंसु बहाने लगेंगे.’ सपा विधायक ने यूपी में बन रहे एयरपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘उत्तरप्रदेश में पांच एयरपोर्ट इसलिए बन रहे हैं ताकि इन्हें भी अडानी को दे दिया जाए क्योंकि लखनऊ एयरपोर्ट पहले ही दिया जा चुका है.’ अपने संबोधन के आखिर में सपा विधायक ने कहा कि, ‘उन्हें जिद है जहां बिजलियां गिराने की, वहां हमें भी जिद है आशियां बनाने की’. वहीं सपा विधायक इंद्रजीत सरोज ने मुलायम अखिलेश को रामभक्त बताते हुए कहा कि, ‘इन लोगों ने श्रीराम से जुड़े चित्रकूट में कई विकास काम कराए जबकि भाजपा सरकार राम वन गमन मार्ग का काम पांच साल में नहीं करा पाई.’

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