पाली जा रहे भीम आर्मी चीफ और जयंत को पुलिस ने रोका तो आजाद ने गहलोत सरकार पर बोला हमला

वाह ! अशोक गहलोत जी वाह ! उदयपुर एयरपोर्ट पर हमें रोकने के लिये जितनी पुलिस लगाई है उतनी अगर सामंतवाद खत्म करने में लगाई होती तो मूंछ रखने के कारण किसी जितेंद्र मेघवाल की हत्या ना होती- चंद्रशेखर आजाद

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Politalks.News/Rajasthan. हाल ही में राजस्थान के पाली जिले में हुए जितेन्द्र मेघवाल हत्याकांड को लेकर प्रदेश के साथ-साथ पड़ौसी राज्य यूपी तक कि सियासत गरमा गई है. जितेन्द्र मेघवाल हत्याकांड (Jitendra Meghwal Murder Case) में न्याय की मांग को लेकर पाली जा रह भीम आर्मी (Bhim Army) चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandershekhar Azad) और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी (RLD Chief Jayant Chaudhary) को पुलिस ने डबोक एयरपोर्ट पर रोका लिया. इस तरह रोके जाने के विरोध में चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमला बोला और मेघवाल हत्याकांड को लेकर सवाल किया.

https://twitter.com/BhimArmyChief/status/1510492410270216194?s=20&t=RpHtW_RWWB9SBqTnYVmAuA

दरअसल, पाली में हुए जितेंद्र मेघवाल हत्याकांड की न्याय की मांग को लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी पाली जा रहे थे. दोनों के पाली जाने की सूचना जैसे ही शासन- प्रशासन को मिली, आनन-फानन में पुलिस के अधिकारी एयरपोर्ट पहुंचे और दोनों नेताओं को पाली जाने से रोक दिया. दोनों को रोके जाने की सूचना जैसे ही सोशल मीडिया के जरिए समर्थकों को पता चली बड़ी संख्या में दोनों के समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता एयरपोर्ट पहुंच गए. इस दौरान वहां जमकर नारेबाजी की गई. बता दें, पुलिस ने दोनों नेताओं को सुबह 9 बजे से रोक कर बैठा रखा है.

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इसी बीच खुद को पाली जाने से रोके जाने के नाराज भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली. आजाद ने रोके जाने को तानाशाही रवैया बताते हुए लिखा कि, ‘वाह ! अशोक गहलोत जी वाह ! उदयपुर एयरपोर्ट पर हमें रोकने के लिये जितनी पुलिस लगाई है उतनी अगर सामंतवाद खत्म करने में लगाई होती तो मूंछ रखने के कारण किसी जितेंद्र मेघवाल की हत्या ना होती. कितनी भी तानाशाही दिखा लो मांगे पूरी हुए बिना हम यहां से हिलने वाले नहीं.’

आपको बता दें, बीती 15 मार्च को जितेंद्र मेघवाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. पुलिस के अनुसार आपसी रंजिश के चलते जितेंद्र की हत्या की गई. जितेंद्र चिकित्सा विभाग में कोविड सहायक के पद पर कार्यरत था. 15 तारीख को वह ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था, इसी बीच हमलावरों ने पीछे से जितेन्द्र पर वार किया. जिसमें वह घायल होकर गिर गया. उसके नीचे गिरने के बाद भी हमलावरों ने चाकू से कई जगहों पर वार किया. चाकू से कई वार होने के चलते जितेंद्र बुरी तरह घायल हो गया. सूचना पर आई पुलिस ने जितेंद्र को अस्पताल में भर्ती करवाया. हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका.

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इस संबंध में राज्य सरकार आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा और जिला कलेक्टर नमित मेहता द्वारा क्षेत्र का दौरा कर पीड़ित परिवार को विशेष आर्थिक सहायता प्रदान करवाए जाने के लिए मांग की गई थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख राशि स्वीकृति जारी कर पीड़ित परिवार को चेक सौंप दिया है.

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