Politlaks.News/Rajasthan/Gehlot. ‘…प्रदेश में बहुत सारी अफवाहें चल रही है कि अब मुख्यमंत्री बदलेगा, ये होने वाला है, अब ये बनेगा, अरे भाई जब मुख्यमंत्री बदलेगा तो किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगेगी. जब सोनिया गांधी ने मुझे पहली बार मुख्यमंत्री बनने का चांस दिया था 1998 में तभी से मेरा इस्तीफा उनके पास रखा है’, ये कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का. शनिवार को जयपुर में आयोजित राजस्व सेवा परिषद के सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने एक बार फिर बड़ी भारी सियासी बयानबाजी कर सबको चौंका दिया. यही नहीं इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता भी जताई, तो साथ ही साथ बीजेपी और RSS की भी जमकर चुटकी ली. वहीं तीन दिन में लगातार दूसरी बार सीएम गहलोत ने 2020 के सियासी संकट की बात दोहराई और कहा कि, ‘हमें 34 दिनों तक होटलों में रुकना पड़ा वो बिलकुल ही नया अनुभव था और सरकार बच गई.’
दरअसल, गुरूवार को दिल्ली में 10 जनपथ पर हुई पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद राजस्थान के सियासी गलियारों में ये चर्चा जोरों से होने लगी कि पायलट को राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है. कुछ मीडिया हाउस ने तो यहां तक कह दिया की सचिन पायलट जल्द ही राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं. अब सियासी गलियारों में चल रही इन चर्चाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को बड़ा बयान दिया और कहा कि, ‘दो-तीन दिन से अफवाह सुन रहा हूं. फलां यह हो गया, वो हो गया. बार-बार यह आना नहीं चाहिए कि मुख्यमंत्री बदल रहा है. क्या हो रहा है? जब मुख्यमंत्री बदलना होगा तो किसी को कानों कान भनक नहीं लगेगी.’
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जयपुर में आयोजित राजस्व सेवा परिषद के सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मैं वह व्यक्ति हूं, जब 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बना, सोनिया गांधी ने मुझे तीन बार चीफ मिनिस्टर बनने का चांस दिया तो मैंने उस वक्त से उन्हें अधिकृत कर रखा है. मेरा इस्तीफा तो परमानेंट ही सोनिया गांधी के पास में रखा है. अफवाह चलती रहती है ऐसे में उनकी तरफ आपको ध्यान नहीं देना है. अफवाह से बिना मतलब लोग कंफ्यूज हो जाते हैं. गवर्नेंस में फर्क पड़ जाता है. मैं यह बात क्यों कर रहा हूं? सरकार अनस्टेबल रहती है कि क्या हो रहा कांग्रेस के अंदर.’
वहीं देश भर में कांग्रेस की स्थिति को लेकर भी सीएम गहलोत ने चिंता जताई और कहा कि, ‘आज आप देख रहे हो कांग्रेस की क्या स्थिति हो रही है पुरे देश में वो हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए. आज जो RSS का आदमी है और बीजेपी के नेता हैं नितिन गडकरी की तरह के आम आदमी जो हैं जिन्होंने कभी कांग्रेस को वोट नहीं दिया वो भी चाहता है कि कांग्रेस मजबूत रहे. हम सबको फिलहाल देशहित में सोचना चाहिए. मैं मोदी जी को बार-बार कहता हूं कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात कहने वाले खुद एक दिन मुक्त हो जाएंगे. कांग्रेस सत्ता में भले न हो, लेकिन आज भी गांव-गांव में उसका वजूद है.’
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वहीं पिछले तीन में लगातार दूसरी बार आज फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2020 में प्रदेश में आए सियासी को याद किया. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हमें 34 दिनों तक होटलों में रुकना पड़ा वो बिलकुल ही नया अनुभव था और सरकार बच गई.’ वहीं अपने संबोधन के दौरान बज रही तालियों को लेकर भी सीएम गहलोत ने चुटकी ली. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘यहां RSS के भी लोग बैठे होंगे, फिर भी इतनी जोर से तालियां बजी मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है. यहां सभी विचारधारा के कर्मचारी होंगे और होने भी चाहिए क्योंकि यही लोकतंत्र है.’ इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर लाइट्स थोड़ी कम-ज्यादा होने लगीं तो इस पर सीएम गहलोत ने चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘पता नहीं RSS का नाम लेते ही लाइट को भी क्या हो गया? फिर बिजली गुल हुई.’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि, ‘हम सबको मिलकर राजस्थान को और भी मजबूत बनाना है और रही बात राजनीतिक मजबूती की तो वो मैं वैसे ही मजबूत हूं. मजबूत हूँ तभी तो तीन बार मुख्यमंत्री बन गया. मैं बचपन से ही 36 कौम को साथ लेकर चलने वाले संस्कार लेकर चला हूं. इसलिए जनता ने तीसरी बार CM बनने का मौका दिया है. मेरी जाति का एक ही MLA है और जानते हैं वह कौन हैं, वह मैं खुद हूं.’ सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘कुछ लोग मुझे कहते भी हैं कि आप CM नहीं लगते, कई लोग तामझाम रखते हैं, 2 बॉडीगार्ड रखते हैं लेकिन मैं तो सिंपल ही रहना चाहता हूं.’