Politalks.News/Rajasthan/Raje. 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से सवा साल पहले भाजपा ने हर मोर्चे पर खुद को मजबूत करना शुरू कर दिया है. इसी सिलसिले में भाजपा के चाणक्य माने जाने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीजेपी ओबीसी मोर्चे की बैठक में भाग लेने आज जोधपुर पहुंचे. बैठक के बाद रावण का चबूतरा मैदान में आयोजित हुए कार्यकर्ता सम्मेलन भाजपा के सभी दिग्गजों ने सम्बोधित किया. सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने जहां कार्यकर्ताओं को रावण रूपी गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प दिलाया तो वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह भी चेताया कि 2023 में घर बैठे प्रचण्ड बहुमत से सरकार बन जाएगी, इसके लिए बाहर निकल कर ‘पब्लिक कॉन्फ़्रेन्स’ भी करनी होगी, तभी हम सफल होंगे. सबसे खास बात सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जहां अमित शाह ने वसुंधरा राजे के कार्यकाल की जमकर तारीफ की तो वहीं केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मैडम राजे को ‘हम सबकी नेता कहकर सम्बोधित किया’, जिसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि 2003 में ऐतिहासिक जनमत के साथ भाजपा की सरकार बनी और उन्हें प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. तब से लेकर अब तक राजस्थान में एक बार भी कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. इस दौरान मैडम राजे ने पीएम नरेंद्र मोदी के 8 वर्षों में श्रेष्ठ भारत बनाने के प्रयासों की तारीफ़ करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक, धारा 370 व राम मंदिर निर्माण जैसे अभूतपूर्व निर्णयों से देश को सुदृढ़ बनाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया.
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यही नहीं पूर्व सीएम मैडम राजे ने सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को खरी खरी बोलते हुए यह भी कहा कि 2023 में घर बैठे प्रचण्ड बहुमत से सरकार बन जाएगी, इस खुशफहमी में न रहकर हमें एकमुखी होना होगा. ‘प्रेस कॉन्फ़्रेन्स’ से बाहर निकल कर ‘पब्लिक कॉन्फ़्रेन्स’ भी करनी होगी, हम तभी सफल होंगे. इस दौरान गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जबरदस्त हमला बोलते हुए मैडम राजे ने कहा कि रावण का चबूतरा मैदान में कार्यकर्ता संकल्प लें कि इस रावण रूपी गहलोत सरकार को उखाड़ेंगे. क्योंकि बिना पैसों के गहलोत राज में कुछ नहीं होता. महिला और दलित अत्याचारों में प्रदेश पहले नम्बर पर है.
गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए पूर्व सीएम मैडम राजे ने अपने कार्यकाल की सफल विकास योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि 3 प्रतिशत बेरोज़गारों को भी बेरोज़गारी भत्ता नहीं मिला, बिजली नहीं है, क़र्ज़ बढ़ कर 4,72000 करोड़ हो गया, किसानों की क़र्ज़ माफ़ी नहीं हुई, लोकतंत्र सेनानी पेंशन, जल स्वावलम्बन अभियान, भामाशाह, गौरव पथ जैसी हमारी योजनाओं को बंद कर दिया गया. भामाशाह स्वास्थ्य बीमा का नाम बदल कर चिरंजीवी व अन्नपूर्णा का नाम बदल कर इंदिरा रसोई कर दिया. मैडम राजे ने कहा कि इंतजार कीजिए अब जनता ऐसी सरकार को बदल देगी. अपने भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पूर्व उपराष्ट्रपति स्व.भैरों सिंह शेखावत, पूर्व रक्षा मंत्री स्व.जसवंत सिंह जसोल, पूर्व सांसद स्व.गुमान मल लोढ़ा, स्व.तन सिंह, पूर्व मंत्री स्व.गंगा राम चौधरी व विधान सभा के पूर्व उपाध्यक्ष स्व.राम नारायण विश्नोई को याद किया.
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इसके अलावा कार्यकर्ता सम्मेलन में जहां खुद अमित शाह ने वसुंधरा राजे के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए उनके समय की कई योजनाओं की जमकर तारीफ की तो वहीं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वसुंधरा राजे को लेकर जो बयान दिया उसकी सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है. गजेंद्र सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत में अमित शाह, सतीश पूनिया और अरुण सिंह के समेत तमाम नेताओं का स्वागत अभिनंदन के दौरान मैडम वसुंधरा राजे के स्वागत में कहा कि मंच पर विराजमान राजस्थान का दो बार मुख्यमंत्री के रुप में राजस्थान का नेतृत्व करने वाली, हम सबकी नेता वसुंधरा राजे का स्वागत करता हूं. गजेंद्र सिंह शेखावत ने जैसे ही वसुंधरा राजे का जिक्र किया. जनसभा में मौजूद वसुंधरा समर्थकों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 2018 तक राजस्थान पूरे देश में बेहतर काम कर रहा था. लेकिन एक छलावे, एक धोखे की वजह से केवल आधा प्रतिशत के अंतर से कांग्रेस चुनावों में जीतने में कामयाब रही.