जब बकरे काटे जाते हैं तब कोई क्यों नहीं कुछ बोलता- पटाखों पर लगा प्रतिबंध तो भड़की प्रज्ञा ठाकुर

31 दिसंबर को इतना हु हल्ला होता, इतनी शराब बिकती है, पटाखे फूटते हैं, उस पर कोई नहीं बोलता है, लेकिन जब दीपावली आती है, गणेशोत्सव आता है, नवरात्रि आती है, श्रावण आता है तो किया जाता है कटाक्ष, हमारी संस्कृति में जीने का, त्यौहार मनाने का सबको है अधिकार, राहुल यदि भारत में रह रहे हैं तो उनमें भी है राम- साध्वी प्रज्ञा ठाकुर

प्रज्ञा ठाकुर का बड़ा बयान
प्रज्ञा ठाकुर का बड़ा बयान

Politalks.News/MadhyaPradesh. दीवाली का त्यौहार हो और पटाखे नहीं फूटें ऐसा अब नहीं होता था, लेकिन पिछले कुछ सालों से कुछ राज्य सरकारों ने प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर बैन लगाना शुरू किया है. इस बार भी दिवाली से पहले देश की कई राज्य सरकारों ने पटाखों पर बैन लगा दिया है तो कुछ सरकारों ने पटाखों को फोड़ने के लिए पहले ही मानदंड निर्धारित कर दिए हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी पटाखों पर बैन लगा दिया गया है तो वहीं राजस्थान में पिछली वर्ष की भांति इस बार भी 2 घंटे ही आतिशबाजी की इजाजत दी गई है. हालांकि राज्य सरकारों ने सांस संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए नागरिकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसे नियंत्रित करने की योजना बनाई है. लेकिन इस पर अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा कि, ‘हमेशा एक प्रोपेगेंडा बनाया जाता है लेकिन जब अन्य त्योहार होते हैं, जैसे बकरे काटे जाते हैं या उनकी खाल और हड्डियों को सड़ने के लिए वातावरण में फेंक दिया जाता है, उस पर कोई नहीं बोलता.’ इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा.

शुक्रवार को भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने दिवाली के त्योंहार पर कई राज्य सरकार द्वारा पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर बड़ा बयान दिया. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, ‘कुछ लोगों के द्वारा हिंदू त्योहारों पर एक प्रोपेगेंडा बनाया जाता है, जब अन्य त्योहार होते हैं जैसे बकरे काटे जाते हैं, खाल और हड्डियों को सड़ने के लिए वातावरण में फेंका जाता है उस पर कोई रोक नहीं लगाई जाती है, लेकिन हमारे हिंदू त्योहार दीपावली पर पटाखे फोड़ने पर ही क्यों प्रतिबंध लगाया जाता है.’ साध्वी प्रज्ञा यही नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा कि, ’31 दिसंबर को इतना हु हल्ला होता, इतनी शराब बिकती है, पटाखे फूटते हैं, उस पर कोई नहीं बोलता है, लेकिन जब दीपावली आती है, गणेशोत्सव आता है, नवरात्रि आती है, श्रावण आता है तो इन त्योहारों पर कटाक्ष क्यों किया जाता है. क्यों लोगों को पीड़ा होती है. हमारी संस्कृति में जीने का त्यौहार मनाने का सबको अधिकार है.’

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इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं द्वारा राहुल गांधी की भगवान राम से तुलना करने पर भी साध्वी प्रज्ञा की प्रतिक्रिया सामने आई. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, ‘कांग्रेस के लिए तो राम थे ही नहीं उन्होंने तो उन्हें काल्पनिक बता दिया था. लेकिन अब अचानक से कांग्रेस को राहुल में राम दिखने लगे. मेरा मानना है कि हर व्यक्ति में राम हैं. राहुल यदि भारत में रह रहे हैं तो राहुल में भी राम हैं.’ वहीं दिल्ली की आप सरकार द्वारा पटाखों पर लगाए गए बैन को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, ‘जब भी दिवाली का त्यौहार या कोई हिंदू त्यौहार आता है तो दिल्ली में सबसे पहले बैन लगाया जाता है. ऐसे में मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहती हूँ कि क्या आपको हिंदू वोट नहीं देते हैं क्या?’

वहीं मध्यप्रदेश की सियासत में अकेले 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान करने वाली जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) एवं कांग्रेस पर साध्वी प्रज्ञा ने जमकर निशाना साधा. पत्रकारों से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, ‘कांग्रेस ने हमेशा विघटन का काम किया है और जयस संगठन ने भी कभी भी आदिवासियों के हित के लिए कोई काम नहीं किया है. देखा जाए तो जयस घातक संगठन है. कांग्रेस फिर भी उनका साथ लेती रही है. अब ये सब ओपन हो रहा है. जब जयस के लोगों को कांग्रेस का खेल समझ आ गया, तो उन्होंने अपना फैसला ले लिया होगा.’

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बता दें कि जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन ने मिशन युवा नेतृत्व 2023 जयस महापंचायत की. धार के कुक्षी में आयोजित महापंचायत में संगठन ने 80 सीटों पर चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे कांग्रेस और बीजेपी का खेल बिगड़ सकता है. जयस संगठन ने विधानसभा चुनाव के अलावा लोकसभा चुनाव में भी अपनी दावेदारी करने का भी ऐलान किया है.

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