Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) का घमासान तेज हो चला है. यूपी में तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है. आने वाले तीसरे चरण में सबसे बड़ा और दिलचस्प मुकाबला मैनपुरी की करहल सीट पर हो रहा है. इस सीट पर जहां एक तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) हैं, तो दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) उनके सामने चुनाव लड़ रहे हैं. मुकाबले की गंभीरता आप इस बात से समझिए की गुरुवार को करहल में बघेल के लिए गृह मंत्री अमित शाह तो अखिलेश यादव के लिए मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) प्रचार करने पहुंचे. इस बीच ‘नेताजी’ को लेकर भाजपा के प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि, ‘जैसे द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और भीष्म पितामह कौरवों के साथ थे, लेकिन उनका आशीर्वाद अर्जुन के साथ था, वैसे ही नेताजी का आशीर्वाद मेरे साथ है’. सियासी गलियारों में चर्चा है कि बघेल ने चुनाव में महाभारत वाला दांव खेल सभी को चौंका दिया है. वहीं भाजपा के रणनीतिकार यूपी के करहल में अखिलेश को घेरने के लिए पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम वाला चक्रव्यूह (BJP created Nandigram Chakravyuh!) रचा है.
मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद ‘अर्जुन’ के साथ- बघेल
करहल का सियासी घमासान परवान पर है. बेटे अखिलेश के लिए प्रचार में करने मुलायम सिंह यादव के आने पर केंद्रीय मंत्री बघेल ने कहा कि, ‘गुरु शिष्य की परंपरा बहुत पुरानी है. द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और भीष्म पितामह कौरवों के साथ थे, लेकिन जीत का आशीर्वाद अर्जुन के साथ था. इसके साथ कहा कि नेताजी बीमार हैं और उनसे भी प्रचार कराया जा रहा है. माना जाए कैप्टन हार रहा है, इसलिए पूर्व कप्तान मैदान में लाये जा रहे हैं जिनको जबरदस्ती कप्तानी से हटाया गया था. गढ़ ढहेगा जैसे कन्नौज, फिरोजाबाद ढहा था’.
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‘सपा परिवार की तीन पीढ़ियां कर रही है प्रचार, समझिए क्या है स्थिति’
केंद्रीय मंत्री और करहल से भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने कहा कि, ‘अखिलेश यादव ने कहा था अब करहल नहीं आएंगे, लेकिन आज दूसरी बार करहल में प्रचार करने आ गए. सपा परिवार की तीन पीढ़ियां प्रचार कर रही हैं. आप समझ सकते हैं क्या हालत हैं’. पिछले दिनों अपने काफिले पर हुए हमले पर बघेल ने कहा कि, ‘सपा जानबूझकर कर अपनी हार देखकर हमले करा रही है. वीडियो सबके सामने हैं, सच सबके सामने है. उमाकांत यादव और बिट्टू ये कोई भाजपा नेता नहीं है. सपा में बौखलाहट है, इसलिए उनके कार्यकर्ता भी परेशान हैं’.
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करहल में ‘नंदीग्राम चक्रव्यूह’ भाजपा की रणनीति
दूसरी तरफ भाजपा रणनीतिकार करहल में नंदीग्राम दोहराने की तैयारी में जी-जान से जुटे हैं. आपको याद दिला दें कि, नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी ने सीएम ममता बनर्जी को हराया था, ममता बनर्जी की पार्टी पूरे बंगाल में तो शानदार तरीके से जीत हासिल करने में कामयाब हुई. लेकिन नंदीग्राम में ही ममता बनर्जी को हार का सामना करना पड़ गया था. करहल में भी ठीक इसी तरह अखिलेश यादव को घेरने के लिए बीजेपी ने चक्रव्यूह रचा है. भाजपा ने अपने मजबूत उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को अखिलेश के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है. करहल यादव परिवार का गढ़ माना जाता है. ऐसे में भाजपा ने करहल में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा करहल में उसी रणनीति के साथ काम कर रही है जिस रणनीति के तहत 2021 के बंगाल चुनाव में नंदीग्राम में काम किया गया था. करहल में आज भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार करने पहुंचे, जानकारी यह भी है कि कल योगी आदित्यनाथ भी करहल में चुनाव प्रचार करने पहुंचेंगे. साथ ही भाजपा ने अपने पन्ना प्रमुखों को भी एक्टिव कर दिया है. हालांकि रिजल्ट तो 10 मार्च को सामने आ ही जाएगा.