‘यूपी-बिहार के भइया’ वाले बयान को लेकर गर्माई सियासत, चहुंओर से घिरी कांग्रेस जुटी क्राइसिस मैनेजमेंट में!

पंजाब के सियासी रण में यूपी-बिहार के 'भइया' की गूंज, चन्नी और प्रियंका को पीएम मोदी ने हाथों-हाथ लिया आड़े हाथ, कांग्रेस दिग्गज भी तुरंत आए बैकफुट पर, प्रियंका-चन्नी दोनों ने दी सफाई, सियासी चर्चा- क्या पंजाब जीत में जुटी कांग्रेस को नहीं यूपी की चिंता? भाजपा पंजाब और यूपी दोनों जगह अब इस बयान को बना रही बड़ा मुद्दा

'यूपी-बिहार के भइया' प्रकरण पर सियासी चर्चा
'यूपी-बिहार के भइया' प्रकरण पर सियासी चर्चा

Politalks.News/PunjabElection. पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Assembly Election 2022) के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस बीच नेताओं की चुनावी रैलियां लगातार जारी हैं. इन रैलियों में सियासी दिग्गजों की तीखी बयानबाजी भी देखने को मिल रही है. ऐसा ही एक बयान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) का भी सामने आया. जिसमें चन्नी ने यूपी-बिहार वाले भइया शब्द (UP-Bihar Wale Bhaiya Shabd) का इस्तेमाल किया. चन्नी के इस बयान को लेकर विपक्षी दलों ने उन्हें जमकर घेरा और धुव्रीकरण का आरोप लगाया. खुद प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) और दिल्ली के सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कांग्रेस और सीएम चन्नी पर हमलावर हैं. इस बयान को लेकर आनन-फानन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी बैकफुट पर हैं, तो सियासी चर्चा है कि क्या कांग्रेस और प्रियंका गांधी को उत्तरप्रदेश चुनाव से कोई उम्मीद नहीं है? (No hope from Uttar Pradesh elections?) फिर उनके सामने चन्नी कैसे ऐसा बयान दे सकते हैं? वहीं दूसरी चर्चा यह भी है कि चाहे उत्तरप्रदेश में कांग्रेस के हाथ खाली रहें लेकिन चन्नी इस बयान से पंजाब में तो जीत को पक्की कर ही लेंगे.

चन्नी बोले थे- यूपी के, बिहार के, दिल्ली के भइया जो पंजाब में आकर राज करना चाहते हैं उन्हें हम घुसने नहीं देंगे
आपको बता दें कि 15 फरवरी को प्रियंका गांधी पंजाब के रूपनगर में चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं. इस दौरान उनके साथ चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद दिखे. चन्नी ने प्रियंका की मौजूदगी में कहा कि, ‘पंजाबियों की बहू हैं प्रियंका गांधी… पंजाबन हैं, पंजाबियों की बहू हैं, पूरी ताकत के साथ एक तरफ हो जाओ पंजाबियों… यूपी के, बिहार के, दिल्ली के भइया जो पंजाब में आकर राज करना चाहते हैं उन्हें हम घुसने नहीं देंगे’.

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गलत तरीके से पेश किया गया बयान- चन्नी
यूपी और बिहार का जिक्र वाले अपने बयान को लेकर अब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से सफाई सामने आई है. अपनी सफाई में चन्नी ने कहा कि, ‘मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. प्रवासी पंजाब में विकास के लिए आता है, केजरीवाल अराजकता फैलाते हैं.’ हालांकि चन्नी की सफाई काफी देर से आई है. क्योंकि उनके विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर अब तक उन पर कई तरह के वार कर दिए हैं. पीएम मोदी ने चन्नी के बयान को संत रविदास और गुरु गोविंद सिंह से जोड़ने में देर नहीं लगाई और एक के बाद एक कई सवाल दाग दिए. साथ ही जनता तक ये मैसेज पहुंचाने की कोशिश हो रही है कि चन्नी बाहर से आए लोगों का विरोध कर रहे हैं.

प्रियंका गांधी ने भी मिटाई झेंप

पंजाब की जिस रैली में चरणजीत सिंह चन्नी ने ये बयान दिया था, उसमें प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. जब चन्नी ने ये बयान दिया तो प्रियंका ने भी इस पर हाथ ऊपर कर तालियां बजाई थीं. प्रियंका की तालियों को लेकर भी बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया. अब चन्नी के साथ-साथ प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर सफाई दी है. प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘चन्नी जी ने बोला कि पंजाब की सरकार, पंजाबी चलाएंगे. मुझे नहीं लगता कि कोई चाहेगा कि वो यूपी से आकर पंजाब में राज करे, न यूपी के लोग चाहेंगे कि उनके यहां कोई पंजाब से आकर के राज करे. इनका काम है कि कुछ भी घुमा दो, इनके साथ पूरी मीडिया है. आप लोग इनके साथ हैं. यह लोग किस भी चीज को ट्विस्ट कर देते हैं. चन्नी जी एक संदर्भ में बात कर रहे थे.

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क्या कांग्रेस को उत्तरप्रदेश से नहीं है कोई उम्मीद?

पूरे मामले पर नजर रख रहे सियासी जानकारों का कहना है कि, ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस पार्टी को खुद भी उत्तर प्रदेश से कोई उम्मीद नही है. अगर कांग्रेस को जरा भी उम्मीद होती तो यह नहीं होता कि पंजाब की सभा में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने भाषण में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को गालियां दें, उन्हें पंजाब में आने से रोकने की अपील करें और प्रियंका गांधी वाड्रा मंच पर बैठी यह भाषण सुनती रहें. मजे की बात यह है कि प्रियंका ने तालियां भी पीटीं. कुछ जानकारों का तो यहां तक कहना है कि, प्रियंका यह भाषण इसलिए सुनती रहीं क्योंकि उनको पता है कि उत्तर प्रदेश में कुछ हासिल नहीं होना है, जबकि पंजाब में चन्नी के सहारे फिर से सत्ता आ सकती है. इसलिए यूपी, बिहार के भैया लोगों के चक्कर में पंजाब की सत्ता क्यों गंवानी है?

जबकि खुद चन्नी गए थे वाराणसी

सियासी जानकारों का कहना है कि बिहार और उत्तर प्रदेश के भैया लोगों को रोकने का भाषण देने वाले चन्नी को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश भी पहुंचीं और रविदास जयंती में चन्नी के साथ शामिल होकर दलित समाज को चुनावी मैसेज भी दिया. इससे पहले प्रियंका की मौजूदगी में चन्नी ने मंच पर कहा था. बाद में प्रियंका ने झेंप मिटाते हुए कहा कि बाहर से आने वालों को पंजाबियत सिखानी चाहिए.

 

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