Politalks.News/Rajasthan/Pilot. एक लम्बी चुप्पी के बाद बुधवार को एक बार फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने बिना नाम लिए गहलोत सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए. पायलट ने एक और जहां कांग्रेस के एक्शन टेकन कैम्प में पिछली वसुंधरा सरकार में विपक्ष में रहते हुए उठाए गए मुद्दों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने को लेकर नाराजगी जताई तो वहीं मीडिया से बातचीत में राजस्थान में कांग्रेस सरकार के रिपीट नहीं को लेकर सवाल उठाए. सचिन पायलट ने इशारों में सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए कहा है कि हम लोगों को इस बात को मानना पड़ेगा कि हमारे एक बार सिर्फ 50 विधायक रह गए थे, एक बार 21 विधायक रह गए थे, तो ऐसा क्या कारण है कि जनता बहुमत देती है और हम राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं कर पाते हैं? इसके साथ ही पायलट ने अब विपक्ष में रहते हुए बीजेपी सरकार पर लगाए गए आरोपों पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर नाराजगी जताकर नई बहस छेड़ दी है.
दरअसल, सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच की अदावत किसी न किसी रूप में अक्सर सामने आ ही जाती है. वहीं सीएम अशोक गहलोत अक्सर किसी न किसी बहाने 2020 की पायलट खेमे की बगावत को लेकर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. ऐसे में आज सचिन पायलट ने भी प्रदेश में कांग्रेस सरकार के रिपीट नहीं होने के कारणों पर चर्चा छेड़ कर सीएम गहलोत पर पलटवार किया है. बुधवार सुबह मीडिया से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि आज हमारी दो दिवसीय कार्यशाला है, यहां पर सब संकल्प भी लेंगे कि कैसे एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा जाए और कांग्रेस पार्टी की सरकार राजस्थान में रिपीट हो. इस दौरान पायलट ने कहा कि हमें इस बात को मानना पड़ेगा कि एक बार 50 और दूसरी बार सरकार होने के बाद हमारे विधायक 21 रह गए. पायलट ने कहा कि उन कारणों पर चर्चा होनी चाहिए कि ऐसा क्यों है कि जनता एक बार बहुमत देती है, लेकिन हम उसके बाद राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं कर पाते.
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सचिन पायलट ने आगे कहा कि हमारी सरकार दिल्ली में रिपीट होती रही है, असम और आंध्रा में रिपीट होती रही है, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट नहीं होती. यह किन कारणों से रिपीट नहीं हो पाती इस पर ध्यान देना चाहिए. पायलट ने इस बात पर सवाल उठाया कि माहौल बनाया जा रहा है कि मोदी के आने के बाद हमारी सरकार रिपीट नहीं होती. बल्कि हकीकत ये है कि राजस्थान में तो सरकार मोदी के आने से पहले से रिपीट नहीं हो रही है. पायलट ने कहा कि मैंने जो सुझाव एआईसीसी को दिए हैं, उन्हें स्वीकार किया गया और समिति बनाकर कुछ कदम उठाए भी उठाए गए हैं. लेकिन अगर हम सही समय पर सही कदम उठाकर आगे बढ़ेंगे तभी सरकार रिपीट करवा सकेंगे. पायलट ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सरकार रिपीट हो उसके लिए हम सही समय सही कदम उठाएंगे.
तीनों उम्मीदवारों की जीत में नहीं कोई संशय: मीडिया से वार्ता के दौरा सचिन पायलट ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार को जिताने के लिए खयाली पुलाव भाजपा पका रही है. लेकिन हकीकत ये है कि राहुल गांधी ने जो निर्णय लिया है, उस पर सभी कांग्रेस के नेता खरे उतरेंगे और तीनों कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार तय वोट से ज्यादा वोट लेकर चुनाव जीतेंगे. पायलट ने कहा कि अब एनडीए की गठबंधन लगातार कमजोर हो रही है. उनकी समर्थक पार्टियां उन्हें छोड़ कर जा रही हैं. पायलट ने कहा अगर कोई यह सोच रहा है कि वह कांग्रेस में सेंधमारी कर सकता है तो उसे भूल जाना चाहिए. क्योंकि सभी कांग्रेस विधायक अपना वोट दिखा कर डालेंगे. ऐसे में माहौल पैदा करने का किसी को कोई लाभ नहीं होगा.
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इसके बाद कांग्रेस एक्शन टेकन कैंप में पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा– भारतीय जनता पार्टी के नेता जो यहां सरकार में थे, विपक्ष में रहते जिन पर हमने आरोप लगाए थे और हमारे भ्रष्टाचार के आरोपों को जनता ने स्वीकार भी किया था, जनता ने उन आरोपों को सही मानकर हमें सत्ता सौंपी, लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद हमने अब तक क्या कार्रवाई की? ऐसा नहीं होता है. वह हमारे नेताओं को जलील कर रहे हैं, उन पर मुकदमे कर रहे हैं. हम लोगों को दिखाना पड़ेगा कि हम भी सही-गलत की पहचान करना जानते हैं.
सचिन पायलट ने कहा इसके अलावा कई विभागों में बीजेपी राज की गड़बड़ियों को चुनावी मुद्दा बनाया गया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. आपको बता दें, बीजपी राज में खान आवंटन में हुए घोटाले को लेकर पायलट की लीडरशिप में कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए आंदोलन किया था. कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था. लेकिन कांग्रेस सरकार बनने के बाद खान घोटाले की गडबड़ियों पर कांग्रेस सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया.
आपको याद दिला दें कि बीते रोज मंगलवार को राज्यसभा के नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम गहलोत ने पायलट खेमे की बगावत को याद करते हुए कहा था कि हम तीनों सीटों पर जीतेंगे, हमारे 19 साथी जो गुमराह होकर गए थे अब तो वे भी हमारे साथ हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम गहलोत ने इस तरह पायलट की बगावत को याद कर तंज कसा था, तो आज सचिन पायलट ने अशोक गहलोत की अगुवाई में दो बार कांग्रेस की बुरी तरह हुई हार का जिक्र करके सियासी पलटवार किया है..