नौजवानों के सपने को चकनाचूर करना कौन सी देशभक्ति है? हुड्डा ने पूछे केंद्र से सवाल तो बोले डोटासरा…

केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस सोमवार को करेगी विधानसभा स्तर पर प्रदर्शन, बोले हुड्डा- केंद्र के कृषि कानून भी मोदी सरकार अमेरिका की तर्ज पर ले आई और अब इजराइल की तर्ज पर भारत ने शुरू की है अग्निपथ योजना, केंद्र की मोदी सरकार को नकलची बंदर बनने की बजाए इस योजना को लेना चाहिए वापस, तो बोले डोटासरा- जिन युवाओं के वोट से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं उनके साथ केंद्र कर रहा है घोर अन्याय

हुड्डा ने पूछे केंद्र से सवाल तो बोले डोटासरा...
हुड्डा ने पूछे केंद्र से सवाल तो बोले डोटासरा...

Politalks.News/AgnipathScheme/Rajasthan. केंद्र सरकार द्वारा लाई गई सेना भर्ती की योजना अग्निपथ के विरोध में देश भर में प्रदर्शन जारी है. देश के कई हिस्सों में शुरू हुआ उग्र प्रदर्शन जरूर अब शांत हो चूका है लेकिन कहीं ना कहीं कांग्रेस को इस मुद्दे के रूप में केंद्र सरकार को घेरने का बड़ा हथियार मिल गया है. यही कारण है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता केंद्र सरकार की योजनाओं के विरोध में देश के अलग अलग राज्यों में प्रेसवार्ता कर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. इसी कड़ी में आज राजस्थान पहुंचे हरियाणा के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. हुड्डा ने कहा कि, ‘इजराइल की तर्ज पर केंद्र की मोदी सरकार भारत में अग्निपथ योजना लेकर आई है. केंद्र की मोदी सरकार को नकलची बंदर बनने की बजाए इस योजना को वापस लेना चाहिए ताकि देश की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता न हो.’ वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी बीजेपी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा.

अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस सोमवार को पूरे देश भर में विधानसभा स्तर पर योजना के विरोध में धरना-प्रदर्शन करेगी. इससे पहले रविवार को राजस्थान पहुंचे कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अग्नीपथ योजना को लेकर प्रेसवार्ता की और केंद्र सरकार की कई खामियां गिनाईं और सरकार से यह योजना वापस लेने की मांग भी दोहराई. दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘केंद्र सरकार युवाओं के भविष्य को चौपट और देश की सेना को कमजोर करने वाला कदम उठा रही है. केंद्र का ये कदम देश की सुरक्षा के लिए हानिकारक है. सरकार ने जैसे किसानों से माफ़ी मांगकर तीनों क़ानून वापस लिए वैसे ही युवाओं से माफ़ी मांगकर अग्निपथ योजना वापस लेनी चाहिए. यह योजना न तो राष्ट्र सुरक्षा के हित में है, न ही युवाओं के भविष्य के हित में है.

यह भी पढ़े: उपचुनावों में भी बीजेपी की बल्ले बल्ले तो कांग्रेस को भी मिली संजीवनी, पंजाब में लगा आप को झटका

पत्रकार वार्ता के दौरान दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने देश के नौजवानों से आग्रह किया कि वे शांति और संयम रखें, कोई गलत कदम न उठाएं. हुड्डा ने कहा कि, ‘आपकी इस लड़ाई को हम मिलकर लड़ेंगे, सरकार को झुकना ही पड़ेगा. ‘अग्निपथ योजना’ लागू करने के निर्णय से देश भर के युवाओं में निराशा, मायूसी और गहरा रोष है. हर साल 2 करोड़ रोजगार देने के वायदे में विफल हो गयी सरकार तो अपने वायदे से ध्यान भटकाने के लिये ही अग्निपथ योजना लेकर आई और 10 लाख रोजगार देने का शिगूफा छोड़ दिया. इस योजना के अधार पर हमारे देश की फौज का संख्याबल आधी हो जायेगी. फौज का संख्याबल घटेगा, तो बेरोजगारी भी बढ़ेगी.’ दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि, ‘केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की नौकरियों में 62 लाख रिक्त पद हैं, जिसमें से अकेले केंद्र सरकार में 26 लाख पद खाली हैं. मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूँ कि नौजवानों के सपने को चकनाचूर करना कौन सी देशभक्ति है?’

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आगे कहा कि, ‘केंद्र सरकार ने बिना चर्चा में लाए इस योजना को लागू किया.  न तो योजना को लेकर संसद में कोई बात हुई और न ही डिफेंस की स्टैंडिंग कमेटी में इस पर कोई चर्चा हुई. ऐसे में प्रधानमंत्री अपना अहंकार त्याग दें और मन की बात के साथ ही देश के नौजवानों की बात भी सुने.’ हुड्डा ने कहा कि, ‘जिस प्रकार प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को कृषि कानून के मामले में पीछे हटना पड़ा अब अग्निपथ के मामले में भी रक्षा मंत्री और सरकार को देश की जनता से माफी मांगनी पड़ेगी. केंद्र के कृषि कानून भी मोदी सरकार अमेरिका की तर्ज पर ले आई जबकि अमेरिका और भारत की परिस्थितियों में काफी अंतर है और अब इजराइल की तर्ज पर भारत ने अग्निपथ योजना शुरू की है. अग्निपथ योजना में ट्रेनिंग के नाम पर महज 6 महीने का समय दिया जाता है. ऐसे में भारत की सेना में जवानों की ट्रेनिंग में काफी खामियां रहेंगी.’

यह भी पढ़े: आपातकाल को लेकर पीएम मोदी की ‘मन की बात’- ‘लोकतंत्र को हुआ था कुचलने का प्रयास’

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए हुड्डा ने कहा कि, ‘केंद्र की मोदी सरकार को नकलची बंदर बनने की बजाए इस योजना को वापस लेना चाहिए ताकि देश की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता न हो. देश की सुरक्षा को लेकर कोई राजनीति नहीं होना चाहिए बल्कि राष्ट्र नीति होनी चाहिए और उसके लिए इस प्रकार का निर्णय सामूहिक रूप से ही होना चाहिए. सरकार किसी मुगालते में न रहे देश के किसान ने तो दिखा ही दिया और अब देश के जवान भी दिखा देंगे कि वो पीछे हटने वाले नहीं है. वहीं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि, ‘अग्निपथ योजना लाकर सरकार युवाओं के साथ धोखे पर धोखा कर रही है. जिन हजारों-लाखों युवाओं ने सेना भर्ती के लिये फिजिकल, मेडिकल यहां तक कि कई जगह लिखित परीक्षा भी पास कर ली थी और नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे, उन्हें भी अग्निपथ योजना में फिर से आवेदन करने को कह दिया गया. केन्द्र की भाजपा सरकार युवाओं के जले पर नमक छिडक़ने का काम कर रही है.’

डोटासरा ने कहा कि, ‘देश के सैनिक भारत की सुरक्षा हेतु सर्दी, गर्मी, बरसात की परवाह किये बगैर विपरीत परिस्थितियों में सीमाओं पर तैनात रहते हैं तथा अपने जीवन की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटते हैं, ऐसे वीर युवाओं से अग्निपथ योजना के नाम पर केन्द्र सरकार द्वारा धोखा किया जा रहा है. चार वर्ष की सेना भर्ती के लिये भी युवाओं को दो दफा परीक्षा देनी होगी, पहले भर्ती के लिये, उसके बाद 25 प्रतिशत की भर्ती में शामिल होने के लिये सफल होना होगा जो कि आज के युवातम् भारत के उन युवाओं जिनके वोट से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं के साथ घोर अन्याय है तथा उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है.

Leave a Reply