mamata banerjee vs hemanta biswa sharma on calcatta rape and murder case
mamata banerjee vs hemanta biswa sharma on calcatta rape and murder case

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा बुलाए गए बंगाल बंद के दौरान हुए प्रदर्शन व आगजनी पर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा आपस में भिड़ गए हैं. दोनों के बीच तनातनी और आरोपों का दौर शुरू हो गया है. एक तरफ ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को आरोपों के घेरे में लिया, वहीं बिस्वा सरमा ने सीधे सीधे तृणमूल प्रमुख को आंखें दिखा दी. वहीं केंद्रीय मंत्री ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र दिखकर ‘दीदी’ की बयान बाजी पर पत्र लिखकर शिकायत की है.

दरअसल, कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में छात्र संगठनों के प्रोटेस्ट मार्च के बाद बीजेपी ने 28 अगस्त को 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया था. बंद के दौरान कई जिलों में पुलिस और बीजेपी समर्थकों के बीच झड़प हुई. गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आई हैं. इसमें कई नेताओं-वर्कर्स को हिरासत में लिया गया है. टीएमसी के करीब 50-60 लोगों पर हमला करने के आरोप लगाए गए हैं. इसके बाद तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) के 27वे स्थापना दिवस के मौके पर छात्र परिषद को संबोधित करते हुए सीएम बनर्जी ने पीएम मोदी पर बंगाल को जलाने का आरोप लगाया.

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सीएम ममता बनर्जी ने ​कहा, ‘कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है. मुझे बांग्लादेश से प्यार है. वे हमारी तरह बात करते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है, लेकिन याद रखिए कि बांग्लादेश अलग देश है और भारत अलग देश है. मोदी बाबू कोलकाता के रेप-मर्डर केस में अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल में आग लगवा रहे हैं. अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे. हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे.’

असम सीएम ने कहा – हमें आंखें मत दिखाइए

बंगाल सीएम ममता बनर्जी के इस बयान का प्रति उत्तर देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पोस्ट कर लिखा, ‘दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए. आपकी असफलता की राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए. आपको विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देता.’

वहीं असम के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि ममता हमें न तो धमका सकती हैं, न डराने की कोशिश कर सकती हैं. वे अपने राज्य में कानून और व्यवस्था को नियंत्रित नहीं कर पा रही हैं और हमें धमकी दे रही हैं. मैं आपको यह विश्वास दिला सकता हूं कि यह असम में नहीं चलेगा. मंत्री महोदय ने ये भी कहा कि ममता बनर्जी जैसी वरिष्ठ नेता को पता होना चाहिए कि सार्वजनिक रूप से कैसे बोलना है.

बंगाल अध्यक्ष का गृहमंत्री को पत्र

इधर, केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को चिट्‌ठी लिखी है. इसमें उन्होंने लिखा, ‘ऐसा बयान किसी संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति नहीं दे सकता है. यह राष्ट्र-विरोधी की आवाज है. ममता का यह बयान राज्य के सर्वोच्च पद से बदले की राजनीति का स्पष्ट समर्थन है. उन्होंने बेशर्मी से राष्ट्र-विरोधी बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘याद रखें, अगर बंगाल जलता है, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, और दिल्ली भी जलेंगे.’ उनका बयान स्पष्ट रूप से धमकाने, हिंसा भड़काने और लोगों के बीच नफरत फैलाने का प्रयास है. अब वे इतने महत्वपूर्ण पद पर बने रहने की हकदार नहीं हैं. उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.’ बीजेपी नेता ने मामले पर संज्ञान लेने और ममता बनर्जी के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई करने की मांग की है.

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बता दें कि कोलकता में एक जूनियर डॉक्टर से रेप और फिर हत्या का मामला देशभर में तूल पकड़ता जा रहा है. इस संबंध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि अस्पताल परिसर में भी कई छिपे हुए राज सामने आ रहे हैं. इस मामले पर बंगाल सरकार और केंद्र में भी जंग छिड़ चुकी है. अब देखना होगा कि इस जंग में जुबानी वारों के ये तीखे बाण किस किस को कितना घायल करते हैं.

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