Rajasthan Political Crisis. पिछले कुछ दिनों से राजस्थान कांग्रेस में जारी सियासी घमासान के बीच आज निकलकर आई तस्वीरों ने एक बार फिर पुरानी यादों को ताजा कर दिया है. ठीक ऐसा ही नजारा अगस्त 2019 में देखने को मिला था जब सरकार पर सियासी संकट आया था और उसके बाद आलाकमान के निर्देश पर सभी गिले-शिकवे भुलाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एकजुटता का संदेश दिया था. वर्तमान की बात करें तो प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा हाल ही में सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने के बाद लग रहा था कि प्रदेश में कुछ बड़ा होने वाला है. लेकिन पार्टी आलाकमान के कहने पर एक बार फिर आज कांग्रेस नेताओं ने एकजुटता का संदेश दिया. अगले महीने की शुरुआत में राजस्थान में प्रवेश करने वाली भारत जोड़ो यात्रा को लेकर आज जयपुर में हुई कोर्डिनेशन कमिटी बैठक में यात्रा को सफल बनाने की योजना बनाई गई है. बैठक का नेतृत्व कर रहे संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सीएम गहलोत और सचिन पायलट का हाथ पकड़कर ऊंचा किया और एकजुटता का संदेश दिया. हालांकि इस बैठक में KC वेणुगोपाल ने आलाकमान का दो टूक सख्त संदेश भी पार्टी नेताओं को सुना दिया है.
राजस्थान में जारी सियासी गहमागहमी के बीच आज सभी की नजरें अगर किसी पर टिकी थी तो वो थी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल पर. भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर हुई बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी एकजुट नजर आई. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सियासी सुलह करवा दी है. ‘गद्दार’ विवाद के बाद मंगलवार को पहली बार एक बैठक में गहलोत-पायलट के बीच नमस्कार भी हुई तो बैठक क्व बाद वेणुगोपाल ने पहले बंद कमरे में दोनों को मिलवाया, फिर मीडिया के सामने गहलोत-पायलट के हाथ खड़े करवाकर कहा- दिस इज राजस्थान कांग्रेस. हम पूरी तरह एक हैं.’ इससे पहले KC वेणुगोपाल ने बैठक के दौरान सभी कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों एवं विधायकों को कांग्रेस आलकमान का दो टूक संदेश भी दिया.
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मिली जानकारी के अनुसार KC वेणुगोपाल ने सभी नेताओं से कहा कि, ‘Now Listen To Me, मेरे निर्देश के बाद भी लगातार प्रदेश में नेताओं ने अपनी बयानबाजी जारी रखी जो सरासर गलत है. लेकिन अब अगर किसी भी नेता ने किसी के खिलाफ एक शब्द भी बोला तो आज वो जो है वो कल तक नहीं रहेगा. ये मेरा संदेश जो बैठक में उपस्थित हैं वो भी सुन लें और जो नहीं है उन्हें भी समय से पहुंचा दिया जाए. अब किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी. हम सभी को मिलकर कांग्रेस को मजबूती देनी है और भारत जोड़ो यात्रा को किसी भी कीमत पर सफल और ऐतिहासिक बनाना है.’ वहीं इस बैठक के बाद KC वेणुगोपाल ने अकेले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट से आधे घंटे तक मुलाकात की. ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि राहुल गांधी की यात्रा के राजस्थान से सकुशल गुजर जाने के बाद तक राजस्थान में सीजफायर रहने वाला है, जिसकी शुरुआत आज वेणुगोपाल की हिदायत के बाद से हो गई है.
बैठक के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, ‘सचिन पायलट और अशोक गहलोत कह चुके हैं, हम यात्रा तक ही नहीं, चुनाव तक एकजुट होकर काम करेंगे. हमारे नेता राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि गहलोत और पायलट दोनों पार्टी के लिए एसेट हैं. हम एकजुट हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा ऐतिहासिक रहेगी. राजस्थान ने इस यात्रा का शानदार अरेंजमेंट किया है. यह यात्रा 18 दिन राजस्थान में रहेगी, इसमें छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा कार्यकर्ता साथ है. सचिन पायलट और अशोक गहलोत की एकजुटता से यह यात्रा पूरे देश में नंबर 1 होगी. भाजपा इस यात्रा के खिलाफ पहले दिन से ही माहौल बना रही है, लेकिन अब देश यह समझ चुका है कि असली राहुल गांधी कौन है.’
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वहीं पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘राजस्थान में हम दोनों नेता एकजुट हैं. जैसा राहुल गांधी ने कहा कि दोनों नेता सम्मानित हैं. सचिन पायलट और अशोक गहलोत ऐसेट हैं. फिर राहुल गांधी का संदेश हम सभी के लिए अंतिम है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी हम सबके लिए सर्वोपरि है. पार्टी के हित में क्या होगा यही लेकर हम चलते हैं.’ इससे पहले सचिन पायलट ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘राहुल गांधी जी की राजस्थान में होने वाली भारत जोड़ो यात्रा काफी यादगार रहेगी, यह एक ऐतिहासिक यात्रा होगी, हर वर्ग के लोग इस यात्रा से जुड़ेंगे. कार्यकर्ता और नेता भी इस यात्रा से जुड़ेंगे. सभी मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे. हमें कोई उकसा नहीं सकता. भाजपा की इस यात्रा के सफल आयोजन से नींद उड़ी हुई है. बैठक में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चर्चा हुई.’
पत्रकार वार्ता के अंत में जब केसी वेणुगोपाल से राहुल गांधी के बयान और पार्टी की एकजुटता से जुड़ा सवाल पुछा गया तो उन्होंने सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों नेताओं का हाथ पकड़कर ऊंचा कर दिया और कहा कि हम साथ साथ हैं. सियासी गहमागहमी के बीच मंगलवार देर शाम आई इस तस्वीर ने पुरानी यादों को ताजा कर दिया. इस पहले 2019 में जब राजस्थान सरकार पर संकट आया था तब भी इसी तरह की एक तस्वीर सामने आई थी. इसमें भी सियासी अदावत के बाद पार्टी आलाकमान के निर्देश पर दोनों नेताओं ने एकजुटता की बात कही थी. लेकिन समय समय पर ये एकजुटता कहां गायब हो गई खुद आलाकमान को भी नहीं पता चला. ऐसे में कहा ये जा रहा है कि जब तक राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जारी रहेगी तब तक ही एकजुटता नजर आएगी. खैर ये सब सियासी कयास भविष्य के गर्भ में हैं लेकिन पॉलिटॉक्स जैसा हमेशा कहता है कि राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं और जो होता है वो दिखता नहीं.