विधानसभा का घमासान- हरीश मीणा के निशाने पर मंत्री परसादी तो आमने-सामने हुए लोढ़ा और भदेल

राजस्थान विधानसभा में जारी रहा हंगामा, बीजेपी MLA लाहोटी बोले- 'मंत्री का डॉगी 5 मिनट में ढूंढ लाई पुलिस, दो नाबालिग बहनों का 49 दिन बाद भी सुराग नहीं', कांग्रेस MLA हरीश मीणा ने चिकित्सा मंत्री को जमकर घेरा- 'मंत्रीजी आपके जिले में 20-20 किलोमीटर पर हैं ट्रोमा सेंटर, हमारे क्षेत्र पर भी करें कृपा', चर्चा के दौरान जब भिड़े संयम लोढ़ा और अनीता भदेल तो जमकर हुई नोक-झोंक

विधानसभा का घमासान
विधानसभा का घमासान

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान (Rajasthan) की 15वीं विधानसभा (Assembly) के सप्तम सत्र में आज जयपुर के वरिष्ठ एडवोकेट की दो नाबालिग बेटियों के 49 दिन से लापता होने का मामला गूंजा. बीजेपी MLA अशोक लाहोटी (BJP MLA Ashok Lahoti) ने शून्यकाल में कहा कि, ‘ दो नाबालिग बच्चियां करतापुरा स्कूल जाने के बाद 3 फरवरी से लापता हैं. पुलिस ने कोई प्रयास नहीं किया. जब लोग और वकीलों ने मोर्चा संभाला तो प्रशासन ने 46 दिन बाद बच्चियों को ढूंढने के लिए SIT का गठन किया है. दो नाबालिग बच्चियों के 49 दिन से गायब होने पर उस परिवार पर क्या बीत रही होगी?. वहीं पायलट कैंप के विधायक हरीश मीणा (MLA Harish Meena) ने अपनी ही पार्टी और गहलोत सरकार के चिकित्सा मंत्री को जमकर घेरा. तो चर्चा के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा (MLA Sanyam Lodha) और भाजपा विधायक अनीता भदेल में जमकर नोंकझोक हुई. इस दौरान राजेन्द्र राठौड़ भी बीच में बहस में कूद पड़े और लोढ़ा पर जोरदार तंज किया. इसके जवाब में लोढ़ा ने भी राठौड़ पर कटाक्ष किया.

राठौड़ साहब के डॉगी को 5 मिनट में ढूंढ लाई थी पुलिस- लाहोटी
सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने जयपुर के ज्वलंत मुद्दे को उठाते हुए कहा कि, ‘राठौड़ साहब के मंत्री रहते इनका डॉगी चार्ली खो गया था. पुलिस 5 मिनट में ढूंढ लाई थी. UP के सपा नेता आजम खान की भैंस भी पुलिस ढूंढ लाई थी. हमारी बहन बेटियों को 49 दिन से नहीं ढूंढ पा रही है. जब राजधानी का यह हाल है तो गांवों का क्या हाल होगा? वहीं दूर दराज के गांवों में क्या होता होगा?, पुलिस क्या रुतबे वाले लोगों का ही काम करेगी’. विधायक अशोक लाहोटी ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए मामला उठाया है. एडवोकेट अवधेश की नाबालिग बच्चियां 49 दिन से लापता हैं. इस मामले को लेकर जयपुर में वकीलों ने जमकर प्रदर्शन किया तो पुलिस एक्शन में आई है.

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हेल्थ मिनिस्टर के क्षेत्र में 20 किलोमीटर की दूरी पर ही ट्रोमा सेंटर बनाए हैं तो मेरे इलाके में क्यों नहीं?- हरीश मीणा

वहीं, विधानसभा में कांग्रेस विधायक हरीश मीना ने उनियारा और दूनी में ट्रोमा सेंटर नहीं खोलने पर हेल्थ मिनिस्टर परसादीलाल मीणा को जमकर घेर लिया. चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने उनियारा और दूनी से 40 किलोमीटर से भी कम दूरी पर ट्रोमा सेंटर होने का तर्क देते हुए दोनों जगह सेंटर खोलने से इनकार कर दिया. इस पर हरीश मीना ने कहा कि, ‘खुद हेल्थ मिनिस्टर के क्षेत्र में 20 किलोमीटर की दूरी पर ही ट्रोमा सेंटर बनाए हैं तो मेरे इलाके में क्यों नहीं?. आपको बता दें कि उनियारा विधायक हरीश मीना सचिन पायलट कैंप के विधायक हैं.

दूनी, उनियारा में ट्रोमा सेंटर खोलना प्रस्तावित नहीं- परसादी
उनियारा विधायक हरीश मीना के सवाल पर हेल्थ मिनिस्टर परसादीलाल मीणा ने कहा कि, ‘केंद्र की ट्रोमा गाइडलाइन के अनुसार घायल व्यक्ति को 50 किलोमीटर से ज्यादा सफर नहीं करना पड़े. इसलिए हर 100 किलोमीटर पर एक ट्रोमा सेंटर बनाने का प्रावधान है. CHC उनियारा से नजदीकी ट्रोमा सेंटर टोंक की दूरी 38 किलोमीटर है. CHC दूनी से नजदीकी ट्रोमा सेंटर देवली की दूरी 31 किलोमीटर और ट्रोमा सेंटर टोंक की दूरी 41 किलोमीटर है. इसलिए दूनी, उनियारा में ट्रोमा सेंटर खोलना प्रस्तावित नहीं है.

मंत्रीजी आपके जिले में 20-20 KM पर ट्रोमा सेंटर- हरीश मीणा

चिकित्सा मंत्री के जवाब पर विधायक हरीश मीणा ने कहा कि, ‘ट्रैफिक को देखते हुए कम दूरी पर भी ट्रोमा सेंटर खोले जा सकते हैं. मेरे पास जानकारी है, मंत्रीजी आपके जिले में 20-20 किलोमीटर पर ट्रोमा सेंटर खोले हैं. मेरे क्षेत्र में भी उसी तरह की छूट क्यों नहीं दी जा रही है. इस पर हेल्थ मिनिस्टर ने कहा परीक्षण करवाकर जहां संभव होगा वहां खोलने का प्रयास होगा. इस पर हरीश मीणा ने कहा कि, ‘मंत्रीजी आप चाहें तो संभव क्यों नहीं हो सकता? मंत्री के खुद के जिले में दौसा से भरतपुर 128 किलोमीटर है. इसमें दौसा से सिकंदरा 26 किलोमीटर, दौसा से महुवा 35 किलोमीटर पर, महुवा से हलैना 25 किलोमीटर पर, हलैना से भरतपुर 29 किलोमीटर और उच्चैन से भरतपुर 20 किमी पर ट्रोमा सेंटर खोले हैं. मैं पूर्व हेल्थ मिनिस्टर के क्षेत्र केकड़ी का भी बता दूं, वहां नजदीक में कितने खोले हैं. आप हमारे क्षेत्र पर भी दया करें’. इस पर हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि विचार किया जाएगा.

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सदन में भिड़े विधायक लोढ़ा और भदेल
वहीं सदन में आज निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा और भाजपा विधायक अनीता भदेल आमने-सामने हो गए. विधानसभा में निजी क्षेत्र में एससी-एसटी को आरक्षण के बिल पर बोल रहे थे. बोलने के दौरान लोढ़ा ने की कुछ महापुरुषों की प्रतिमा लगाने की बात कह दी. इसपर बीजेपी विधायक अनिता भदेल ने सभापति जेपी चंदेलिया से कहा कि, ‘यदि एक सदस्य बिल से इतर बोलें, तो सबके लिए यह व्यवस्था होनी चाहिए. सभी सदस्यों को बोलने के लिए बराबर स्वतंत्रता दी जाए’. इस पर संयम लोढ़ा बोले- अजमेर से आने वाली सदस्य ने जब अंबेडकर और नेहरू पर टिप्पणी की थी तब किसी ने कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा था कि नेहरू ने अंबेडकर को हरा दिया. जबकि सच यह है कि अंबेडकर पहले संविधान निर्मात्री सभा में नहीं थे’. संयम बोले कि, ‘गांधीजी ने उन्हें देश का सम्मान बताया और नेहरू को कहा कि अंबेडकर को संविधान निर्मात्री सभा में लिया जाए’. इस दौरान अनीता भदेल और संयम लोढ़ा में नोकझोंक हो गई. संयम ने भदेल से कहा, आप बैठ जाइए. इस पर बीजेपी विधायक अनिता भदेल के समर्थन में खड़े हो गए. अनिता भदेल के समर्थन में चंद्रभान सिंह आक्या आ गए.

एक गुलाम मानसिकता वाला व्यक्ति और क्या बोल सकता है?- राठौड़

संयम लोढ़ा के समर्थन में कांग्रेस के विधायक भी बोलने लगे तो इसी बीच विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ कहा कि,’एक गुलाम मानसिकता वाला व्यक्ति और क्या बोल सकता है? उससे कोई ज्यादा उम्मीद भी नहीं की जा सकती’. इस पर संयम लोढ़ा ने भी दिखाए तल्ख तेवर. पलटकर लोढ़ा बोले कि, ‘तुम्हारी तरह लोगों को जिंदा जलाने वाले लोगों का साथ देने वाला आदमी नहीं हूं, तुमने औरतों को जिंदा जलाने वालों का समर्थन किया था’. इस बीच आसन पर बैठे सभापति जेपी चंदेलिया ने हाउस को उसको ऑर्डर में लाने की कोशिश की और बोले कि,’बिल से हटकर कोई विधायक नहीं बोलेगा’

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