जरुरत पड़े तो सोनिया-कांग्रेस के लिए दे सकता हूं जान- ‘गुलामी’ पर संयम से एक कदम आगे निकले नागर

प्रदेश की राजनीति में 'गुलामी' पर तेज होती सियासी बयानबाजी, सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने खुद को बताया था गांधी-नेहरू परिवार का 'गुलाम', अब सीएम के दूसरे सलाहकार बाबूलाल नागर निकले संयम लोढ़ा से एक कदम आगे, कहा- यदि कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी को उनके प्राणों की भी जरूरत हो तो, वह अपने प्राण देने से नहीं हटेंगे पीछे', नागर ने कहा- रेस्पेक्ट देना कोई गुलामी नहीं

'गुलामी' पर संयम से एक कदम आगे निकले नागर
'गुलामी' पर संयम से एक कदम आगे निकले नागर

Politalks.News/Rajasthan/Congress. लगता है कि कांग्रेस पार्टी (Congress Party) और गांधी परिवार के प्रति निष्ठा जताने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के सलाहकारों में होड़ सी मची हुई है. यही कारण है कि सीएम गहलोत के खास सिपहसालारों द्वारा इन दिनों गांधी परिवार की तारीफ में एक से बढ़कर एक बयान दिए जा रहे हैं. मंगलवार को जहां विधानसभा में हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी संशोधन बिल पर बहस के दौरान सिरोही से निर्दलीय विधायक और सीएम के सलाहकार संयम लोढ़ा (Sanyam Lodha) ने खुद समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को गांधी-नेहरू परिवार का ‘गुलाम‘ बताया, तो वहीं अब सीएम के दूसरे सलाहकार और दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर (Independent MLA Babulal Nagar) ने एक कदम आगे बढ़ते हुए बयान दिया है कि, ‘जरूरत पड़े तो सोनिया गांधी और कांग्रेस के लिए जान तक दे सकता हूं, किसी के प्रति आस्था रखना गुलामी नहीं होती’. यही नहीं नागर ने सोनिया गांधी को त्याग की देवी भी बता दिया.

कांग्रेस और गांधी परिवार के लिए दे सकता हूं जान- नागर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खास सिपहसालारों में शामिल दूदू से निर्दलीय विधायक और सीएम सलाहकार बाबूलाल नागर ने कहा कि, ‘कांग्रेस के कारण ही मुझ जैसा दलित समाज से आने वाले साधारण व्यक्ति 3-4 बार विधायक बना.’ नागर ने कहा कि, ‘यही कारण है कि यदि कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी को मेरे प्राणों की आवश्यकता होगी तो मैं प्राण दे दूंगा और अपने परिवार से पूछुंगा तक नहीं, मरते दम तक कांग्रेस का सिपाही रहूंगा.

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‘सोनिया त्याग की देवी, राजीव थे गरीबों के मसीहा’

सोनिया गांधी को त्याग की देवी और राजीव गांधी गरीबों के मसीहा बताते हुए सीएम के सलाहकार बाबूलाल नागर ‘गुलाम’ वाली मानसिकता की तरफदारी करते नजर आए. एक सवाल का जवाब देते हुए नागर ने कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी और सोनिया मां समान हैं. किसी को इज्जत देना रेस्पेक्ट देना, उनका आदर करना गुलामी नहीं है’. नागर ने कहा कि मैं गांधी परिवार पर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूं, जब गांधी परिवार का नाम आता है, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, राजीव गांधी का जब नाम आता है, मुझे ही नहीं, सभी को गर्व होता है. उन्होंने देश की अखंडता के लिए प्राणों की आहुति दे दी. आज तक एक भी ऐसा नेता पैदा नहीं हुआ, जो अपनी इच्छा से प्रधानमंत्री जैसे पद को ठुकरा दे’.

‘कुछ लोगों ने मुझे षड्यंत्र से दूर किया’

बाबू लाल नागर ने कहा कि , ‘किसी की इज्जत करना, किसी को रेस्पेक्ट देना, इसको गुलामी नहीं कहते, हम श्रद्धा से इज्जत से उनका सम्मान करते हैं. सोनिया गांधी गरीबों की मसीहा है. कांग्रेस मेरी मां है. कुछ लोगों ने मुझे षड्यंत्र से दूर किया. आप मुझे इतना आशीर्वाद दो, मैं तत्काल मेरी मां से मिल जाऊं और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनवाओ. मैं ही नहीं, सभी कांग्रेसजनों के लिए सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी मां के समान है. गांधी परिवार मां, संरक्षक, गार्जियन और सोनिया गांधी सभी की आदर की पात्र हैं.’

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‘हां, हम गुलाम हैं और जब तक हमारे शरीर में है सांस, रहेंगे गुलाम’–लोढ़ा
आपको बता दें, बीते रोज मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय संशोधन बिल पर बहस के दौरान सीएम गहलोत के एक और खास सिपहसालार और मुख्यमंत्री के सलाहकार व सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने खुद को और कांग्रेस नेताओं को गांधी नेहरू परिवार का गुलाम बताया. लोढ़ा ने कहा कि, ‘हां हम गुलाम हैं और जब तक हमारे शरीर में सांस है, हम गांधी नेहरू परिवार की गुलामी करेंगे, क्योंकि इस देश का निर्माण गांधी-नेहरू परिवार ने किया है’.

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