Politalks.News/Haryana. भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आपसी खींचतान और गुटबाजी भले ही हो लेकिन कभी भी वो खुलकर सामने अनायास ही आती है. आगामी 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में बीजेपी के सभी दिग्गज पार्टी को मजबूती देने में जुटे हैं. तो वहीं हरियाणा (Haryana) में हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manhoar Lal Khattar) और गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) एक बार फिर एक दूसरे के सामने आ चुके हैं. मुख्यमंत्री खट्टर ने जहां कैबिनेट मंत्री अनिल विज से गृहमंत्रालय वापस लेने की बात कही तो विज भड़क उठे और उन्होंने अपने पास से सभी विभाग वापस देने की बात कही. वहीं अनिल विज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री ने तो मुझे गृह मंत्रालय से हटाने के लिए अभियान चला रखा है.
मंगलवार को तीसरी बार हरियाणा में कैबिनेट विस्तार हुआ लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रदेश भाजपा में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. दरअसल सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी के दिग्गज नेता अनिल विज से गृह मंत्रालय मांगा जिसके कारण विज नाराज हो गए. इसी कारण अनिल विज ने मंत्रिमंडल विस्तार समारोह का बहिष्कार भी कर दिया. इस पुरे मामले को लेकर जब मीडिया ने अनिल विज से गुरूवार को बात की तो उन्होंने कहा कि ‘बुधवार को उनके विभाग से शहरी स्थानीय निकायों के विभाग से हटा दिया गया.’
पत्रकारों से बात करते हुए अनिल विज ने कहा कि, ‘जब मुख्यमंत्री ने मुझसे गृह मंत्रालय लेने की इच्छा जताई तो मैंने उन्हें मंत्रिपरषद से ही हटने की पेशकश कर दी.’ वहीं अनिल विज ने बड़ा बयान देते हुए सीएम पर उनसे गृह विभाग हटाने का अभियान जारी रखने का आरोप लगाया. अनिल विज ने कहा कि, ‘मैंने मंगलवार को सीएम से कहा था कि वह पिछले दो साल से मुझे गृह विभाग से हटाने का अभियान चला रहे हैं. मुझे गृह विभाग से ही क्यों हटा रहे हैं? मैं अपने सभी विभागों को छोड़ने को तैयार हूं. मैंने तो सभी पद छोड़ने के लिए एक पत्र भी तैयार कर रखा है.’
विज ने आगे कहा कि, ‘मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा था कि उन्हें नए मंत्री कमल गुप्ता के लिए उन्हें एक विभाग छोड़ना होगा. लेकिन उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि वह अपने लिए गृह विभाग का प्रभार भी चाहते हैं. तो मैंने भी साफ कह दिया था कि मैं सभी विभागों का प्रभार छोड़ने के लिए तैयार हूं और इसे राज्यपाल को लिखित रूप में दूंगा.’ फिलहाल नवनियुक्त मंत्रियों को विभागों का वँटवारा नहीं किया गया है. बुधवार की स्थिति के अनुसार अनिल विज के पास गृह, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान, आयुष, तकनीकी शिक्षा और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग हैं.
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हालांकि आपको बता दें कि इस पुरे मामले को सुलझाने के लिए हरियाणा भाजपा के प्रभारी विनोद तावडे दिल्ली हाईकमान, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के बीच में तालमेल बैठाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. इस पुरे मामले की जानकारी गृहमंत्री अमित शाह के पास पहुंच चुकी है.