Politalks.News/Bihar. बिहार में भले ही जदयू प्रमुख एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव 2024 की तैयरियों में लग गई हो लेकिन बीजेपी ने मणिपुर में जदयू के साथ बड़ा खेला कर दिया है. मणिपुर में बीजेपी ने जेडीयू को बड़ा झटका देते हुए जदयू के पांच विधायकों को तोड़ लिया. बीजेपी ज्वाइन करने वाले जेडीयू विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खाउटे और थांगजाम अरूण कुमार शामिल हैं. एएम खाउटे और थांगजामअरूण कुमार ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट की मांग की थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिलने पर दोनों जेडीयू में शामिल हो गये थे. जेडीयू को पिछले नौ दिनों में ये दूसरा झटका लगा है. वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जेडीयू पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘बहुत जल्द हम बिहार में जेडीयू-राजद गठबंधन को तोड़ देंगे और राज्य को जेडीयू मुक्त कर देंगे.’ वहीं जदयू नेताओं ने इस घटना के बाद बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है.
मणिपुर में बिहार सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को बड़ा झटका लगा है. यहां जनता दल यूनाईटेड के पांच विधायक शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. मणिपुर विधानसभा के सचिव के मेघजीत सिंह द्वारा जारी एक बयान में कहा कि मणिपुर में जदयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं. जदयू ने इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में 38 में से छह सीटों पर जीत हासिल की थी. इनमें से अब 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. एक विधायक अभी भी जेडीयू में है. जेडीयू को पिछले नौ दिनों में ये दूसरा झटका लगा है. इससे पहले 25 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के एकमात्र विधायक तेकी कासो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए थे.
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इसी घटनाक्रम पर पत्रकारों से बात करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं सांसद सुशील मोदी ने कहा कि, ‘नीतीश कुमार को टेंशन है कि मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश में उनकी पार्टी विलीन हो गई है. अब जदयू के पास सिर्फ दो ही विकल्प बचे हैं. जदयू का या तो विलय होगा या पार्टी विलीन हो जाएगी. हमने आज तक किसी को भी न तोड़ा है न तोड़ने में विश्वास करते हैं. जदयू के लोगों ने बीते 15 सालों में कांग्रेस, राजद के लोगों को तोड़ने का काम किया है.’
नीतीश कुमार पर तंज कस्ते हुए मोदी ने कहा कि, ‘कोई पीएम के उम्मीदवार बन जाए तो उनको मुबारक लेकिन ये नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं. इनकी समाज में क्रेडिबिलिटी नहीं है. जिस दल ने 10 साल में 7 बार अपने सहयोगी दलों को बदल दिया कभी इनके, कभी पुराने, कभी नए. अब बिहार में इनकी कोई विश्वसनियता नहीं है. दावेदारी करने में क्या लगता है? ये जो दिन में सपना देख रहे हैं, कभी केसीआर को बुलाते हैं, कभी किसी को देखना सभी का सपना चूर चूर हो जाएगा.‘ सुशील कुमार मोदी यही नहीं रुके उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘बहुत जल्द हम बिहार में जेडीयू-राजद गठबंधन को तोड़ देंगे और राज्य को जेडीयू मुक्त कर देंगे. होर्डिंग और पोस्टर लगाकर कोई प्रधानमंत्री नहीं बन जाता.’
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वहीं सुशील कुमार मोदी के बयान पर जदयू नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए भाजपा की नैतिकता और आचरण पर सवाल उठाए. ललन सिंह ने कहा कि, ‘सुशील जी, आपको स्मरण कराना चाहते हैं कि अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जदयू ने भाजपा को हराकर सीटें जीती थी. इसलिए जदयू से मुक्ति का दिवास्पन्न मत देखिए. अरुणाचल में जो हुआ था वह आपके गठबंधन धर्म के पालन के कारण हुआ था और मनिपुर में एक बार फिर भाजपा का नैतिक आचरण सबके सामने है. आपको याद होगा कि 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभाएं की, तब जाकर 53 सीट ही जीत पाए थे. 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा……इंतजार कीजिए.