Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर घमासान तेज हो गया है. जहां एक ओर कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी बाहें चढ़ा रखी हैं तो वहीं हनुमान बेनीवाल की आरएलपी ने भी ताल ठोक रखी है. वहीं एक तरफ कांग्रेस झूठे मन से ही सही लेकिन उपचुनाव में पायलट की लोकप्रियता को भुना चुकी है तो दूसरी तरफ प्रदेश भाजपा नेतृत्व विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के नुकसान की परवाह करे बिना पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की अनदेखी कर रहा है. इसी बीच उपचुनावों में साइडलाइन की गई पूर्व मु्ख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर सोशल मीडिया पर किए गए कमेंट सियासी चर्चा का विषय बने हुए हैं.
मैडम वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, “भाजपा में कोई छोटा-बड़ा नहीं होता, यहां सभी कार्यकर्ता हैं. इन कार्यकर्ताओं के हृदय में जो देशसेवा का संकल्प है, वो किसी पद का मोहताज नहीं है. कार्यकर्ता ही जनता के बीच काम करते हुए संगठन की शक्ति को और बढ़ाते हैं, जिन्हें हम सभी बारंबार प्रणाम करते हैं.”
पार्टी सूत्रों की माने तो वसुंधरा ने भाजपा स्थापना दिवस पर सोशल मीडिया में पोस्ट कर कार्यकर्ताओं की आड़ में मौजूदा प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा है. जिसकी सियासी हलकों में जोर शोर से चर्चाएं हैं. लोग राजे की इस पोस्ट के कई मायने निकाल रहे हैं.
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बता दें कि राजस्थान की तीनों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. राजसमंद, सहाड़ा और सुजानगढ़ विधानसभा सीटों पर 17 अप्रैल को उपचुनाव के लिये मतदान होगा और 2 मई को मतगणना होनी है. लेकिन इन उपचुनावों के प्रचार में बीजेपी की ओर से वसुंधरा राजे की एक भी चुनावी सभा नहीं हुई है. राजे ने भी उपचुनाव की घोषणा के बाद से प्रदेश की राजनीति से दूरी बना रखी है. हालांकि राजे को पार्टी का स्टार प्रचारक भी बनाया गया, लेकिन राजे टिकट वितरण से लेकर नामांकन सभाओं तक से दूर ही रहीं.
तीनों उम्मीदवारों की नामांकन सभाओं के लिए प्रदेश भाजपा के ट्वीटर हैंडल से जारी डिजिटल पोस्टर से राजे का फोटो गायब था. इधर, भाजपा नेता राजे के उपचुनावों में नहीं आने के पीछे पारिवारिक कारणों को जिम्मेदार बता रहे हैं, बताया जाता है कि उनकी पुत्रवधु की बीमारी की वजह से वे इन दिनों बाहर नहीं जा पा रही हैं.
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वहीं मैडम राजे समर्थक विधायक विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भी पूर्व सीएम राजे की अनदेखी का मुद्दा उठा चुके हैं. राजे समर्थक नेताओं ने खुलकर कहा था कि वसुंधरा राजे को साइडलाइन किया तो उपचुनावों में पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा. राजे समर्थक विधायक प्रतापसिंह सिंघवी ने तो बकायदा एक चिट्ठी लिखवाकर हस्ताक्षर करवाए थे. वसुंधरा राजे की ताजा पोस्ट पर फिलहाल प्रदेश बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अभी तक न राजे समर्थक किसी नेता ने इस पर प्रतिक्रिया दी है.