पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राजस्थान आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) की कई योजनाओं का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री गहलोत ने आवासन मंडल कार्यालय पर मुख्यमंत्री शिक्षक आवासीय योजना, मुख्यमंत्री प्रहरी आवासीय योजना, RHB आतिश मार्केट योजना मानसरोवर और जयपुर चौपाटी मानसरोवर योजना का ऑनलाइन शिलान्यास कर शुभारंभ किया. सीएम गहलोत ने राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत शिक्षकों को मुख्यमंत्री शिक्षक आवासीय योजना में मकान लेने पर 10 फीसदी छूट दी जाने की भी घोषणा की.
कार्यक्रम में मौजूद आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) के अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान आवासन मंडल की स्थापना के 50 साल पूरे होने वाले हैं. आवासन मंडल से मेरा शुरू से लगाव है. मुझे अफसोस हुआ जब पिछली सरकार ने आवासन मंडल को बंद करने को कहा जबकि आवासन मंडल के 22 हज़ार मकान खाली पड़े थे. आवासन मंडल को कोई बंद नहीं कर सकता बल्कि हम इसे और मजबूत करेंगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि एक मिशन के रूप में मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा काम कर रहे है और जब से अरोडा आयुक्त बने है, आवासन मंडल अच्छा काम कर रहा है और नित नई योजना बना रहा है.
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के सपने को गरीबों के लिए आज भी पूरा करने की जरूरत है. देश में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है. आज देश की हालत खराब हैं, अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही है, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को आईसीयू में डाल दिया है और राज्यों का पैसा कम कर दिया है. देश में आज लोकतंत्र खतरे में है. कांग्रेस की 70 साल की मेहनत की वजह से आज पीएम मोदी को विदेशो में सम्मान मिलता है.
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सीएम गहलोत ने कार्यक्रम में मौजूद आवासन मंडल के इंजीनियर्स से विभाग द्वारा बनाई जा रही योजनाओं में क़्वालिटी का ध्यान रखने को कहा ताकि आवासन मंडल के मकानों में भी अच्छी क़्वालिटी मिलने की धारणा बनी रहे. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अच्छे काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए और काम नहीं करने वाले लोगों को तुरंत सेवा निवृत्त करने का भी कोई प्रावधान होना चाहिए. सरकारी विभागों में काम करने वाले ओर नहीं करने वाले एक साथ नहीं होने चाहिए, अधिकारियों में अच्छा काम करने के लिए कॉम्पिटिशन होना चाहिए.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कई वर्षों बाद आज आवासन मंडल में रौनक देखने को मिली है. एक वक्त था जब आवासन मंडल को बंद करने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा था लेकिन आज मुख्यमंत्री गहलोत ने इस विभाग को पुनः जीवित कर दिया है. मुख्यमंत्री ने 5 सितंबर को शिक्षकों के लिए आवासीय योजना की घोषणा की थी और महज 3 महीने में आवासन मंडल ने ये अहम योजना तैयार कर दी. यह योजना शिक्षकों के लिए मील का पत्थर साबित होगी. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आवासन मंडल की दुर्गति की थी लेकिन सीएम गहलोत साहब के गाइडेंस में ये विभाग पुनः जीवित हो गया है.
इस मौके पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि राजस्थान आवासन मंडल 1970 से प्रदेश में आवास मुहैया कराने में अहम भूमिका निभा रहा है. इंदिरा गांधी ने कहा था रोटी, कपड़ा और मकान सबको मिलना चाहिए. प्रदेश में गरीबों को मकान मिले इसके लिए आवासन मंडल ने लगभग 60 फीसदी गरीबों को प्रदेश में मकान मुहैया करवाये है. राजस्थान आवासन मंडल हमारा प्रयास, सबको आवास के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रहा है और आगे भी करता रहेगा.
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वहीं राजस्थान आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) के आयुक्त पवन अरोड़ा ने कहा आवासन मंडल के 50 साल के इतिहास में आज पहली बार कोई मुख्यमंत्री आया है जिनका विजन बहुत बड़ा है. आपका तहे दिल से आवासन मंडल के सभी कर्मचारियों की तरफ से हार्दिक अभिनंदन है. अरोड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने अपने बजट भाषण में आवासन मंडल के खाली पड़े भूखण्डों में छूट देने के लिए कहा था जिसमें हमारा विभाग राष्ट्रीय कीर्तिमान हासिल कर सका. प्रदेश में 1970 में आवासन मंडल बना था. ‘हमारा ध्येय था- हमारा प्रयास सबको आवास,’ इसी ध्येय को रखते हुए हमने प्रदेश में खाली पडे भूखंडों में 50 फीसदी की छूट दी. अरोडा ने बताया कि इंदिरा गांधी नगर विस्तार योजना में हमने खेल को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई है. एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने के लिए हमने RCA से भी बात की है और हम चाहते है कि वहां एक इंटरनेशनल स्टेडियम बने.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचेतक महेश जोशी, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा मौजूद रहे.