Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आईसीएआई की सेन्ट्रल इण्डिया रीजनल काउंसिल के उप क्षेत्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अर्थव्यवस्था से जुड़े विभिन्न पहलुओं को समझ कर वित्तीय जागरूकता लाना चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का महत्वपूर्ण दायित्व है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने पूर्व CAG विनोद राय को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, ‘विनोद राय (VINOD ROI) के झूठ के कारण यूपीए सरकार गई थी. पूर्व CAG ने चाहे झूठे ही आरोप लगाए हों, पर इससे देश ने मान लिया कि घोटाला हुआ है‘. दरअसल, सीएम गहलोत वीसी में जुड़े तमाम चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को उनके काम की क्रैडिबिलिटी बनाए रखने की बात कह रहे थे. इसी दौरान सीएम गहलोत ने विनोद राय का उदाहरण दिया.
विनोद राय के झूठे बयानों से बना माहौल, जिसके कारण गई यूपीए सरकार- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूपीए सरकार बदलने के पीछे देश के पूर्व कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल सीएजी विनोद राय को जिम्मेदार ठहराया है. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘2G और कोलगेट को लेकर विनोद राय के बयान की वजह से देश में यूपीए के खिलाफ माहौल बना और फिर यूपीए सरकार चली गई.’ सीएम गहलोत ने ये भी कहा- ‘मुझे विनोद राय याद आते हैं जो चार्टर्ड अकाउंटेंट तो नहीं थे, ब्यूरोक्रेट थे, सीएजी थे. राय ने उस दौरान कहा कि 1 लाख 76 हजार करोड़ का घोटाला हो गया, 2जी और कोलगेट में पता नहीं क्या-क्या बोल दिया. अभी कुछ दिन पहले उन्होंने संजय निरूपम से लिखित में माफी मांगी है. इतने जिम्मेदारी के पद पर बैठे हों और यह हालत बन जाएं तो क्या कह सकते हैं?’
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‘विनोद राय ने चाहे लगाए थे झूठे आरोप, लेकिन देश ने उन्हें मान लिया सच’
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘विनोद राय के बोलने मात्र से देश के अंदर हमारे खिलाफ, हमारी यूपीए सरकार के खिलाफ हवा बन गई. चाहे झूठे आरोप लगाए हों, लेकिन एक बार देश ने सच मान लिया कि विनोद राय ठीक कह रहे हैं कि यूपीए सरकार में 1.76 लाख करोड़ का करप्शन हो गया. फिर सरकार बदल गई.’
‘विनोद राय ने 2G को लेकर दिया झूठा बयान, इससे बदल गया था माहौल’
सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘इस घटना से मेरा कहने का मतलब यह है कि आज भी समाज में चार्टर्ड अकाउंटेंट की क्रैडिबिलिटी कितनी है. इस क्रैडिबिलिटी को और बढ़ाना होगा. एक बार सीए कोई बात कह दे कि तो ऑडिट करके कहा होगा, इतनी बड़ी क्रैडिबिलिटी है. विनोद राय सीए तो नहीं थे ब्यूरोक्रेट थे, लेकिन सीएजी थे तो काम उसी तरह का कर रहे थे. यूपीए सरकार ने उस दौरान शानदार काम किए थे. पहली बार अधिकार आधारित युग की शुरुआत की. आरटीआई, आरटीई, नरेगा जैसे कानून और स्कीम अधिकार के रूप में दिए, यह मामूली बात नहीं थी. डॉ. मनमोहन सिंह जैसा व्यक्ति प्राइम मिनिस्टर थे, जिनका दुनिया में एक अलग तरह का ऑरा था. विनोद राय ने उस दौरान 1.76 लाख करोड़ के घोटाले का बयान दे दिया. यह झूठा था, लेकिन इससे माहौल बदल गया’.
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‘मैं खुद रहा पब्लिक अकाउंट्स कमेटी का मेंबर’
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि, ‘1949 में चार्टर्ड अकाउंटेंट एक्ट बनना इस बात का प्रमाण है कि अर्थव्यवस्था, समाज और औद्योगिक विकास में चार्टर्ड अकाउंटेंट का कितना योगदान है. पूरे देश की अर्थव्यवस्था में सीए का बहुत बड़ा योगदान है. मैं खुद 1980 में पब्ल्कि अकांउट्स कमेटी PAC का मेंबर था. इसलिए मुझे अहसास है कि सीए का क्या महत्व है?
पहले भी सीएम गहलोत के निशाने पर रहे हैं विनोद राय
सीएम अशोक गहलोत पूर्व सीएजी विनोद राय को इससे पहले भी कई बार निशाने पर लेते रहे हैं. गहलोत विनोद राय पर कई बार देश के सामने गलत तथ्य पेश करने के आरोप लगाते रहे हैं. विनोद राय ने देश के सीएजी रहते हुए 2जी घोटाले, कोल घोटाले होने का CAG रिपोर्ट में उल्लेख किया था. जिसके बाद तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ माहौल बना था.