Politalks.News/Rajasthan/Pilot. शांत सी दिखाई देती राजस्थान (Rajasthan) कांग्रेस की राजनीति में रह-रहकर आता सियासी उबाल इस बात का संकेत देता रहता है कि यहां मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों के बाद भी सबकुछ ठीक नहीं है. प्रदेश कांग्रेस के दो सबसे बड़े क्षत्रप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच की अदावत किसी से छिपी नहीं है और अब एक बार फिर शुरू हुई सियासी बयानबाजी यह बताती है कि दोनों दिग्गजों के बीच शीतयुद्ध अब भी जारी है. पांच राज्यों में पार्टी के प्रचार प्रसार की व्यस्तता और होली के त्योहार के बाद आज सचिन पायलट ने जयपुर के महारानी कॉलेज में एक समारोह में शिरकत की. इस दौरान इशारों-इशारों में सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर जमकर निशाने साधे(Sachin Pilot targeted CM Gehlot fiercely), जिसे राजनीतिक जानकर गहलोत पर पायलट के पलटवार के रूप में देख रहे हैं.
आगे बढ़ने से पहले आपको याद दिला दें कि हालही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में सचिन पायलट को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दिलाने को लेकर पैरवी करने की बात कही थी तो अब सचिन पायलट ने सीएम गहलोत के बेटे वैभव को लोकसभा टिकट दिलाने के लिए आलाकमान से पैरवी करने की बात कही है. यही नहीं एक अन्य सवाल के जवाब में सचिन पायलट में बिना किसी का नाम लिए कहा कि दुर्भाग्य से राजनीति में ज्यादातर लोगों की यह सोच हो जाती है कि कैसे वो अपनी कुर्सी से चिपके रहें. इसके साथ ही पायलट ने वक़्त के साथ बदलाव की बात भी कही. वहीं इससे पहले महारानी कॉलेज में आयोजित समारोह में मौजूद सैंकड़ों छात्र-छात्राओं के बीच सचिन पायलट का जोरदार क्रैज देखने को मिला. पायलट के समारोह में पहुंचते ही पांडाल आई लव यू आई लव यू पायलट के नारों से गूंज उठा.
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‘सोनिया और राहुल नहीं थे वैभव को टिकट दबने के पक्ष में‘
दरअसल, बुधवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री और टोंक विधायक सचिन पायलट जयपुर के महारानी कॉलेज में सांस्कृतिक समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया ने वैभव गहलोत पर नासिक में हुई FIR को लेकर पायलट से सवाल पूछा था, जिसके जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि, ‘FIR पर वैभव गहलोत ने स्पष्टीकरण दे दिया है. मुझे इसके अलावा इस पर कुछ नहीं कहना है. लेकिन वैभव मेरे साथ मेरी कमेटी में महासचिव रहे थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में वैभव गहलोत ने जोधपुर से दावेदारी की. उस समय कांग्रेस नेतृत्व सोनिया और राहुल गांधी उनके चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं थे. क्योंकि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं, और जोधपुर से सिर्फ एक सिंगल नाम ही सामने आया था’.
‘मैंने वैभव के टिकट के लिए की थी पैरवी’
सचिन पायलट ने आगे कहा कि, ‘लेकिन मैने उस वक्त वैभव गहलोत कि पैरवी की और मैने राहुल जी और सोनिया जी को उनको टिकट देने की मांग की. मैं नहीं चाहता था की मेरे पीसीसी चीफ रहते कोई निराश हो. उस समय अशोक गहलोत नए-नए मुख्यमंत्री बने थे और मैं ये नहीं चाहता था की उनके मनोबल को कोई ठेस पहुंचे. हालांकि हमने ये लोकसभा का चुनाव काफी मार्जन से हारा था. लेकिन एमपी में भी कमलनाथ के बेटे को टिकट दिया और वो जीते थे’. सियासी जानकार इसे पायलट का इशारों में सीएम गहलोत पर पलटवार मान रहे हैं. पायलट ने अपनी बात के अंत में यहां तक कहा दिया कि एमपी में कमलनाथ अपने बेटे को चुनाव जीता गए लेकिन गहलोत अपने गढ़ से वैभव को चुनाव नहीं जीता पाए. वहीं आपको यह भी बता दें कि वैभव गहलोत पर नासिक में दर्ज मामले से परिवादी ने उनका नाम हटवा दिया है.
‘कुछ लोग चिपके रहना चाहते हैं कुर्सी से‘
पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने इशारों-इशारों में जोरदार निशाना साधते आगे कहा कि, ‘दुर्भाग्य से राजनीति में ज्यादातर लोगों की यह सोच हो जाती है कि कैसे वो अपनी कुर्सी से चिपके रहें, वैसे ये हर फील्ड में होता है लेकिन राजनीति में ज्यादा होता है. ऐसे लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं और ठीक से काम नहीं कर पाते और अपने साथ वालों को साथ लेकर नहीं चल पाते. नेताओं को मन में असुरक्षा की भावना नहीं पालनी चाहिए, नेताओं को लगता है मेरा कार्यकर्ता कहीं आगे ना बढ़ जाए. विधायक को लगता है मेरा कार्यकर्ता मेरा कॉम्पिटिटर ना बन जाए, जीवन में अगर अभिलाषा नहीं है तो जीवन किस काम का. सही तरीके से मेहनत से प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ना चाहिए’. पायलट ने आगे कहा कि, ‘पुरानी परम्परा टूट रही है, नई पीढ़ी आगे बढ़ रही है. जमाने के साथ दौड़ने वाला ही सफल होता है. मैं अपने आप को खुशकिस्मत मानता हूं, कम उम्र में सांसद बना, मेरा फर्ज बनता है की आप लोगों से अपने अनुभव साझा करूं‘.
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‘वक्त की मांग के मुताबिक बदलाव जरुरी‘
सचिन पायलट ने आगे कहा कि 20 साल में राजनीति काफी बदल गई है. अब युवाओं की उम्मीदें बढ़ गईं हैं. अगर नौजवानों को पार्टी में साथ लेकर आगे नहीं बढ़ेंगे और नई परिपाटी से काम नहीं करके उसी पुराने ढर्रे से काम करेंगे तो जनता का भरोसा नहीं जीत पाएंगे, जनता रिजेक्ट कर देगी. पायलट ने कहा कि वक्त की दरकार के मुताबिक बदलाव जरुरी है.
‘राजस्थान में फिर बनेगी कांग्रेस सरकार‘
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट करने को लेकर कहा कि, ‘कांग्रेस की सरकारें भी रिपीट होती है. दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में कांग्रेस की सरकार रिपीट हुई है. ऐसे में इस बार राजस्थान का ट्रेंड भी बदलेगा और लगातार दूसरी बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी’. पायलट ने कहा कि, ‘वक्त आ गया है 25 से 26 साल के इस ट्रेंड को अब बदलना होगा और यह बदलाव राजस्थान में इस बार होगा‘.
स्टूडेंट्स में दिखा पायलट का क्रैज
इससे पहले कार्यक्रम में सचिन पायलट का जबरदस्त क्रेज देखने को मिला. महारानी कॉलेज की छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर सचिन पायलट का जोरदार स्वागत किया और जोरदार तरीके से #आई लव यू सचिन पायलट, लव यू पायलट’ के नारे लगाए. वहीं, सचिन पायलट ने भी हाथ हिलाकर और मुस्कुराते हुए छात्राओं के अभिवादन को स्वीकार किया.