Politalks.News/Rajasthan. पिछले 26 दिनों से लगातार राजस्थान के बेरोजगार युवा चुनावी राज्य गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे हैं. राजस्थान में बढ़ती बेरोजगारी एवं अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव की अध्यक्षता में आंदोलनरत हैं. ये सभ युवा पहले गुजरात में राजस्थान के कांग्रेस नेताओं एवं मंत्रियों का विरोध करने के लिए गुजरात में मौजूद रहे लेकिन इन्होंने अब अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए विरोध की जगह वार्ता को तवज्जो दी है. इसी कड़ी में गुरुवार को उपेन यादव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान सरकार में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से मुलाकात की. इस दौरान मंत्री भाटी ने युवाओं की मांगों का जल्द निस्तारण करवाने एवं मुख्यमंत्री से वार्ता का आश्वासन दिया. तो वहीं प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री सुभाष गर्ग का विवादित बयान सुर्ख़ियों में है. सुभाष गर्ग ने विवादित बयान देते हुए कहा कि, ‘घोषणा करने से क्या मिल जाएंगे लड्डु?’
गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद में अपनी मांगों को लेकर 26 दिनों से सत्याग्रह कर रहे बेरोजगार युवाओं के प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी से मुलाकात की. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में ऊर्जा मंत्री से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने अपनी 20 सूत्री मांगों को मनवाने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता की मांग की. इस पर मंत्री भंवर सिंह भाटी ने सीएम गहलोत से बात कर युवा बेरोजगारों की मांगों का जल्द निस्तारण करवाने और उनके प्रतिनिधिमंडल की सीएम से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया. इससे पहले उपेन यादव ने कहा कि, ‘हमने पहले अहमदाबाद में राजस्थान के मंत्रियों एवं नेताओं का विरोध करने का निर्णय लिया था लेकिन अब एक सकारात्मक पहल के चलते हम विरोध के बजाय वार्ता के जरिये अपनी मांगों को मनवाने का प्रयास करेंगे. इसी योजना के तहत हमने भंवर सिंह भाटी से मुलाकात की.’
जहां एक तरफ युवा बेरोजगार वार्ता के जरिये मामलों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं गहलोत सरकार में एक अन्य मंत्री ने विवादित बयान देते हुए प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. प्रदेश के तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री बुधवार को अपने गृह जिले भरतपुर के दौरे के दौरान विवादित बयान दिया. सुभाग गर्ग ने कहा कि, ‘राजस्थान के बेरोजगार युवाओं को प्रदेश में ही अपनी मांगों के लिए आंदोलन करना चाहिए. गुजरात में आंदोलना करना है तो पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ करना चाहिए.’ इस दौरान जब एक अभ्यर्थी ने मंत्री से कहा कि, ‘घोषणा तो कांग्रेस सरकार ने की है.’ इस सवाल के जवाब में मंत्री सुभाष गर्ग ने जवाब देते हुए कहा कि, ‘घोषणा करने से क्या लड्डु मिल जाएंगे?’
मंत्री सुभाष गर्ग ने आगे कहा कि, ‘राजस्थान में घोषणा की है तो राजस्थान में ही बेरोजगारों को बात करनी चाहिए.’ यही नहीं मंत्री जी ने सवाल पूछने वाले युवा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, ‘मैं तेरे ससुराल में जाकर तेरे खिलाफ कार्यवाही करूं, कैसे लगेगा. काम करने के तरीके होते हैं. गुजरात में नेतागिरी दिखाने के लिए उपेन यादव कर रहे हैं. उपेन यादव मुख्यमंत्री से खूब मिलता है. गहलोत सरकार ने सबसे ज्यादा युवाओं को नौकरियां दी है. पहले विधायक और मंत्री बन जाओं, फिर मालूम पड़ेगा, काम कैसा होता है.‘ इस दौरान बेरोजगार युवा ने मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि, ‘हमारी पंचायतीराज जेईएन की 2600 पोस्ट थी, सीएम गहलोत ने घोषणा की थी, लेकिन अपनी तक विज्ञप्ति जारी नहीं की है.’
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उल्लेखनीय है कि राजस्थान के युवा अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर गुजरात के अहमदाबाद में सत्याग्रह कर रहे हैं. युवा बेरोजगारों की मांग है कि उनकी मांगों का समाधान किया जाए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत युवाओं को वार्ता के लिए बुलाए. करीब 300 युवाओं ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन गुजरात में दांड़ी यात्रा निकाली थी. उपेन यादव का कहना है कि सीएम गहलोत बेरोजगार युवाओं से नहीं मिलते हैं. जबकि सीएम गहलोत ने कांग्रेस की जन घोषणा पत्र में युवाओं की मांगों की पूरा करने का वादा किया था. उपेन यादव का यह भी कहना है कि राज्य सरकार युवाओं की मांगों की अनदेखी कर रही है. हम सरकार से वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन सरकार वार्ता नहीं करना चाहती है.