नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की फ़ोटो वाली मांग पर गरमाई सियासत, बीजेपी-कांग्रेस ने बोला केजरीवाल पर हमला

बीजेपी ने सीएम केजरीवाल की मांग को दिया साजिश करार तो वहीं, कांग्रेस ने कहा कि केजरीवाल की नहीं है कोई निष्‍ठा, वह जब चाहें खुद को किसी भी धर्म का बता देंगे, वहीं हिन्‍दू महासभा ने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री की मांग का किया समर्थन, इसके साथ ही अब यह सवाल भी उठने लगा है कि केजरीवाल की इस मांग को दिल्ली का मुसलमान वोटबैंक यानी अल्पसंख्यक समुदाय किस रूप में लेगा?

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Politalks.News/Bharat/Kejriwal. आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश की तरक्की के लिए जरूरी बताते हुए केंद्र सरकार से अपील की है कि भारतीय करेंसी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ लक्ष्मी और गणेश की फोटो भी लगाई जाए. केजरीवाल की इस मांग से सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है. बीजेपी, कांग्रेस और हिन्‍दू महासभा ने इस पर प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है. बीजेपी ने सीएम केजरीवाल की मांग को साजिश करार दिया है. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि केजरीवाल की कोई निष्‍ठा नहीं है. वह जब चाहें खुद को किसी भी धर्म का बता देंगे. वहीं हिन्‍दू महासभा ने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री की मांग का समर्थन किया है. इसके साथ ही अब यह सवाल भी उठने लगा है कि केजरीवाल की इस मांग को दिल्ली का मुसलमान वोटबैंक यानी अल्पसंख्यक समुदाय किस रूप में लेगा?

आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की इस मांग पर बीजेपी नेता संबित पात्रा ने बॉलीवुड के एक गाने को याद करते हुए कहा कि क्‍या से क्‍या हो गए देखते-देखते. पात्रा ने केजरीवाल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि, ‘अरविंद केजरीवाल की राजनीति यू-टर्न वाली रही है. दिवाली मनाने पर जेल में डालने वाला व्‍यक्ति किस तरह से यू-टर्न ले रहा है. अब वह लक्ष्‍मी और गणेश के विषय में बोलते नजर आ रहे हैं. केजरीवाल ने कहा था कि राम मंदिर नहीं अस्‍पताल बनना चाहिए. वह कहते थे कि मैं पूजा करने नहीं जाउंगा, क्‍योंकि वह स्‍वीकार नहीं करेंगे. यह वही केजरीवाल हैं, जिनके बहुत सारे हिन्‍दू विरोधी तस्‍वीरें हैं. केजरीवाल ने स्‍वास्तिक चिह्न को ट्विटर पर झाड़ू से मारने का काम किया था. वही अरविंद केजरीवाल अब भक्‍त बनने की कोशिश कर रहे हैं.’ वहीं बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ऐसा निश्चित रूप से कर सकते हैं. प्रधानमंत्री ने कई चीजें की हैं, लेकिन केजरीवाल तो यमुना की सफाई भी नहीं करा सकते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सोच सही नहीं है, वह गुजरात चुनाव के चलते ऐसी साजिश कर रहे हैं.

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वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान की तीखी आलोचना की है. कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘केजरीवाल को गंभीरता से लेना छोड़ दें. उन्‍हें जो गंभीरता से ले रहे हैं, वे गलती कर रहे हैं. वह समय-समय पर रंग बदलते रहते हैं. अभी और देखिए कितना रंग बदलते हैं. उन्‍होंने महात्‍मा गांधी की तस्‍वीर हटा दी और फिर चरखा चलाने लगे. राजनीतिक परिपक्‍वता और अवसरवाद में अंतर होता है.’ कांग्रेस के एक और नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल की कोई निष्‍ठा नहीं है. वह बीजेपी और संघ की बी टीम हैं. उन्‍होंने आगे कहा कि यदि केजरीवाल पाकिस्‍तान चले जाएंगे तो वह कहेंगे कि मैं पाकिस्‍तानी हूं, मुझे वोट दे दो. संदीप दीक्षित ने आगे कहा कि वह गुजरात में जाकर सांप्रदायिक महौल बना रहे हैं.

इन सबके बीच बीजेपी-कांग्रेस के विपरीत हिन्‍दू महासभा के अध्‍यक्ष स्‍वामी चक्रपाणि ने सीएम केजरीवाल की मांग का समर्थन किया है. उन्‍होंने कहा कि यह कदम सराहनीय होगा, हम इसका समर्थन करते हैं. हिन्‍दू महासभा के अध्‍यक्ष ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार उनकी (सीएम केजरीवाल) मांग नहीं मानती तब तक दिल्ली सरकार अपने सभी मंत्रालयों में और विधायकों से कहे कि वे अपने दफ्तरों में लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाएं.

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इसके साथ ही गुजरात चुनाव से पहले आए आम आदमी पार्टी के इस ‘हिंदुत्व कार्ड’ को राजनीतिक पंडित भी दिलचस्पी के साथ देख रहे हैं. इसके सियासी फायदे नफा-नुकसान की बातें होने लगी हैं. सवाल यह भी पूछा जा रहा है कि दिल्ली में अधिकतर मुसलमानों को वोट हासिल करते रहे केजरीवाल की इस मांग को अल्पसंख्यक समुदाय किस रूप में लेगा? क्या पार्टी के मुस्लिम विधायक भी इससे सहमत होंगे? निगाहें अमानतुल्लाह खान पर हैं, जो आम आदमी पार्टी के सबसे बड़ा अल्पसंख्यक चेहरा होने के साथ दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं. हालांकि अभी तक उनकी ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं, दिल्ली में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष और मुस्तफाबाद के विधायक हाजी यूनुस ने इस बात के भरपूर संकेत दिए हैं कि वह पार्टी के इस कदम के साथ हैं. हाजी यूनुस ने अरविंद केजरीवाल के प्रेस कॉन्फेंस के उन हिस्सों को ट्विटर पर साझा किया है जिसमें दिल्ली के सीएम केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं कि नोट पर लक्ष्मी और गणेश जी की तस्वीर हो.

हाजी यूनुस ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के उस ट्वीट को भी साझा किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश संपन्नता और समृद्धि के प्रतीक है. उनके आशीर्वाद से देश समृद्ध होकर आगे बढ़ेगा और नंबर 1 बनेगा. भारत की करंसी पर महात्मा गांधी जी के साथ-साथ मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर लगाना पूरे देश के लिए मंगलमयी साबित होगा… वहीं ‘आप’ के अल्पसंख्यक नेता ने यूपी के एक पूर्व आईएएस के ट्वीट को भी साझा किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘नोटों पर गांधी के साथ लक्ष्मी-गणेश की फोटो हो: अरविंद केजरीवाल, लोहे को काटने के लिए लोहार बनना पड़ता है.’

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उधर देश की तरक्की के लिए नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुसलमानों की नाराजगी की संभावना को भी खारिज किया. केजरीवाल ने इंडोनेशिया का उदाहरण देते हुए कहा कि 85 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश में भी नोट पर गणेश जी की फोटो है, इसलिए किसी को इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही केजरीवाल ने यह दलील भी दी कि लक्ष्मी और गणेश जी की तस्वीर से सबकी समृद्धि होगी.

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