आखिर तक मनाने का प्रयास किया राहुल को, अब खड़गे को कामयाब करना है जिम्मेदारी- सीएम गहलोत

राहुल गांधी ही दे सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए सरकार को चुनौती, लास्ट मोमेंट तक ये प्रयास हुए कि राहुल गांधी वापस बनें अध्यक्ष बनें, क्योंकि वे ही मोदी और सरकार को चुनौती दे सकते हैं और जो वे दे भी रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने तय कर लिया कि गैर गांधी ही अध्यक्ष बनना चाहिए, इसलिए आज खड़गे साहब बने हैं अध्यक्ष

img 20221026 145957
img 20221026 145957

Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. 24 साल बाद कांग्रेस के इतिहास में वो ऐतिहासिक दिन आ ही गया जब देश की सबसे पुरानी पार्टी की कमान किसी गैर गांधी शख्स के हाथों में आ गई है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार सम्भाल लिया है, वहीं खड़गे के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करने दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश के सीनियर और जूनियर नेता-कार्यकर्ताओं का अब एक ही सोच होनी चाहिए, सोनिया गांधी के फैसले से नोन गांधी खड़गे साहब अध्यक्ष बन गए हैं, अब हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम कैसे उन्हें कामयाब करें. सीएम गहलोत ने कहा कि बूथ, ब्लॉक लेवल पर कांग्रेस मजबूत हो, कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया विश्वास पैदा हो. देश के सामने चैलेंज बहुत बड़ा है, अभी जो तस्वीर दिखाई जा रही है, वह सच नहीं है.

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए सरकार को चुनौती दे सकते हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की इच्छा थी कि एक बार गैर गांधी अध्यक्ष बने. हालांकि लास्ट मोमेंट तक ये प्रयास हुए कि राहुल गांधी वापस अध्यक्ष बनें, क्योंकि वे ही मोदी और सरकार को चुनौती दे सकते हैं और जो वे दे भी रहे हैं. लेकिन इस बार उन्होंने तय कर लिया कि गैर गांधी ही अध्यक्ष बनना चाहिए, इसलिए आज खड़गे साहब अध्यक्ष बने हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे बताया कि 1998 में हम सबने सोनिया गांधी से मिलकर आग्रह किया था कि वे कांग्रेस की कमान संभालें, नहीं तो पार्टी बिखर जाएगी. उस वक्त यह माहौल था और लैंग्वेज प्रॉब्लम के बावजूद सोनिया गांधी ने कांग्रेस हित में उस चैलेंज को स्वीकार किया और कांग्रेस की कमान संभाली. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि सोनिया गांधी 22 साल अध्यक्ष रहीं औरउस वक्त 12-13 राज्यों में कांग्रेस की सरकारें बनीं. दो बार केंद्र में यूपीए सरकार बनाई, उनके कार्यकाल को हम भूल नहीं सकते.

यह भी पढ़ें: भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र चरण पर टिकी सियासी निगाहें, पवार व ठाकरे सहित ये दिग्गज होंगे शामिल

आगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अरविंद केजरीवाल ऑयर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में चैलेज बहुत बड़े हैं. केजरीवाल नए पैदा हो गए, वो भी मोदी की तरह ही माहौल बना रहे हैं मीडिया पब्लिसिटी के जरिए. पब्लिसिटी पर केजरीवाल जमकर इंवेस्ट कर रहे हैं, लेकिन यह देशहित में नहीं है. सीएम गहलोत ने कहा की कांग्रस के सामने चैलेंज बहुत बड़ा है. बिना साधनों के कांग्रेस को लड़ाई लड़नी पड़ेगी. केंद्र सरकार ने दबाव बना रखा है कि कोई कांग्रेस को चंदा नहीं देगा, दानदाताओं को डरा रखा है. ये फासिस्ट लोग हैं, ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि इनका कानून के राज में भी यकीन नहीं है. कई राज्यों में तो कानून का राज नहीं रह गया है. यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली में हेट स्पीच को लेकर तो सुप्रीम कोर्ट ने क्या क्या नहीं कहा. हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि सरकारें खुद आगे बढ़कर एफआईआर करें, लेकिन इनका इनका ज्यूडिशिरी में विश्वास नहीं है.

यह भी पढ़ें: भाजपा नेत्रियों का ऑडियो हुआ वायरल, एक दूसरे को देख लेने के साथ दी चपेड़नी-चपेड़ें की धमकी

वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे के पार्टी अध्यक्ष बनने से दलित वोटबैंक का फायदा होने के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि एक दलित वर्ग के नेता को कांग्रेस अध्यक्ष बनने का मौका मिला है, इससे कांग्रेस को फायदा होगा. इससे पूरे दलित वर्ग के लोगों में विश्वास जमा है. सीएम गहलोत ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे का अध्यक्ष बनना मायने रखता है. दलित वर्ग, पिछड़े वर्ग का फायदा मिलेगा. यही नहीं खड़गे साहब का व्यक्तित्व और अनुभव ऐसा है कि उनसे हर वर्ग आदमी जुड़ेगा और पार्टी को फायदा होगा.

Leave a Reply