Politalks.News/Jharkhand. झारखंड में इन दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्य्ता को लेकर सियासत गर्म है. लाभ के पद से जुड़े मामले में चुनाव आयोग ने सीएम सोरेन की विधायकी रद्द करने का फैसला लिया था लेकिन इस आदेश पर अब तक राज्यपाल रमेश बैस की मुहर नहीं लगी है. राज्यपाल के अंतिम फैसले के बाद ही ये तय होगा कि सोरेन की विधायकी रहेगी या जाएगी. हालांकि विधानसभा के विशेष सत्र में बहुमत पेश कर सीएम सोरेन ने विश्वास मत जुरूर हासिल कर लिया है अब आगे क्या होगा ये भविष्य के गर्भ में छुपा है. लेकिन हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन के विवादित बयान से प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा सकती है. हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन से जब उनके दिल्ली जाने का कारण पुछा गया तो एक अजीबोगरीब बयान देकर सभी को चौंका दिया. बसंत सोरेन ने कहा कि, ‘एक्चुअली मेरे अंडरगारमेंट कम हो गए थे तो इसीलिए अंडरगारमेंट्स खरीदने दिल्ली चला गया था.’
झारखंड की राजनीति में उठापटक जारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है लेकिन उनकी कुर्सी पर मंडरा रहा संकट अभी भी बरकरार है. इसी बीच उनके भाई और दुमका से विधायक बसंत सोरेन ने अजीबोगरीब बयान दिया है. बसंत सोरेन ने बुधवार को दुमका के अपने खिजुरिया स्थित आवास पर पत्रकारों ने सोरेन के दिल्ली जाने से जुड़ा एक सवाल पुछा कि, ‘मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल में वह दिल्ली क्यों गए थे,’ तो उन्होंने बड़े हल्के ढंग से कहा कि, ‘उनके अंडरगारमेंट्स कम हो गए थे और वही खरीदने दिल्ली गए थे. मैं अंडरगारमेंट्स दिल्ली से लाता हूं.’ बसंत सोरेन के इस बयान के सामने आने के बाद प्रदेश की सियासत का गरमाना तय है. हालांकि जिस अंदाज में उन्होंने अपना ये बयान दिया वो चुटकीभरा था.
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बसंत सोरेन दुमका में पेट्रोल से जलाकर मार दी गई नाबालिग के परिवार से मिलने गए थे. इसके बाद उन्होंने दुमका के रानीश्वर प्रखण्ड की आदिवासी नाबालिग लड़की के परिजनों से भी मुलाकात की, जिसकी रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. पत्रकारों से बात करते हुए सोरेन ने कहा कि, ‘यह बहुत ही दुखद घटना है. इस दुख में हमलोग आपके साथ खड़े हैं. जिस दिन घटना हुई, मैं बाहर था. वहां से ही मैंने दुमका के डीसी और एसपी को फोन कर हर संभव सहायता करने को कहा था. उसी दिन कुछ घंटे बाद मुझे सूचना दी गई कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.’ वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान बसंत सोरेन ने राजभवन पर भी सवाल उठाया और कहा कि, ‘चुनाव आयोग की ओर से जो भी पत्र आया है उसे अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया. इस तरह की परिस्थितियों से हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा मिलता है. यह पत्र सार्वजनिक होना चाहिए क्योंकि सभी इसका इंतजार कर रहे हैं.’
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वहीं विधायक के अंडरगारमेंट वाले बयान ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सोरेन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ‘राज्य में सत्ता के शीर्ष में बैठे लोगों का आमजनों के प्रति मर्म एकदम खत्म हो गया है. जिस वक्त दुमका में एक बेटी 6 दिनों तक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही थी, उस समय मुख्यमंत्री की पिकनिक मनाने और सीटी बजाने की तस्वीरें सामने आ रही थीं.’ बीजेपी नेता ने आगे कहा कि, ‘घटना के लगभग 15 दिनों के बाद बसंत सोरेन पीड़िता के परिवार से मिलने गये और जब उनसे उनके खिजुरिया स्थित आवास पर बात की गई तो उन्होने ऐसा बेतुका बयान दे दिया.’ वहीं बसंत सोरेन के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं उनके बड़े भाई हेमंत सोरेन ने दुमका में नाबालिग की रेप के बाद हत्या पर विवादित टिप्पणी की थी. सोरेन ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि, ‘ऐसी घटनाएं बोलकर नहीं आती हैं. घटनाएं तो होती रहती हैं, इनको किस तरह से लिया जाएc’