महाराष्ट्र में धारावी विकास परियोजना को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. महाराष्ट्र सरकार मुंबई में मौजूद एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी के डेवलपमेंट पर काम कर रही है. इसके लिए सरकार ने टेंडर निकाला, जो जुलाई 2023 में अडाणी ग्रुप को मिला. सितंबर 2023 में अडाणी ग्रुप ने एक नई कंपनी बनाई, जिसका इसका काम धारावी का विकास करना है. अडाणी ग्रुप को टेंडर मिलने पर राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे खासे नाराज हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी तो इस प्रोजेक्ट को बंद किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: क्या महाराष्ट्र में हो चुकी है ‘खेला’ होने की शुरुआत?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राज्य सरकार पर धारावी विकास परियोजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. धारावी के विकास के लिए जानबूझकर बिजनेसमैन गौतम अडाणी को टेंडर दिया गया है. ठाकरे ने कहा कि धारावी के लोगों को 500 वर्ग फुट का घर मिलना ही चाहिए. हर घर में एक माइक्रो व्यापार चलता है। इसके लिए भी उपाय होना चाहिए. ये (भाजपा) मुंबई का नाम अडाणी सिटी भी कर देंगे. इनकी कोशिश चल रही है, उसे हम होने नहीं देंगे.
अडाणी का प्रोजेक्ट रद्द करेंगे
पूर्व सीएम ठाकरे का कहना है कि धारावी का विकास होना चाहिए, अडाणी का नहीं. धारावी के लोगों को पात्र और अपात्र के चक्रव्यू में फंसाने की कोशिश की जा रही है. अगर अडाणी धारावी के लोगों की डिमांड पूरी नहीं कर सकते तो दोबारा टेंडर कराया जाए. ग्लोबल टेंडर निकलना चाहिए और पारदर्शिता का पालन होना चाहिए. सरकार को जवाब देना चाहिए कि इसे अभी तक क्यों नहीं रद्द किया गया. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी महाराष्ट्र की सत्ता में आती है तो अडाणी को दिया गया प्रोजेक्ट रद्द कर दिया जाएगा. हम धारावी के लोगों को दूसरी जगह नहीं बसाएंगे. धारावी में ही कारोबार की उचित व्यवस्था की जाएगी.
एशिया का सबसे बड़ा स्लम है धारावी
मुंबई में मौजूद धारावी एशिया का सबसे बड़ा स्लम है. धारावी का स्लम 240 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जहां करीब 10 लाख लोग रहते हैं. महाराष्ट्र सरकार ने पूरे इलाके को अनडेवलप्ड एरिया के रुप में बताया है और इसके लिए एक स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी बनाई है. अडाणी ग्रुप महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर धारावी के डेवलपमेंट पर काम कर रही है. इसके लिए सरकार ने टेंडर निकाला, जो जुलाई 2023 में अडाणी ग्रुप को मिला. सितंबर 2023 में अडाणी ग्रुप ने एक नई कंपनी बनाई. इसका काम धारावी का विकास करना है.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस और ममता के बीच की टूटी कड़ियां जोड़ने की जुगत में लगे हैं अखिलेश यादव
धारावी के स्लम एरिया को अलग-अलग फेस में रिडेवलप किया जाएगा. सबसे पहले वहां रहने वाले लोगों को शिविरों में भेजा जाएगा. इसके बाद वहां पर नए घरों को बनाया जाएगा. प्रोजेक्ट के तहत जो लोग 1 जनवरी 2000 से पहले से धारावी में रह रहे हैं, उन्हें फ्री में पक्का मकान दिया जाएगा. जो 2000 से 2011 के बीच आकर यहां बसे हैं, उन्हें इसके लिए कीमत चुकानी होगी.
1882 में अंग्रेजों ने लोगों को बसाया था
इस इलाके को 1882 में अंग्रेजों ने बसाया था. मजदूरों को किफायती ठिकाना देने के मकसद से इसे बसाया गया था. धीरे-धीरे यहां लोग बढ़ने लगे और झुग्गी-बस्तियां बन गईं. यहां की जमीन सरकारी है, लेकिन लोगों ने झुग्गी-बस्ती बना ली है. साल 2008 में ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ फिल्म के रिलीज होने के बाद इस क्षेत्र को लोकप्रियता मिली. फिल्म ने कई अवॉर्ड भी जीते. इसके बाद फिल्म गली बॉय में ये देखने को मिली थी. कई टूरिस्ट यहां भारत की बस्ती में रहने वालों के जीवन की झलक देखने आते हैं. फिलहाल इस पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणी सामने आयी है. कांग्रेस भी अडाणी ग्रुप पर मुखर रहा है. आने वाले समय में राहुल गांधी की ओर से इस पर प्रतिक्रिया सामने आ सकती है.