शिवसेना के चिन्ह पर धमासान तेज, EC से बोले उद्धव- शिंदे गुट पहले ही छोड़ चुका पार्टी तो फिर कैसा दावा

महाराष्ट्र के मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे शिवसेना के अन्य बागी विधायकों के साथ मिलकर पहले ही अपनी स्वेच्छा से छोड़ चुके हैं पार्टी, ऐसे में वो पार्टी के चिन्ह को लेकर नहीं कर सकते हैं अपने अधिकार की बात- उद्धव ठाकरे, बालासाहेब ठाकरे चलाते थे रिमोट कंट्रोल पर सरकार और आपने यह रिमोट कंट्रोल राकांपा को दे दिया- एकनाथ शिंदे

rajexpress 2022 06 db7b8450 71a3 4299 8ba3 2b2bf565165c raj express shiv sena in trouble due to rebellion know when the party broke up
rajexpress 2022 06 db7b8450 71a3 4299 8ba3 2b2bf565165c raj express shiv sena in trouble due to rebellion know when the party broke up

Politalks.News/Maharashtra/Shivsena. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को छोड़ बीजेपी से हाथ मिलाकर सरकार बनाने के बाद अब शिंदे गुट ने पार्टी और पार्टी के निशान धनुष और बाण पर एकाधिकार को लेकर लड़ाई तेज कर दी है. इस सम्बंध में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना पार्टी पर अपने अधिकार का दावा करते हुए शुक्रवार को चुनाव आयोग में जवाब दाखिल किया है. इस जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र के मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे शिवसेना के अन्य बागी विधायकों के साथ मिलकर पहले ही अपनी स्वेच्छा से पार्टी छोड़ चुके हैं. ऐसे में वो पार्टी के चिन्ह को लेकर अपने अधिकार की बात नहीं कर सकते.

पार्टी सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार उद्धव गुट ने 5 लाख से ज्यादा पार्टी पदाधिकारियों और सदस्यों के समर्थन वाला एक हलफनामा भी दाखिल किया है. ठाकरे गुट के वकील का कहना है कि अभी तक 2.5 मिल चुके हैं जबकि अन्य 3 लाख हलफनामों को मुंबई में सेना भवन में तैयार किया जा रहा है. इन सभी को अगले सप्ताह तक दर्ज किए जाने की योजना है.

यह भी पढ़ें: मेरी 100 जांच करवा लें लेकिन अपनी एक भी करा दें तो सामने आ जाएगा सच- मलिक के निशाने पर मोदी

आपको बता दें कि अंधेरी पूर्व में होने वाले उपचुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को शिवसेना के चुनाव निशान धनुष और बाण पर दावा करने के लिए चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखी थी. हालांकि, अंधेरी सीट पर सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से इस सीट पर भाजपा चुनाव लड़ेगी. लेकिन शिंदे ने कहा था कि शिवसेना का उद्धव ठाकरे चुनाव निकाय के किसी भी निर्णय के अभाव में चुनाव चिन्ह का उपयोग कर सकता है. चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में शिंदे गुट ने कहा कि, “महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव चिन्ह के इस विवाद का जल्द निपटारा होना आवश्यक है. क्योंकि उद्धव ठाकरे गुट अपने उम्मीदवारों के लिए SSPP के चिन्ह पर दावा करेगा.”

गौरतलब है की सूबे के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, जो असली सेना होने का दावा करते हैं. उन्होंने धनुष और तीर के प्रतीक के साथ पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत का दावा भी किया है. मामला अब चुनाव आयोग के पास लंबित है. बता दें, शिवसेना बीती जून में विभाजित हो गई थी, जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था और उद्धव पर बाला साहेब ठाकरे को धोखा देने और सेना की विचारधारा को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए करीब 40 विधायकों के साथ भाजपा से हाथ मिलाकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी.

यह भी पढ़े: इन्वेस्ट समिट में लगा पूंजीपतियों का जमावड़ा, CM गहलोत ने जमकर की ‘गौतम भाई’ की तारीफ

यहां आपको बताते चलें कि बीते बुधवार को विजयदशमी के मौके पर हुई बड़ी दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा था कि क्या आपको वहां खड़े होने और बोलने का कोई नैतिक अधिकार है? आपने अपने निजी कारणों से शिव सैनिकों का इस्तेमाल किया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ आगे बढ़े. बालासाहेब ठाकरे चलाते थे रिमोट कंट्रोल पर सरकार और आपने यह रिमोट कंट्रोल राकांपा को दे दिया.

Leave a Reply