यह पार्टी की समस्याओं पर आत्मचिंतन का शिविर, पार्टी का कर्ज उतारना अब हमारा फर्ज- सोनिया

पार्टी की स्थिति नहीं है अच्छी, ये चिंतन शिविर देश के मुद्दों और पार्टी की समस्याओं पर है आत्मचिंतन, भाजपा और RSS की नीतियों के कारण देश जिन चुनौतियों का कर रहा है सामना, उसपर विचार करने के लिए ये शिविर है एक बहुत अच्छा अवसर, आज भाजपा द्वारा देश के पुराने मूल्यों को किया जा रहा है खत्म, दलित आदिवासी और महिलाओं में है असुरक्षा का माहौल, देश में बनाया जा रहा है डर का माहौल- सोनिया

'यह पार्टी की समस्याओं पर आत्मचिंतन का शिविर'
'यह पार्टी की समस्याओं पर आत्मचिंतन का शिविर'

Politalks.News/CongressChintanShivir/Udaipur. राजस्थान के उदयपुर में आज से तीन दिवसीय कांग्रेस का नव संकल्प चिंतन शिविर की शुरुआत हो गई है. तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में देश की सबसे पुरानी पार्टी का भविष्य तय होगा. कांग्रेस से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि यह शिविर अब तक हुए आम शिविरों की तरह नहीं है, बल्कि यह शिविर पार्टी की दिशा और दशा तय करने वाला होगा. शिविर ने भाग लेने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जहां आज दोपहर विशेष विमान से उदयपुर पहुंची तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 75 नेताओं के डेलिगेशन के साथ ट्रैन के जरिए दिल्ली से उदयपुर पहुंचे. केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट सहित अन्य दिग्गजों ने सोनिया एवं राहुल गांधी का स्वागत किया. तो वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के स्वागत की जिम्मेदारी गुजरात प्रभारी रघु शर्मा को मिली. इसके बाद कांग्रेस के चिंतन शिविर के पहले दिन नेताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने पार्टी की मजबूती के लिए मंत्र दिया और एक बार फिर दो टूक शब्दों में कहा कि, ‘पार्टी ने आज तक हमें बहुत कुछ दिया लेकिन अब पार्टी का कर्ज उतारने का समय आ गया है.’

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस ने संगठन के पेच कसने शुरू कर दिए हैं. उदयपुर में जारी तीन दिवसीय चिंतन शिविर के पहले दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने उद्धघाटन भाषण में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘सबसे पहले तो मैं यहां मौजूद सभी कांग्रेसी नेताओं का धन्यवाद करती हूं. वर्तमान में कांग्रेस पार्टी की स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है. असाधारण परिस्थितियों का मुक़ाबला असाधारण तरीक़े से ही किया जा सकता है. लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है,उससे हम अनजान नहीं हैं, हम जब चिंतन शिविर से निकलेंगे तो एक नए आत्मविश्वास के साथ नए संकल्प के साथ जनता के बीच जाएंगे.’ बीजेपी और RSS पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘भाजपा और RSS की नीतियों के कारण देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसपर विचार करने के लिए ये शिविर एक बहुत अच्छा अवसर है. ये देश के मुद्दों पर चिंतन और पार्टी के सामने समस्याओं पर आत्मचिंतन दोनों ही है.’

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सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, ‘आज ऐसा समय आया है कि हमें संगठन के हितों के अधीन काम करना होगा. सबसे आग्रह है कि खुलकर अपने विचार रखें, मगर बाहर एक ही संदेश जाना चाहिए संगठन की मजूबती, मजबूत निश्चय और एकता का. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव एवं अन्य चुनावों में हमें मिली विफलताओं से हम बेखबर नहीं हैं. न हम बेखबर हैं संघर्ष और कठिनाइयों से जो हमें आगे करना है. लोगों की उम्मीदों से हम अनजान नहीं है. हम यह प्रण लेने इकट्ठा हुए हैं, हम देश की राजनीति में अपनी पार्टी को उसी भूमिका में लाएंगे जो सदैव निभाई है, जिस भूमिका की उम्मीद इस बिगड़ते समय में देश की जनता करती है. हम आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं. यह तय करें कि यहां से निकलें तो एक नए आत्मविश्वास और कमिटमेंट से प्रेरित होकर निकलेंगे. आज तक पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया है अब पार्टी का कर्ज उतारने का हमारा फर्ज है.’

बीजेपी पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘बीजेपी और केंद्र सरकार देश में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है. भारत में आज अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है. धर्म के नाम पर पॉलराइजेशन किया जा रहा है. अल्पसंख्यक हमारे देश में बराबर के नागरिक हैं. यह हमारी पुरानी बहुलवादी कल्चर का परिचायक है. विविधता में एकता ही हमारी हमेशा से हमारी पहचान रही है. आज राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है, जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश की जा रही है, जिसमें पंडित नेहरू के योगदान और देश के लिए त्याग को योजनाबद्ध तरीके से कम करके दिखाने का प्रयास हो रहा है. ये लोग महात्मा गांधी के हत्यारे का महिमामंडन कर रहे हैं और गांधी के सिद्धांतों को मिटा रहे हैं.’

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सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘आज भाजपा द्वारा देश के पुराने मूल्यों को खत्म किया जा रहा है. दलित आदिवासी और महिलाओं में असुरक्षा का माहौल है. देश में डर का माहौल बनाया जा रहा है. देश में लोगों को लड़ाने का बीजेपी लगातार प्रयास कर रही है. किसानों के खिलाफ जो काले कानून लाए गए, कांग्रेस सांसद और संसद के बाहर किसानों के हक में जमकर लड़ाई लड़ी, कांग्रेस पार्टी ने देश में जो सार्वजनिक उपक्रम खड़े किए थे, सामाजिक सुरक्षा के लिए उन्हें बेचा जा रहा है.’ वहीं सोनिया गांधी से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘यूपीए सरकार के समय में लोग क्या कहेंगे इसका ध्यान रखा जाता था. आज ये लोग धर्म के नाम पर देश पर काबिज हो गए हैं. धर्म जाति ऐसी चीज है कि आप दंगे भड़का सकते हो. अब राजस्थान तो टारगेट में नंबर वन है. हर जगह सीबीआई, ईडी का छापा शुरू हो जाता हे. इनके लोग दूध के धुले हैं, इन पर कोई छापा नहीं पड़ता. ‘

बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, गहलोत ने कहा, ‘देश 70 साल में कहां से कहां पहुंच गया. कांग्रेस के सिद्धांत, नीतियां देश के डीएनए की तरह हैं. ये बेशर्मी से कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया? हमारी कमजोरी है कि हम काम करते हैं, लेकिन मार्केटिंग नहीं करते. ये झूठे फरेबी लोग हैं, काम कम करते हैं, मार्केटिंग ज्यादा करते हैं. कभी गुजरात मॉडल की बात करते हैं.’

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