पॉलिटॉक्स न्यूज. तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के कोरोना संक्रमितों को प्लाज्मा देने की पेशकश करने की जानकारी सामने आने के बाद केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को फटकार लगाई है. नकवी ने न केवल तब्लीगी जमात पर निशाना साधा, साथ ही दावा किया कि ये हर भारतीय मुसलमान को तबलीगी साबित करने की ‘तबलीगी साजिश’ है. केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि बेशक कुछ राष्ट्रभक्त मुसलमानों ने जरूरतमंदों को प्लाज्मा दिया है पर उन्हें तबलीगी कहना ठीक नहीं है.
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अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन तबलीगियों ने अपनी हरकतों से देश में कोरोना वायरस फैलाने की कोशिश की थी, अब वे ही खुद को कोरोना वॉरियर्स साबित करने की कोशिश रहे हैं. ट्वीट में नकवी ने लिखा, ‘जिन तबलीगियों ने अपने आपराधिक आचरण से कोरोना वायरस फैलाने का पाप किया था, आज वे खुद को ‘कोरोना वॉरियर्स’ होने का दावा कर रहे हैं. आश्चर्य की बात है कि अपने अपराध के लिए शर्मिंदा होने के बजाय, तबलीगी लाखों लोगों का अपमान कर रहे हैं. यह तो ‘चोरी के बाद सीनाजोरी’ कहलाता है.’
Those Tablighi committed sin to spread Corona through their “Criminal Conduct” are claiming themselves to be “Corona warriors”.Amazing..Instead of being ashamed of their crime,Tablighi are insulting lakhs of #CoronaWarriors This is called “Chori Aur Seena Zori" #IndiaFightsCorona
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) April 27, 2020
अपने एक अन्य ट्वीट में नकवी ने लिखा कि बेशक कुछ राष्ट्रभक्त मुसलमानों ने जरूरतमंदों को प्लाज्मा दिया है पर उन्हें तबलीगी कहना ठीक नहीं है. हर हिंदुस्तानी मुसलमान को तबलीगी साबित करने की सुनियोजित घटिया तबलीगी साजिश है.
बेशक कुछ राष्ट्रभक्त मुसलमानों ने जरूरतमंदों को प्लाज्मा दिया है पर उन्हें तब्लीगी कहना ठीक नहीं। हर हिंदुस्तानी मुसलमान को तब्लीगी साबित करने की "सुनियोजित घटिया तब्लीगी साजिश" है। #IndiaFightsCorona
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) April 27, 2020
दरअसल कानपुर, गाजियाबाद और दिल्ली में कई जमात से जुड़े मुस्लिमों में कुछ ने अपने प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा जताई है. इनमें कई वे लोग भी हैं जो पहले कोरोना पॉजिटिव थे और अब ठीक हो चुके हैं. अन्य मुस्लिम समुदायों के लोगों को ऐसा करते देख उन्होंने अपनी ये इच्छा जाहिर की है. लेकिन कुछ अस्पताल और क्वारंटीन सेंटर्स में वर्ग विशेष के लोगों की बदतमीजियों पर अभी तक लगाम नहीं लग पाई है. खाना न खाना, सामुहिक नवाज अता करना और बीड़ी, गुटखे के साथ नॉनवेज की डिमांड करना लगातार जारी है.
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इसी बीच कुछ ऐसे भी हैं जो लगातार लोगों की सेवाओं में लगे हुए हैं. कई मुस्लिम समुदाय के लोगों के सेनेटाइज करने और हिंदू समुदायों की शव यात्रा को कांधा देने जैसे वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे हैं जिन्हें खासा सराहा जा रहा है. इधर, जमात से जुड़े लोग प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा जता रहे हैं तो उनका खास विरोध भी हो रहा है. इससे पहले कुछ अस्पतालों में जमातियों के नर्सिंगकर्मियों के साथ अभद्रता करने जैसी खबरें भी सामने आ चुकी हैं. तब्लीगियों के डॉक्टर्स पर थूंकने, मारपीट करने, जानबूझकर संक्रमण फैलाने जैसे अपराध सामने आने पर लोगों के भरोसे पर असर पड़ा है.
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित मरकज में तब्लीगी जमात के शामिल हुए करीब 1500 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई. इसके बाद देशभर की कई मस्जिदों में देसी विदेशी जमातियों का सिलसिला अब तक जारी है. इनमें से कई जमाती ट्यूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे और लॉकडाउन के चलते यही अटक गए. झारखंड में भी एक मस्जिद में 16 से अधिक विदेशी जमाती मिले थे जिनमें एक महिला जमाती कोरोना पॉजिटिव पाई गई. उसके बाद से प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ना शुरु हुई. राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, यूपी और एमपी में भी जमातियों की बड़ी खेप मिली है जिसके बाद यहां स्थितियां नियंत्रण कर पाना बेहद मुश्किल हो रहा है.