Politalks.News/Rajasthan/KiroriLal. प्रदेश की सियासत में जारी ‘धमालपट्टी‘ के बीच आज सुबह शहर के सबसे पॉश इलाके सिविल लाइंस (Civil Lines) में अचानक ही अफरा तफरी का माहौल उस समय बन गया जब दिग्गज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Kirori Lal Meena) दौसा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वेन्द्र सिंह (Vishvendra Singh) से मिलने पहुंचे. डॉ मीणा के पहुंचने की सूचना मिलते ही कई पुलिसकर्मियों और इंटेलिजेंस की टीमों ने दौड़कर सीएमआर की तरफ जाने वाले रास्ते पर जबरदस्त बेरिकेटिंग कर दी और राहगीरों के लिए तो यातायात ही बंद कर दिया तो वहीं मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के निवास को चारों ओर से घेर लिया, ऐसा माहौल बना दिया गया जैसे तो सिविल लाइंस में आतंकवादी घुस आए हों. यहां तक कि वापसी में खुद विश्वेन्द सिंह को अपनी गाड़ी में बिठाकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा को सिविल लाइंस इलाके से बाहर तक छोड़ने जाना पड़ा. इसके बाद डॉ मीणा ने एक वीडियो जारी कर मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को धन्यवाद दिया और पुलिस को चेतावनी भी दी है.
दरअसल, राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा की छवि एक जननेता की रही है. जनता से जुड़े मुद्दों पर डॉ किरोड़ी लाल मीणा आंदोलन करते रहे हैं. जिस तरह वे पुलिस को गच्चा देकर सिविल लाइंस सहित विभिन्न संवेदनशील जगहों पर पहुंचने में कामयाब रहे हैं उसके बाद से उन पर खास नज़र रखी जाती है. यही कारण है कि पुलिस ने डॉ किरोड़ी लाल मीणा के सिविल लाइंस में घुसने पर अघोषित रोक लगा रखी है. पिछले दिनों 27 अप्रेल को जब किरोड़ी बाबा मंत्री विश्वेंद्र सिंह के निवास पर पहुंचे थे तो पुलिस और इंटेलिजेंस को भनक तक नहीं लगी. इसे इंटेलिजेंस का फेलीयर माना गया था और कुछ पुलिसकर्मियों को लताड़ लगाई गई थी. इसके बाद से पुलिस और इंटेलिजेंस किराड़ी मीणा को लेकर सतर्कता बरत रही थी. आज सुबह जब दौसा शहर में पानी की समस्या को लेकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा पर्यटन मंत्री व दौसा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वेंद्र सिंह के मुख्यमंत्री निवास के सामने स्थित निवास पर पहुंचे तो सिविल लाइंस में अफरा तफरी मच गई. पुलिस ने मंत्री निवास को घेर लिया और बैरिकेडिंग लगाकर यातायात बंद कर दिया.
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मेंटली टॉर्चर करना बंद करे पुलिस, वरना मैं फिर दूंगा सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती- किरोड़ी
अपने साथ हुए इस तरह के व्यवहार के बाद सांसद किरोडी लाल मीणा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि, ‘मैं दौसा शहर की पानी की समस्या को लेकर प्रभारी मंत्री विश्वेन्द सिंह से मिलने सिविल लाइंस स्थित उनके बंगले गया था और इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दे दी थी. लेकिन उसके बावजूद पुलिस का रवैया पूरी तरह अलोकतांत्रिक दिखा. बेरिकेटिंग लगाकर मुझे रोका गया, जैसे तैसे मैं प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंचा. पुलिस की इस तरह की कार्यवाही से मैं बुरी तरह मेंटल टॉर्चर हुआ और इतना मानसिक दबाव में आ गया कि मुझे विश्वेन्द्र सिंह से कहना पड़ा कि पुलिस मेरे साथ कुछ दुर्व्यवहार कर सकती है इसलिए आप मुझे छोड़ कर आएं. मैं विश्वेन्द्र जी को धन्यवाद देता हूं और पुलिस कमिश्नर को भी कहना चाहूंगा कि इस तरह से मेंटल टॉर्चर करना और दमनकारी नीति अपनाना बन्द करें वरना मैं सिविल लाइंस भी आऊंगा, आपकी बेरिकेटिंग भी हटाऊंगा और आपकी सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती भी दूंगा.’
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डॉ किरोड़ी राज्यसभा सांसद हैं कोई आतंकवादी या लुटेरे नहीं- विश्वेन्द्र सिंह
सिविल लाइंस में मंत्री जी के बंगले के बाहर हुए इस घटनाक्रम पर खुद मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने गहरी नाराजगी जताई और कहा कि कहा कि, ‘डॉ किरोड़ी राज्यसभा सांसद हैं कोई आतंकवादी या लुटेरे नहीं. पुलिस का व्यवहार बिलकुल गलत रहा है. एक सांसद को एक मंत्री से अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर मिलने का पूरा हक है.’ विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने डॉ किरोड़ी लाल मीणा को इतना डरा दिया कि वे उनके बंगले से निकलने को तैयार नहीं हुए, आखिर खुद विश्वेंद्र सिंह को अपनी गाड़ी में बैठाकर किरोडी लाल को उनके घर छोड़कर आए. पूरे मामले को लेकर मंत्री विश्वेंद्र सिंह पुलिस के रवैये से खासे नाराज नज़र आए. वहीं डॉ किरोड़ी लाल मीणा की सियासी पकड़ का भय प्रशासन पर साफ नजर आया.