Politalks.News/Congress/Delhi. नेशनल हेराल्ड केस में लगातार तीसरे दिन भी राहुल गांधी से पूछताछ जारी है. वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं को AICC दफ्तर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. यहीं नहीं कुछ कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस AICC दफ्तर के अंदर से पकड़ कर बाहर ले गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस का ये रवैया अब सवालों के घेरे में आ गया और कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर बीजेपी एवं केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट और उनके समर्थकों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं राहुल गांधी लंच के बाद एक बार फिर से ED के दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंच चुके हैं. बीते दो दिन में करीब राहुल गांधी से 21 घंटे से ज्यादा की पूछताछ की जा चुकी है और फ़िलहाल पूछताछ जारी है.
बुधवार को लगातार तीसरे दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ जारी है. लंच के बाद एक बार फिर राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच चुके हैं. वहीं पिछले तीन दिन से लगातार इसके विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की तरफ से भारी प्रदर्शन किया जा रहा है. तीसरे दिन ये प्रदर्शन कुछ उग्र हो गया और आक्रोशित नेताओं ने ED के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करते हुए टायर जला दिए, वहीं कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने AICC दफ्तर के अंदर से खींचकर लाकर हिरासत में ले लिया. दिल्ली पुलिस की इस कार्यवाही को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने बीजेपी और केंद्र सरकार खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. AICC दफ्तर से एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए रणदीप सुरजेवाला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सहित दिग्गजों ने पत्रकार वार्ता की.
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘ऐसा इस देश में पहली बार हो रहा है कि किसी पार्टी के दफ्तर में उस पार्टी के नेताओं की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. आज कांग्रेस के नेताओं कार्यकर्ताओं को AICC में घुसने तक नहीं दिया जा रहे है. इनकी इतनी हिम्मत कैसे हो रही है कि ये हमें और हमारे नेताओं को हेडक्वार्टर में नहीं जाने दे रहे. यह दुस्साहस इन्हें भारी पड़ेगा. भगवान जाने दिल्ली पुलिस कमिश्नर काे कौन गाइड कर रहा है कि कांग्रेस हेडक्वार्टर पर एंट्री बंद करवा दी. इसका माकूल जवाब दिया जाएगा याद रखना. भाजपा शाषित ये 8 साल का काला अध्याय है अगर इसे इतिहास में लिखा जाएगा तो काले अध्याय के रूप में लिखा जाएगा.
सीएम गहलोत ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि, ‘आज देश में ऐसा माहौल बना दिया गया है जो विस्फोटक बन गया है. यहीं कारण है कि राहुल गांधी ने लंदन में बयान दिया था कि भाजपा ने पुरे देश में कैरोसिन छिड़क दिया है. इस बात को मैं समझता हूं कि हम सबको समझ जाना चाहिए कि उनके मायने क्या थे और वो ही हो रहा है. आज एआईसीसी में हमारे महासचिव नहीं घुस सकते. हमारे नेता दिल्ली आ रहे हैं तो रास्ते में गिरफ्तार किया जा रहा है. हमने सीबीआई, सीबीडीटी, ईडी प्रमुखों से मिलने का वक्त मांगा, लेकिन मिलने का समय नहीं दिया. कांग्रेस राज में बीजेपी नेता कलेक्टर, कमिश्नर से लेकर वरिष्ठ अफसरों से टाइम मांगते थे तो टाइम मिलता था लेकिन यहां तो कोई मिलने को तैयार नहीं हो रहा है. आगे जरूरत पड़ी तो हम पीएम, राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगेंगे और अपनी बात कहेंगे.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री जी, विपक्षी पार्टी यह मांग करती है कि आपको देश को संबोधित करना चाहिए कि देश में शांति, सद्भाव और भाईचारा बना रहे और मैं किसी कीमत पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं करूंगा. लोकतंत्र में भय होना लाजमी है क्या? आपको देशवासियों को यह संबोधित करना चाहिए कि मैं हिंसा को बर्दाश्त नहीं करूंगा. इसमें इन्हें संकोच क्यों हो रहा है यह समझ से परे है.’ वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, ‘यह कहां का लोकतंत्र है और कब तक ऐसा चलेगा? आप किसी को एक सीमा तक दबा सकते हैं, उससे अधिक नहीं. पानी सिर के ऊपर जा रहा है. यह बर्दाश्त करने के लायक बिल्कुल नहीं है.’
वहीं कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने कहा कि, ‘पिछले कुछ दिनों से जो घटनाक्रम चल रहा है, उसे देख कर यही लगता है कि भाजपा सरकार कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की ओर तेजी से काम कर रही है. 136 साल पुरानी वह पार्टी, जिसने देश की आजादी में एक कर्णधार की भूमिका अदा की थी, भाजपा आज उसके खिलाफ काम कर रही है. पुलिस द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय को एक छावनी में तब्दील कर दिया गया. यहां कोई आ नहीं सकता, यहां से कोई जा नहीं सकता. यह एक राजनीतिक पार्टी का कार्यकाल है, एक राष्ट्रीय पार्टी का मुख्यालय है. क्या यहां आने के लिए हमें पुलिस की इजाजत लेनी होगी?’