Demand to make Sachin Pilot the Chief Minister. प्रदेश में लंबे समय से जारी नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच दिग्गज कांग्रेस नेता सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग तेज हो चली है. प्रदेश के कई हिस्सों के बाद अब हाड़ौती से भी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठने लगी है. कांग्रेस की कोटा देहात अध्यक्ष सरोज मीणा ने कहा कि अभी जो हालात प्रदेश कांग्रेस में हो रहे हैं उससे कांग्रेसी कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में है. चुनावी समय आने वाला है और कार्यकर्ता, प्रदेश की जनता, युवा नेतृत्व परिवर्तन चाहता है. राहुल गांधी की प्रदेश में यात्रा के प्रवेश से पहले आलाकमान को फैसला करना चाहिए. सरोज मीणा ने साफ कहा कि विपक्ष में रहने के दौरान सचिन पायलट ने ही पूरे प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत किया था और सरकार बनी थी. अब भी समय रहते नेतृत्व सचिन पायलट के हाथ में दिया जाए तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार फिर से और मजबूती के साथ बनेगी.
आपको बता दें कि कोटा देहात अध्यक्ष सरोज मीणा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर न सिर्फ सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर भी बड़ा बयान दिया. दरअसल, दिसंबर के प्रथम सप्ताह में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान आने वाली है, जिसकी एंट्री हाड़ौती से होगी. ऐसे में रविवार को कोटा में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में देहात जिलाध्यक्ष सरोज मीणा ने मांग उठा दी कि मुख्यमंत्री उन्हें समय ही नहीं देते हैं. उन्होंने विधायकों को पूरा राजी किया है, लेकिन संगठन की कोई सुनवाई इस सरकार में नहीं हुई है.
सरोज मीणा ने आगे कहा कि सीएम गहलोत विधायकों और मंत्रियों से कहते हैं कि आप मांगते हुए थक जाओगे, लेकिन मैं सीएम से समय मांगते थक गई हूं. चार साल बीत गए, लेकिन मुझे मिलने का समय भी नहीं मिला. सरोज मीणा ने कहा कि जिस तरह से बादल गरजते हैं और किसान और आम जनता सोचती है कि बारिश आएगी. उसके बाद किसानों के चेहरे खिल उठते हैं, लेकिन यहां तो बादल ही गरजने के बाद गायब हो जाते हैं. मीणा ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश में कई काम करवाए हैं, लेकिन जनता पायलट को सीएम के रूप में देखना चाहती है. मुख्यमंत्री गहलोत के पास संगठन के लिए समय नहीं है, मैं खुद 4 साल से उनसे समय मांग रही हूं लेकिन उनके पास कमेटी के अध्यक्ष की बात सुनने तक का समय नहीं है, संगठन से सरकार बनती है ना कि सरकार से संगठन.
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सरोज मीणा ने कहा कि संगठन का कार्यकर्ता कांग्रेस आलाकमान की तरफ देख रहा है कि सीएम को लेकर फैसला हो जाए. जिस तरह से सचिन पायलट ने विपक्ष में रहकर काम किया है, सड़कों पर संघर्ष किया है, इसीलिए सरकार आई है. आलाकमान सभी विधायकों से बात कर नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले. आज का युवा और आम जनता कह रही है कि सचिन पायलट के नेतृत्व में ही सरकार दोबारा आएगी. ऐसे में पायलट को सीएम बनाना चाहिए. सरोज मीणा ने कहा कि राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर हाडोती के कार्यकर्ताओं में भी काफी उत्साह है, वह इसे लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं. यात्रा के कार्यक्रम का फाइनल चार्ट जल्द ही मिलेगा. सरोज मीणा ने आगे कहा कि लेकिन अभी जो स्थिति प्रदेश में कांग्रेस के अंदर बन रही है उससे कार्यकर्ता खुश नहीं है. जब नेतृत्व परिवर्तन की बात आई और फिर वापस ठंडे बस्ते में चली गई. युवा कार्यकर्ता सचिन पायलट को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं.
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सरोज मीणा के साथ ही कोटा देहात कांग्रेस के महामंत्री विकास शर्मा ने भी कहा कि प्रदेश की कमान अब सचिन पायलट के हाथ में देनी चाहिए. पहले आलाकमान के कहने पर ही सचिन पायलट पीछे हटे और उप मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन अब जब आलाकमान ने मुख्यमंत्री गहलोत से बदलाव की बात कह दी है तो गहलोत बात नहीं मान रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पहले ही विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के साथ थे, लेकिन अब विधायक सचिन पायलट के साथ आकर खड़े हो गए हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है.