गद्दारी से पुराना नाता है छुरा घोंपना आता है- सिंधिया महल के बाहर लगे पोस्टर से मचा सियासत में हड़कंप

सिंधिया महल के बाहर पोस्टर लगवाने वाले कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने कहा- सिंधिया परिवार आदिकाल से करता आ रहा है गद्दारी, पहले उसने रानी लक्ष्मीबाई के साथ गद्दारी की और अब फिर कांग्रेस से, जिस तरह से जनता ने साल 2018 में कांग्रेस में विश्वास जताया था, लेकिन सिंधिया ने गद्दारी कर कमलनाथ की पीठ में घोंपा छुरा, सिंधिया ने 1 लाख कांग्रेसियों के साथ की है गद्दारी

'सिंधिया परिवार आदिकाल से रहा है गद्दार'
'सिंधिया परिवार आदिकाल से रहा है गद्दार'

Politalks.News/MadhyaPradesh. अगले साल होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 (MadhyaPradesh Assembly Election) से पहले प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर पोस्टर ‘वॉर’ की सियासी शुरुआत हो गई है. ग्वालियर (Gwalior) में एक बार फिर पोस्टर वार शुरू हो गया है. शहर के फूलबाग क्षेत्र में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के महल जय विलास पैलेस के सामने एक विवादित पोस्टर लगाए जाने से प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है. पोस्टर में ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ (Ex CM Kamalnath) की पीठ में चाकू घोंपते हुए दिखाया गया है और लिखा है, ‘गद्दारी से पुराना नाता है छुरा घोंपना आता है.’ हालांकि पोस्टर में सिंधिया का चेहरा और गले में डला BJP के गमछे को ब्लर किया गया है.

इस विवादित पोस्टर में के तरफ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को राम की मुद्रा में और दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को लक्ष्मण के किरदार में धनुष पर तीर चढ़ाते दर्शाया गया है. यही नहीं इसी पोस्टर में सबसे ऊपर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह को हनुमान जी के रूप में संजीवनी लेकर आते हुए दिखाया है. पोस्टर में ऊपर की तरफ लिखा है कि, ‘गद्दारी से पुराना नाता है, छुरा घोंपना आता है.’ तो वहीं पोस्टर में नीचे की तरफ लिखा गया है कि, ‘वफादारी से नाता है, तीर चलाना आता है.’

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दरअसल, इस पोस्टर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत (Sidharth Singh Rajawat) ने शुक्रवार शाम को सिंधिया महल जय विलास पैलेस के ठीक सामने की दीवार पर लगवाया है. बता दें, राजावत को कट्‌टर सिंधिया विरोधी माना जाता है और इससे पहले भी सिद्धार्थ सिंह राजावत ने सिंधिया के भाजपा जॉइन करने के बाद सिंधिया महल की दीवार पर गुमशुदा और लापता के पोस्टर लगवाए थे. इतना ही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को तलाशने वाले को इनाम देने की घोषणा भी की थी.

गद्दारी से पुराना नाता है सिंधिया परिवार का
पोस्टर को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने कहा कि, ‘सिंधिया परिवार आदिकाल से गद्दारी करता आ रहा है. पहले उसने रानी लक्ष्मीबाई के साथ गद्दारी की और अब फिर कांग्रेस से. जिस तरह से जनता ने साल 2018 में कांग्रेस में विश्वास जताया था, लेकिन सिंधिया ने गद्दारी कर कमलनाथ की पीठ में छुरा घोंपा. सिंधिया ने 1 लाख कांग्रेसियों के साथ गद्दारी की है. जिस तरह पोस्टर में दिखाया गया है कि कांग्रेस के बड़े नेता तीर चला रहे हैं, उससे गद्दार का हाथ कटकर गिर जाएगा. अब ग्वालियर में एक दिन बाद बड़ी बैठक होने वाली है, आगामी चुनाव पर चर्चा होगी. ऐसे में विरोध अभियान की शुरुआत हमने आज से ही शुरू कर दी है. सिंधिया परिवार हमेशा से गद्दारी के लिए जाना जाता है वैसा ही उन्होंने किया.’ इसके साथ ही राजावत ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर तंज कसते हुए कहा कि वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं.

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सिंधिया के तोड़ की तैयारी में कांग्रेस
मध्यप्रदेश में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण सरकार गंवाने वाले कमलनाथ व अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अब ग्वालियर-चंबल अंचल में सिंधिया को घेरने की तैयारी में लग गए हैं. कांग्रेस भी जानती है कि साल 2023 में कांग्रेस की सरकार बनानी है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया का तोड़ निकालना ही पड़ेगा. इसीलिए लगातार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग्वालियर-चंबल अंचल में दौरे कर रहे हैं. आपको बता दें पिछले ल 15 दिन के अंदर दो बार कमलनाथ, दो बार दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, अन्य नेता इस क्षेत्र के दौरे पर आ चुके हैं और सभी ने सिंधिया पर जुबानी हमला किया है, लेकिन अब बात जुबानी हमले से पोस्टर वॉर तक पहुंच गई है. अब कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार बताते हुए प्रचार कर रही है.

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