Politalks.News/GujaratAssemblyElection. साल के अंत में होने वाले हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है. गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की परफॉरमेंस में आई कमी और एंटी इंकम्बेंसी को साधने के लिए बीजेपी आलाकमान प्रदेश में पूरी तरह सक्रीय हो चूका है. तीन बार सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी विधानसभा चुनाव की कमान मानों अपने ही हाथों में थाम रखी है. मार्च में संपन्न हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी का अब मुख्य फोकस गुजरात पर है. बीते 3 महीनों की अगर बात की जाए तो पीएम मोदी ने गुजरात के 17 कार्यक्रमों में हिंसा लिया है, इसमें भी खास बात यह है कि इनमें से 6 कार्यक्रम केवल पाटीदार समाज के हैं. इसी कड़ी में आज फिर पीएम मोदी अपने गुजरात दौरे पर हैं और उनके साथ ही गृहमंत्री एवं बीजेपी के चाणक्य अमित शाह भी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं.
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट जिले के आटकोट शहर पहुंच पटेल सेवा समाज द्वारा निर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल उद्घाटन किया. ये अस्पताल 40 करोड़ की लागत से बना है. यहीं नहीं पीएम मोदी ने यहां एक रैली के जरिये पाटीदार समाज को साधने की भी कोशिश की. पीएम मोदी और बीजेपी ये अच्छी तरह जानती है कि विधानसभा चुनाव में पाटीदार समाज की बहुत ही अहम भूमिका है. प्रदेश में करीब 12 फीसदी आबादी पाटीदार समाज की है. इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाटीदार समाज द्वारा बनवाये गए हॉस्पिटल के उद्धघाटन के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार राष्ट्रसेवा के 8 साल पूरे कर रही है. इन वर्षों में हमने गरीब की सेवा, सुशासन और गरीब के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए हमने देश के विकास को नई गति दी है.’
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पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘पिछले आठ साल से हमारी केंद्र में सरकार है. हम पिछले आठ साल से भारत को गांधी का देश बनाने की कोशिश में लगे हैं. मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे देश को नीचा देखना पड़े क्योंकि मुझमें आपके ही संस्कार हैं. अब से 8 साल पहले ही आपने मुझे गुजरात से विदा दी थी. मुझे गुजरात से गए हुए 8 साल हो गए, लेकिन आपका प्रेम मेरे लिए बढ़ता ही रहा. आज जब गुजरात की धरती पर आया हूं तो मैं सिर झुकाकर गुजरात के सभी नागरिकों का आदर करना चाहता हूं, क्योंकि आपने ही मुझे संस्कार-शिक्षा दी और मुझे सिखाया कि समाज के लिए कैसा जीना चाहिए?’
यहां जो सबसे काबिले गौर बात है वो यह की प्रधानमंत्री मोदी जब विदेश दौरों पर होते हैं खासकर अमेरिका, या फिर पीएम मोदी जब किसी उत्तर भारत के बड़े राज्य खासकर गुजरात में चुनाव के आसपास किसी भी जनसभा को सम्बोधित कर रहे होते हैं तो पीएम मोदी को हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद जरूर आती है. यहां तक कि मोदी जी उस वक़्त यह ही दर्शाने की कोशिश करते हैं कि वो ही बापू के सबसे बड़े और सच्चे अनुयायी हैं, बापू के आदर्शों का उनके जीवन पर गहरा असर है, संक्षिप्त में बापू महात्मा गांधी उनके लिए भगवान हैं. लेकिन जब बीजेपी और उसके नेता अपने सोशल मीडिया पेज या सार्वजनिक रूप से महात्मा गांधी की को बेइज्जत करते हैं, उनकी मजाक बनाते हैं, बापू के हत्यारे को पूजते हैं उसके जिन्दाबाद के नारे लगाते हैं तब, मध्यप्रदेश की बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर खुलेतौर पर बापू को गाली देती है, एमपी में नाथूराम गोडसे का मंदिर और लाइब्रेरी बनाई जाती है, तो हमारे प्रधानमंत्री मोदी आंख और कान बंद कर लेते हैं. ये कैसी श्रद्धा है बापू के प्रति? खैर…
महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ‘बापू एक ऐसा भारत चाहते थे जो हर गरीब, वंचित, पीड़ित हमारे आदिवासी भाई-बहन, हमारी माता-बहनों को सशक्त करे. जहां शिक्षा और स्वास्थ्य जीवन पद्धति का अंग बने. हमारी सरकार सुविधाओं को शत-प्रतिशत नागरिकों तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है. जब हर नागरिक तक सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य होता है तो भेदभाव भी खत्म होता है, भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नहीं होती. राजकेट में AIIMS, जामनगर में आयुर्वेद और यहां मिनी AIIMS खुल चूका है.’ अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि, ‘एक समय दिल्ली में ऐसी सरकार थी, जिसे हर प्रोजेक्ट में मोदी ही नजर आता था. इसी के चलते हमारे हर बड़े प्रोजेक्ट की फाइल पर ताला लगा दिया जाता था.’
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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी गुजरात दौरे पर हैं. शाह ने आज द्वारका पहुंचकर हिंदुओं के चार धाम में से एक भगवान द्वारकाधीश के दर्शन किए. यहां दर्शन-पूजन के बाद वह ओखा स्थित तटीय पुलिसिंग की राष्ट्रीय अकादमी (NACP) पहुंचे और जवानों से बात की. वहीं शाम को अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गांधीनगर में आयोजित ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम में भाग लेंगे. सियासी जानकारों का मानना है कि गृहमंत्री अमित शाह एक के बाद एक गुजरात और हिमाचल प्रदेश का दौरा कर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का काम कर रहे हैं. बीजेपी अच्छी तरह जानती है कि अगर गुजरात और हिमाचल प्रदेश अगर उनके हाथ से छिटक गया तो उसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल होगा.
5 साल पहले 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले खुद को अलग थलग महसूस करने वाले पाटीदार समुदाय को लुभाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह अपनी पुरजोर कोशिश में जुटे हैं. यहीं कारण है कि मार्च के बाद से अब तक पीएम मोदी ने अपने गृह राज्य में जिन 17 कार्यक्रमों को संबोधित किया है उनमें से 6 का आयोजन पाटीदार समुदाय से मजबूत संबंधों वाले समूहों द्वारा किया गया था. सियासी गलियारों में ये भी चर्चा है कि जल्द ही कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके और पाटीदार आंदोलन से निकले हार्दिक पटेल को पार्टी साथ में लेकर और मजबूत से आगे बढ़ना चाहती है. यही कारण है कि बीजेपी आलाकमान ने पिछले साल ही गुजरात में परिवर्तन करते हुए पटेल मुख्यमंत्री और एक नया मंत्रालय देकर लुभाने की कोशिश की है.