Politalks.News/Congress. बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस ने आज देशभर में प्रदर्शन किया. देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं ने आज काले कपड़े एवं हाथों में काली पट्टी पहनकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गजों ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया. राहुल गांधी ने जहां संसद भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन की तरफ पैदल मार्च निकाला तो प्रियंका गांधी ने AICC मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस ने राहुल-प्रियंका सहित सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया. इससे पहले राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय से बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि, ‘हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था क्योंकि जर्मनी के पूरे-पूरे संस्थान उसके हाथ में थे, उसके हाथ में पैरामिलिट्री फॉर्सेज थी, उसके पास पूरा का पूरा ढांचा था. मुझे पुरा ढाँचा दे दो फिर मैं बताऊँगा चुनाव कैसे जीतते है.’
शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने देश भर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन की तरफ पैदल मार्च निकाला. दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर कांग्रेस नेताओं को विजय चौक पर रोक दिया जिसके बाद राहुल अपने समर्थकों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान सांसदों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी, गौरव गोगोई, अधीर रंजन चौधरी सहित कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया. वहीं AICC मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने AICC मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रियंका गांधीपुलिस की बैरिकेडिंग भी तोड़ आगे निकल गई जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान सचिन पायलट, हरीश रावत, धर्मेंद्र राठौड़, अविनाश पांडेय सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले राहुल गांधी ने AICC मुख्यालय से प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता की शुरुआत में ही मीडिया कर्मियों से पुछा कि, ‘लोकतंत्र की जो मौत हो रही है, उसके बारे में आपको क्या महसूस हो रहा है?’ राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘इस देश ने जो 70 साल में बनाया, उसको 8 साल में खत्म कर दिया गया. आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र है ही नहीं. आज हिंदुस्तान में 4 लोगों की तानाशाही है. हम महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे उठाने चाहते हैं, समाज को बांटा जा रहा है, उसके बारे में चर्चा करना चाहते हैं. हमें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है, सड़क पर अरेस्ट किया जाता है, ये आज हिंदुस्तान की हालत है. वर्तमान माहौल में मीडिया हिम्मत नहीं दिखा सकती. लोकतंत्र के खत्म होने का मतलब होगा, आपकी जिंदगियों पर खतरा. इसलिए सबको लड़ना होगा.’
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘जो सत्ता देश की विरासत को तबाह कर दे, संपत्ति को नष्ट कर दे, उसके खिलाफ आवाज़ उठाना ही देशभक्ति है. लोकतंत्र में विपक्ष संस्थानों के बल पर लड़ता है. मतलब देश का लीगल स्ट्रक्चर होता है, इलेक्टोरल स्ट्रक्चर होता है, जो देश की मीडिया होती है. उसके बल पर विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन इन सभी संस्थानों में सरकार ने अपने लोग बिठा रखे हैं. हिंदुस्तान का हर संस्थान आज स्वतंत्र, निष्पक्ष नहीं है. हिंदुस्तान का हर संस्थान आज RSS के नियंत्रण में है. हम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं, हम हिंदुस्तान के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं. जब हमारी सरकार होती थी, तब इंफ्रास्ट्रक्चर निष्पक्ष रहता था. हम इंफ्रास्ट्रक्चर को कंट्रोल नहीं करते थे, तब राजनीतिक पार्टियों के बीच लड़ाई होती थी.’
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बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘वर्तमान समय में पूरा फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर उनके साथ है, अगर कोई दूसरी पार्टी को सपोर्ट करना चाहे तो उसके खिलाफ ED, सीबीआई लगा दी जाती है. बीजेपी-संघ फाइनेंसियल मोनोपॉली है. तानाशाही का इतिहास दुनिया में बहुत खराब रहा है. इस खराबे से हमें अपने देश को बचाना होगा. सच्चाई एक है, लेकिन धारणा अलग बनाई जाती है. कहते हैं- स्टार्टअप इंडिया से पूरा ट्रांसफॉर्मेशन कर दिया. लेकिन आप दिखाइए कि स्टार्टअप इंडिया कहां है? स्टार्टअप इंडिया लोगों को सड़क पर फेंक रही है. बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, मगर हिंदुस्तान की सरकार कह रही है कि ये सच्चाई नहीं है. ऐसे ही महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन हिंदुस्तान की वित्तमंत्री कह रही हैं कि महंगाई नहीं है. पूरा कम्युनिकेशन स्ट्रक्चर उनके हाथ में है.’
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘जितना मैं सच्चाई बोलूंगा, उतना मेरे ऊपर आक्रमण होगा. मेरी ये समस्या है कि मैं सच्चाई बोलता हूं, डरता नहीं हूं. जब हिंदू-मुस्लिम को लड़ाया जाता है, तब हमें दर्द होता है. जब किसी दलित को मारा जाता है, तब हमें दर्द होता है. जब किसी महिला पर अत्याचार होता है, तब हमें दर्द होता है इसीलिए हम लड़ते हैं, ये परिवार नहीं एक विचारधारा है.’ राहुल गांधी ने आगे हिटलर का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था, हिटलर भी चुनाव जीत जाता था. हिटलर चुनाव ऐसे जीतता था कि जर्मनी के पूरे-पूरे संस्थान उसके हाथ में थे, उसके हाथ में पैरामिलिट्री फॉर्सेज थी, उसके पास पूरा का पूरा ढांचा था. मुझे पुरा ढाँचा दे दो फिर मैं बताऊँगा चुनाव कैसे जीतते है.’ वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘आप समझ रहे हैं कि देश में क्या हालात हैं, हम में से किसी ने कभी कल्पना नहीं की थी कि ऐसा समय भी आएगा, जब लोकतंत्र को खत्म होता देखना पड़ेगा. जिस तरीके से संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, कोई कल्पना नहीं कर सकता. महंगाई हो, बेरोजगारी हो, जीएसटी हो; इस सरकार में इन मुद्दों पर सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.’