Politalks.News/Delhi. आस्था के महापर्व छठ पूजा का उत्सव आज से शुरू हो गया है. इस चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. लेकिन हर साल की तरह इस बार भी छठ पूजा के मौके पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. एक तरफ जहां दिल्ली के LG विनय कुमार सक्सेना ने बड़ा फैसला लेते हुए छठ पूजा के कारण 30 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में ‘ड्राय डे’ घोषित कर दिया है. वहीं सोशल मीडिया पर भाजपा सांसद का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वे एक अधिकारी को जमकर लताड़ लगा रहे हैं. यमुना में उठ रहे झागों को हटाने के लिए जल बोर्ड के अधिकारी केमिकल का छिड़काव कर रहे थे कि बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह अधिकारी से बदसलूकी पर उतर आए और उन्होंने अधिकारी के सर पर केमिकल डालने की बात कहते हुए उसे बकवास, बेशर्म और घटिया तक कह डाला. इसके बाद वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने बीजेपी सांसद की जमकर क्लास लगाई.
दरअसल कोरोना महामारी के बाद से जैसे देश में हर त्यौहार कुछ सिमित सा हो गया था लेकिन अब जब सबकुछ ठीक है त्योहारों की रौनक भी लौटने लगी है. लेकिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की मुश्किलें हैं कि कम होने का नाम ही नहीं लेती. पहले जहां विपक्षी दलों ने दिवाली पर पटाखों पर लगाए गए बैन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. तो वहीं अब छठ पूजा को लेकर भी प्रदेश की सियासत चरम पर है. पिछले कुछ सालों की इस बार भी यमुना के किनारे बनाए गए कृत्रिम घाटों पूजा हो सकेगी, वहां पानी में खड़े हाेकर श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे, लेकिन नदी के पानी में जाने की इजाजत नहीं होगी. लेकिन यमुना में उठ रहे झागों को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. लेकिन इस बार बीजेपी सांसद का विरोध स्थानीय जनता को रास नहीं आया. भाजपा सांसद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वे एक अधिकारी को जमकर लताड़ लगा रहे हैं.
यह भी पढ़े: बलात्कर और हत्या के दोषी राम रहीम की शरण में भाजपा नेता, हिमाचल के मंत्री ने लिया आशीर्वाद
बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने बदतमीजी करते हुए अधिकारी से कहा कि, ‘ये जो तू छिड़क रहा है ये तुझे आठ सालों में याद नहीं आया? यहां तुम लोगों को मार रहे हो, पिछले आठ सालों में यमुना साफ नहीं कर पाए.’ इसके जवाब में दिल्ली जल बोर्ड के अफसर संजय शर्मा ने कहा कि, ‘आप कैसे कह सकते हैं कि इससे लोग मर रहे हैं.’ सांसद ने बदसलूकी के साथ जवाब देते हुए कहा कि ‘तू इसमें डुबकी लगाकर दिखा.’ इस पर अधिकारी बोला कि, ‘आप गुस्सा क्यों कर रहे हैं, यह अप्रूव्ड है साफ करने के लिए डाला जा रहा है.’ तो बीजेपी सांसद भड़क गए और कहा कि, ‘इसे तेरे सिर पर डाल दूं, बकवास कर रहा है, शर्म नहीं आती, बेशर्म, घटिया आदमी बोले जा रहा है.’ इस दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने उल्टा बीजेपी नेताओं को ही आड़े हाथ ले लिए.
एक स्थानीय युवक ने सांसद से कहा कि, ‘हम इन्हें देख रहे हैं, ये अधिकारी यहां काम कर रहे हैं लेकिन आप क्यों इन्हें टोक रहे हो.’ इस पर सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि, ‘यहां यमुना की सफाई करने मैं और हमारी पार्टी के कार्यकर्ता आते हैं उसके अलावा कोई नहीं आता.’ तो युवक ने कहा कि, ‘कोई नहीं आता है यहां पर, अधिकारीयों के अलावा. वो भी यहां पर काम करते रहते हैं. मैं डेली यहां आता हूँ लेकिन मुझे कभी भी आप नहीं दिखे. आप अधिकारी से ये क्या कह रहे हैं, वह अधिकारी हैं, इतनी पढ़ाई करके आए हैं. उन्हें नेता नहीं बनना है. आप ऐसे कैसे बात कर सकते हैं. हमें कभी भी आपकी पार्टी का कोई नहीं दिखा यहां पर बल्कि हम लोग ही इसे शनिवार, रविवार को साफ करते हैं. ये लोग तो अप्रूव केमिकल डाल रहे हैं. आप लोग तो कभी भी नजर ही नहीं आए यहां.’ इसके बाद भाजपा सांसद सकपका गए और अपने साथियों के साथ वहां से चलते बनें.
यह भी पढ़े: कांग्रेस विधायक से भाजपा नेताओं की जबरदस्त झड़प, पूर्व सभापति ने दी अकेले में देख लेने की धमकी
यही नहीं अधिकारी को लताड़ लगाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि, ‘आज यमुना के पास छठ घाट का दौरा करने पर हमें वहां जहरीले केमिकल के कंटेनर मिले. इस केमिकल को नदी में डाला जाएगा. वहां मौजूद अधिकारी से पूछा कि लोगों को नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा. उनसे बार-बार कहा कि यमुना नदी में केमिकल न डालें, लेकिन अधिकारी ने मेरी एक नहीं सुनी. अगर अधिकारी इस मामले में मेरी बात नहीं सुनते हैं तो मैं नाराज कैसे नहीं हो सकता? दिल्ली की जनता के हित के लिए अगर मुझे इस तरह से बात करनी पड़े तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है, यह सही है.’ वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने बड़ा फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिख सूचित किया कि 30 अक्टूबर को दिल्ली में ‘ड्राय डे’ रहेगा.
LG वीके सक्सेना ने पत्र में लिखा कि, ‘ये दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है कि वह छठ पर घाटों की साफ-सफाई का खास ख्याल रखे. कोरोना के बाद पहली बार छठ पूजा का आयोजन इतने बड़े स्तर पर किया जा रहा है, जिसके लिए बकायदा 840 से ज़्यादा छठ घाट तैयार किए गए हैं. बड़ा त्योहार है, भारी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं इसलिये तैयारियां भी उसी हिसाब से की जाएं. प्रशासन की ज़िम्मेदारी बनती है और किसी भी स्तर पर कोई कमी तैयारियों को लेकर न रहे. छठ घाटों पर साफ़ सफ़ाई का विशेष ध्यान रखा जाए. साथ ही लोगों को जागरूक करने का काम भी दिल्ली सरकार करे कि लोग सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें पर्यावरण का ध्यान रखें और घाटों को स्वच्छ रखने में योगदान दें.’