Politalks.News/Alwar. अलवर के शेखपुरा में अन्नकूट प्रसादी को लेकर उठा विवाद शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है. 26 अक्टूबर बुधवार को थाना क्षेत्र के हमीराका गांव में स्थित शिव मंदिर में दलित समाज के युवक भगवान गोवर्धन का प्रसाद बना रहे थे कि उसी वक़्त दूसरे पक्ष के 6 लोग वहां आये और प्रसाद को फेंक दिया. यही नहीं उन्होंने मंदिर में आरती भजन-कीर्तन करने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद से जिले में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. घटना को लेकर शेखपुर थाने में गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान थाना पहुंचे तिजारा विधायक की बीजेपी कार्यकर्ताओं से झड़प और तू-तू मैं-मैं भी हो गई. यही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय विधायक संदीप यादव पर क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप तो लगाए ही, साथ में नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन ने विधायक को अकेले में देख लेने की खुली चेतावनी तक दे डाली. फ़िलहाल पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, अलवर के तिजारा क्षेत्र के भिवाड़ी के गांव हमीराका स्थित शिव मंदिर में बुधवार शाम करीब 6.30 बजे अन्नकूट प्रसादी वितरण कार्यक्रम चल रहा था. तभी वहां पर समुदाय विशेष के करीब आधा दर्जन लोग आए और मंदिर में रखे प्रसाद को नीचे गिरा दिया और वहां उपस्थित कुछ लोगों के साथ मारपीट की तथा अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मन्दिर में कोई आरती व सत्संग जैसे कार्यक्रम नहीं करने के लिए भी कहा साथ ही ऐसा करने तथा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पर जान से मारने की धमकी दी. यहीं नहं उन्होंने महिलाओं के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया. इस मामले की रिपोर्ट हमीराका गांव के रहने वाले रविंद्र कुमार ने एक मेजर नामे के माध्यम से थाने में दी. तो वहीं आरोप लगाया कि कि थाना अधिकारी ने न तो रिपोर्ट दर्ज की और न आरोपियों को गिरफ्तार किया.
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ऐसे में इस मामले को लेकर गुरुवार को भाजपा से पूर्व विधायक मामनसिंह यादव, पूर्व सभापति संदीप दायमा, प्रधान जयप्रकाश यादव सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने शेखपुर थाने पर पहुंच धरना देकर विरोध किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की. मामले को गंभीरता से लेते हुए आसपास के थाना प्रभारी ने अतिरिक्त पुलिस जाप्ता लगा दिया. इस दौरान स्थानीय थाना अधिकारी सहित डीएसपी प्रेमबहादुर सिंह भी मौके पर पहुंचे तथा जानकारी ली. इस बीच भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. लेकिन सियासी गहमागहमी तब बढ़ गई जब बसपाई से कांग्रेसी बने स्थानीय विधायक संदीप यादव वहां पहुंचे.
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मामले की गंभीरता को देखते हुए तिजारा विधायक संदीप यादव अपने समर्थकों के साथ जानकारी के लिए थाने पर पहुंचे, तभी भाजपा कार्यकर्ताओं एवं विधायक समर्थकों में नारेबाजी, आरोप-प्रत्यारोप को लेकर विवाद एवं कहासुनी हो गई. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि, ‘क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने में विधायक संदीप यादव और उसकी सह पर काम कर रहे तिजारा डीएसपी प्रेम बहादुर सिंह ने अगर अपने रवैया को नहीं सुधारा तो फिर अब उनसे सीधे आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी.’ वहीं नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन संदीप दायमा ने तो विधायक को अकेले में देख लेने की खुली चेतावनी दे डाली. इस पूरे घटनाक्रम की एक वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
हालांकि पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत करा दिया. इस दौरान विधायक ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. इस दौरान भाजपा पदाधिकारियों ने एएसपी से तिजारा डीएसपी की कार्यशैली से असंतुष्ट होकर अन्य अधिकारी से जांच कराने की मांग की. एएसपी ने प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को बताया कि 4 आरोपियों में से 2 को हिरासत में ले लिया है. अन्यों को भी 24 घन्टे में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद धरना समाप्त किया गया.