Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तरप्रदेश की राजनीति में हुई एक शख्स की एंट्री के बाद से यहां की सियासत में बैचेनी अचानक से बढ़ गई है. यही नहीं यूपी के भाजपा नेताओं में जबरदस्त उथल-पुथल मच गई है. इसका कारण है यूपी की राजनीति में ‘मोदी मैन या मोदी वाले शर्मा जी‘ की धमाकेदार एंट्री. पीएम नरेन्द्र मोदी के सीएमओ से पीएमओ तक के सफर में 18 साल से साथ चल रहे वरिष्ठ आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा की उत्तरप्रदेश भाजपा में एंट्री हो गई है. मकरसंक्रांति के पावन पर्व के दिन यानि 14 जनवरी को लखनऊ के प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के आदेश का पालन कर अरविंद कुमार शर्मा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई. यहीं नहीं मोदी मैन कहे जाने वाले एके शर्मा ने कल उत्तरप्रदेश विधान परिषद के लिए नामांकन भी दाखिल कर दिया है.
इसी बीच मोदी मैन शर्मा जी की जिम्मेदारी और कद को लेकर भाजपाइयों में कयासों का दौर जो शुरू हुआ वह थमने का नाम नहीं ले रहा है. गोरखपुर से लौटने के बाद 15 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान मौजूद वहां पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री से पूछा कि मोदी मैन शर्मा जी को उत्तर प्रदेश में क्या जिम्मेदारी मिलेगी, उस पर योगी भी खुलकर नहीं बोल पाए हां इशारों में जरूर उन्होंने संकेत दिए उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी ही मिलेगी. इसके बाद लखनऊ के सियासी गलियारों में कई प्रकार की चर्चाओं को बल मिलना शुरू हो जाता है, कोई कह रहा है कि दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री के पद से हटाकर एके शर्मा को जिम्मेदारी दी जाएगी वहीं कुछ कयास लगाते हैं कि गृह मंत्रालय या वित्त मंत्रालय भी दिया जा सकता है, यही नहीं यह भी अटकलें हैं कि अगले वर्ष प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए शर्मा जी को महत्वपूर्ण और बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है.
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विधान परिषद उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान ‘एके’ पर टिकी सबकी निगाहें
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर 28 जनवरी को मतदान होना है. भारतीय जनता पार्टी के 10 प्रत्याशियों ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इनमें उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और एके भी शामिल हैं. ‘एके शर्मा ने सुबह नामांकन से पहले काफी उत्साहित भी नजर आए. इस दौरान उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाए’. नामांकन से पहले सभी उम्मीदवार भाजपा मुख्यालय पहुंचे. यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में सभी प्रत्याशी निकलकर भाजपा विधान मंडल दल कार्यालय पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सभी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
गौरतलब है कि भाजपा के बाकी प्रत्याशियों जिन्होंने नामांकन दाखिल किए उनमें लक्ष्मण आचार्य, अश्वनी त्यागी, गोविंद नारायण शुक्ला, कुंवर मानवेंद्र सिंह, सलिल विश्नोई, डॉक्टर धर्मवीर प्रजापति, सुरेंद्र चौधरी शामिल हैं.
भाजपाइयों में पीएम मोदी के खास ‘मोदी मैन’ से संपर्क साधने के लिए लगी होड़
सियासत में आए हुए अरविंद कुमार शर्मा को 5 दिन भी नहीं हुए, लेकिन पीएम मोदी के करीब होने के नाते यूपी के भाजपाई उनसे मिलने और संपर्क तलाशने में जुटे हैं. पार्टी कार्यालय से लेकर कई चौराहों पर एके शर्मा के भाजपा में स्वागत के होर्डिंग्स टंग गए. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित कई नेताओं ने भी ट्वीट कर पार्टी में स्वागत किया. कुछ भाजपा नेताओं का मानना है कि एके शर्मा के आने से राज्य में चल रही योजनाओं की रफ्तार बढ़ सकती है, क्योंकि सीधे पीएमओ का व्यक्ति यहां पर होगा.
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ऐसे ही कई सवाल अरविंद कुमार शर्मा के अचानक वीआरएस लेकर सीधे राजनीतिक पार्टी से जुड़ने को लेकर भी उठ रहे हैं. राजनीतिज्ञों का मानना है कि उत्तर प्रदेश मिशन 2022 में जुटी भारतीय जनता पार्टी को सही समय पर एक नया साथी मिला है. बीजेपी में शामिल होने के बाद एके शर्मा ने कहा था कि उन्हें काफी खुशी है, देश में कई राजनीतिक दल हैं, लेकिन जैसा पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी काम कर रही है वो शानदार है.
इसमें भी कोई दो राय नहीं कि दिल्ली के दरबार से सीधे यूपी आना कोई आसान नहीं है, यही कारण है कि अटकलें लगाई जा रही हैं कि एके शर्मा को यूपी कैबिनेट का कोई अहम पद या फिर सीधे डिप्टी सीएम पद मिल सकता है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेेश शर्मा सबसे अधिक तनाव में है, क्योंकि सबसे अधिक चर्चाएं उन्हीं के स्थान पर एके शर्मा को रिप्लेस किए जाने की है ? आपको बता दें, इस्तीफे से पहले वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर थे. वरिष्ठ आईएएस एके शर्मा ने पहले रिटायरमेंट लिया, फिर 96 घंटे के भीतर ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
वरिष्ठ आईएएस एके शर्मा 18 साल से पीएम नरेंद्र मोदी की टीम का हिस्सा रहे हैं
यहां आपको बता दें कि एके शर्मा को मोदी मैन के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि पिछले करीब 18 साल से वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम का हिस्सा रहे हैं. ऐसे में अब जब उन्हें भाजपा में लाया गया है, तो इसके सियासी मायने भी हैं. उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में पैदा हुए एके शर्मा की कर्मभूमि गुजरात ही रही है . तब से अब तक का पीएम मोदी का भरोसा ही है कि उन्हें यूपी में भेजा गया है ताकि बीजेपी के मिशन 2022 को रफ्तार दी जा सके.
अरविंद कुमार शर्मा गुजरात कैडर 1988 बैच के आईएएस रहेे हैं. 1995 में उन्होंने मेहसाणा की कमान संभाली, जिसके बाद वो लगातार आगे बढ़ते गए, हालांकि, 2001 में जब नरेंद्र मोदी को गुजरात की कमान मिली तब उनकी नजर में एके शर्मा आए. पहले उन्हें सरदार सरोवर के प्रोजेक्ट से जोड़ा गया, फिर वो सीएमओ आ गए. कच्छ में आए भूकंप के बाद उसे संवारने का जिम्मा भी एके शर्मा को मिला, इसके अलावा गुजरात के आर्थिक मामले जैसे वाइब्रेंट गुजरात के जरिए इन्वेस्ट लाने पर भी एके शर्मा ने जोर दिया. यही कारण रहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एके शर्मा का भरोसा बढ़ता चला गया, वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात से राजधानी दिल्ली आए, तो एके शर्मा को भी यहां बुला लिया.