Politalks.News/MadhyaPradesh. हाल ही में हुए मध्यप्रदेश नगरीय निकाय चुनावों के बीते रोज आए परिणामों में दिलचस्प नतीजे देखने को मिले हैं. रविवार को हुई पहले चरण की मतगणना में कुल 11 नगर निगमों के महापौर पदों में से सात पर बीजेपी, तीन पर कांग्रेस और एक पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली है. अब भले ही बीजेपी ने सबसे ज्यादा नगर निगमों पर कब्जा किया हो लेकिन बाकी के जो परिणाम आए हैं वो आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी की नींद उड़ाने के लिए काफी हैं. क्योंकि इन परिणामों में जहां आम आदमी पार्टी ने पहली बार राज्य के किसी भी चुनाव में अपनी विजयी मौजूदगी दर्ज कराते हुए महापौर की एक सीट, पार्षदों की 17 सीटों पर आप को जीत हासिल की, तो वहीं, सूबे में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने कांग्रेस से हारते हुए अपनी दो अहम सीट गंवा दी हैं.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के कुल 16 नगर निगमों के पहले चरण के मतदान में 11 नगर निगम के चुनाव बीती छह जुलाई को हुए थे. इन निकाय चुनाव के परिणामों में सबसे ज्यादा महापौर बनाने के बावजूद बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ है, वो इसलिए क्योंकि पार्टी ने बड़े नेताओं के गढ़ में भाजपा ने अपनी सीट गंवा दी है. ग्वालियर, जिसे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ माना जाता है, यहां पार्टी की उम्मीदवार सुमन शर्मा को कांग्रेस प्रत्याशी शोभा सिकरवार से करारी हार मिली है. यहां बता दें, शोभा सिकरवार कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी हैं. सतीश सिकरवार ने 2018 में बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. इसके बाद सतीश सिकरवार नवंबर, 2020 में कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़े और जीत गए.
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इतना ही नहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के ससुराल जबलपुर में भी भाजपा की बड़ी हार हुई है. यहां महापौर के पद के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार जगत बहादुर सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार डॉक्टर जितेंद्री जामदार को 44,339 मतों से हराया है. वहीं कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के उम्मीदवार विक्रम आहके ने छिंदवाड़ा से भाजपा के अंतर कुमार धुर्वे को 3,786 मतों के अंतर से पराजित किया. छिंदवाड़ा को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का गढ़ माना जाता है. यहां 48 वार्ड में से 26 जीतकर कांग्रेस ने बहुमत सीटें पाई हैं.
वहीं सागर में बीजेपी की संगीता तिवारी ने बीजेपी के विधायक शैलेंद्र जैन की भाभी कांग्रेस की निधि जैन को 12,665 मतों से हराया है. सागर के अलावा बीजेपी की खंडवा, बुरहानपुर और सतना में भी जीत हुई है. वहीं बुरहानपुर में भाजपा की माधुरी पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार शहनाज अंसारी को 542 मतों के अंतर से हराया है. सतना में भाजपा के प्रत्याशी योगेश कुमार ताम्रकर ने कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा को 24,916 मतों के अंतर से पराजित किया. खंडवा में भाजपा की उम्मीदवार अमृता यादव ने कांग्रेस की आशा जैन को 19,763 मतों से पराजित किया है.
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सबसे बड़ी बात मध्यप्रदेश में पहली बार नगरीय निकाय चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को रविवार को हुई वोटों की गिनती में बेहतर परिणाम मिले हैं. पार्टी को महापौर की एक और पार्षदों की 17 सीटों पर जीत मिली है. सिंगरौली नगर निगम में महापौर पद के लिए आप प्रत्याशी रानी अग्रवाल को जीत मिली है. हालांकि, इससे पहले आप लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतार चुकी थी, लेकिन उसे जीत नहीं मिली थी. आप के जिन 17 पार्षदों ने जीत हासिल की है, उनमें से पांच प्रत्याशी सिंगरौली नगर निगम से जीते हैं, जबकि बाकी प्रदेश की विभिन्न नगरपालिका एवं नगर परिषद से पार्षद चुनाव जीते हैं.
संक्षेप में बात करें तो प्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, बुरहानपुर, सतना, खंडवा और सागर में महापौर पद के लिए भाजपा के प्रत्याशी विजयी घोषित किए गए. जबकि ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में कांग्रेस तथा सिंगरौली में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने महापौर पद के लिए जीत दर्ज की है.