सटोरिये ने भाजपा प्रत्याशी को तौला चांदी से, वजन बढ़ाने के लिए ओढ़ा शॉल, बात बढ़ी तो बोले- गिल्ट था

उत्तरप्रदेश में चुनावी प्रचार का घमासान, व्यापारी ने भाजपा प्रत्याशी को चांदी से तौला, तौलने वाले और तुलने वाले दोनों का नाता विवादों से, बात बढ़ी तो चांदी को बताया गिल्ट, सियासी चर्चा है पूरे कुएं में घुली हुई है भांग

सटोरिये ने भाजपा प्रत्याशी को तौला चांदी से
सटोरिये ने भाजपा प्रत्याशी को तौला चांदी से

Politalks.News/UttarPradeshChunav. उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) का चुनावी घमासान अब रोमांचक हो चला है. इस बीच रोचक खबर आगरा (Agra) से आ रही है, यहां शहर की दक्षिण विधानसभा से दो बार विधायक रहे योगेंद्र उपाध्याय आचार संहिता के बीच सटोरिये द्वारा 45 लाख की चांदी (silver silli) से तौले गए. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद विधायक ने चांदी को गिल्ट बताया है और तोलने वाले ने बाजार के लोगों द्वारा चांदी से तौलने पर चांदी न देने की बात कही है. सबसे मजे की बात यह है कि तोलने वाला सुशीला चौहान पूर्व में आईजी जोन की 70 टॉप सटोरियों की लिस्ट में था और बाद में व्यापारी और राजनैतिक सम्बन्धों के चलते उसका नाम हटा दिया गया था. विधायक भी पूर्व में अपने रिश्तेदारों के द्वारा घोटालों के चलते चर्चा में रह चुके हैं. सियासी चर्चा है कि यानि की पूरे कुएं में भांग घुली हुई है.

दक्षिण विधानसभा सीट पर प्रचार के दौरान हुआ स्वागत
जानकारी के मुताबिक आगरा दक्षिण विधानसभा सीट पर प्रचार के अंतर्गत किनारी बाजार में चौबे जी का फाटक में भाजपा प्रत्याशी योगेंद्र उपाध्याय का भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद मशीन पर उनका वजन किया गया और फिर उतने वजन की चांदी तौली गयी. मजेदार वाक्या तब हुआ जब इस दौरान वजन बढ़ाने के लिए समर्थकों ने विधायक को शाल भी पहना दी.

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शॉल ओढ़ा तो भाजपा प्रत्याशी का वजन हुआ 76 किलो 200 ग्राम

बताया जा रहा है कि विधायक प्रत्याशी को चांदी से तौले जाने के दौरान शहर के कई जाने-माने व्यापारी नेता मौजूद थे. पहले विधायक और भाजपा प्रत्याशी का वजन 75 किलो कुछ ग्राम आया और जब उनके समर्थकों ने उन्हें शॉल पहनाई तो हँसी ठिठोली के बीच उनका वजन 76 किलो 200 ग्राम पहुंच गया. बाजार में इतनी चांदी की कीमत 47 लाख रुपये के लगभग बताई जा रही है.

कौन सही है और कौन गलत?

चांदी से तोले जाने के मामले में (सटोरिए) व्यापारी सुशीला चौहान का कहना है कि, हम लोगों ने विधायक को चांदी से सिर्फ तौला है, चांदी उन्हें दी नहीं है. दूसरी तरफ विधायक उपाध्याय चांदी को गिल्ट बता रहे हैं. स्थानीय लोगों में चर्चा है कि विधायक को मशीन पर खड़ा करके उनके वजन के बराबर चांदी तौली गयी. चांदी कारोबारी अपने यहां इतना गिल्ट क्यों रखेगा और गिल्ट से तौला जाना क्या विधायक का अपमान नहीं होगा? इसका मतलब साफ है की कुछ गड़बड़ है.

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तौलने वाले और तुलने वाले दोनों विवादों में

सुशीला चौहान का नाम पूर्व में आईजी जोन द्वारा 70 टॉप सटोरियों की लिस्ट में आ चुका है. वर्तमान में कोरोना काल मे कई व्यापारियों का करोड़ों रुपये चांदी का पेमेंट भी सुशीला द्वारा न दिए जाने की पूरे सर्राफा बाजार को जानकारी है. इसके साथ ही विधायक के खिलाफ आगरा के चर्चित जोन्स मिल घोटाले में जांच के लिए एक महिला द्वारा शिकायत की गई है. कई हजार करोड़ के इस घोटाले में उनका रिश्तेदार कंवलजीत मुख्य आरोपी है और उसका समर्थन करने के आरोप लगाए जा चुके हैं. वहीं निर्वाचन विभाग का कहना है कि, इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है

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