Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रशासन गांवों और शहरों के संग अभियान चला रहे हैं, जिसकी मॉनिटरिंग खुद सीएम गहलोत कर रहे हैं. वही दूसरी ओर उनकी सरकर के एक मंत्री शिविर में आए एक फरियादी को दुत्कारते नजर आ रहे हैं. इन मंत्री जी का एक वीडियो राजस्थान के सियासी गलियारों में जबरदस्त वायरल हो रहा है. इस वीडियो में उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा एक फरियाद को फटकारते, दुत्कारते और गेट आउट कहते सुनाई दे रहे हैं.
लालसोट की लाडपुरा तहसील में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगे कैंप में न्याय की गुहार लगाने पहुंचे एक फरियादी को मदद की बजाय मंत्रीजी का गुस्सा और डांट झेलनी पड़ी. फरियादी की बातों से बिफरे मंत्री जी ने यहां तक कह दिया कि पहले कहां मर गए थे, गेट आउट. इतना ही नहीं सत्ता के नशे में चूर मंत्रीजी सुरक्षा में खड़े अपने सिपाही को फरियादी को शिविर से बाहर निकालने का आदेश तक देते हैं. एक ओर जहां सीएम गहलोत जनता को माई बाप ठहराते नहीं थक रहे हैं वहीं दूसरी ओर उनकी सरकार के मंत्री का आमजन से सलूक सरकार की संवेदनशीलता और मॉनिटरिंग पर सवाल खड़ा करता है. क्या सीएम गहलोत इस वीडियो के आधार पर परसादी लाल मीणा पर कोई एक्शन लेंगे?
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दो साल से लापता जवान बेटे को तलाशने की मांग लेकर पहुंचा था लाचार बुजुर्ग पिता
बताया जा रहा है कि राजस्थान सरकार के उद्योग मंत्री और लालसोट विधायक परसादी लाल मीणा बुधवार को लालसोट की लाडपुरा पंचायत में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान में पहुंचे थे. शिविर में कर्णपुरा गांव के रहने वाले एक बुजुर्ग मीठालाल मीणा परिवार के साथ सरकार से मदद की आस में पहुंचे थे. बुजुर्ग फरियादी ने मंत्री परसादी को बताया कि मीठालाल के जवान बेटे बुद्धिप्रकाश को 18 सितंबर 2019 को दो लोग लोहे का काम करवाने का आश्वासन देकर बहला फुसलाकर महाराष्ट्र ले गए थे. अब वे लोग बेटे को गांव नहीं आने दे रहे हैं. अगर बेटा गांव जाने की बात करता है तो उसे जान से मारने की धमकी देते हैं. आखिरी बार उसकी बेटे बुद्धिप्रकाश से 2 नवंबर 2019 को बात हुई थी. उसके बाद कोई बात नहीं हो पा रही. पीड़ित ने बताया कि इस संबंध में लालसोट थाने में दोनों लोगों के खिलाफ 10 दिसंबर 2019 को नामजद रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने 2 साल तक कोई कार्रवाई नहीं की.
मंत्री परसादी मीणा ने कहा- मैं क्या करू, गेट आउट
लालसोट की लापरवाह पुलिस ने जब कुछ नहीं किया तो बेसहारा बुजुर्ग प्रशासन गांवों के संग अभियान में मदद की आस में पहुंचा था. लाचार बुजुर्ग ने बेटे को बदमाशों के चंगुल से छुड़वाने के लिए मंत्री परसादी लाल मीणा से गुहार लगाई. अब सत्ता के नशे में चूर मंत्री जी पीड़ित को ढांढस बंधाने की बजाय उस पर पिल पड़े. बिफरते हुए बोले- ‘मैं क्या करूं? दो साल से क्या मर गया था? गेट आउट‘. फिर मंत्री जी ने पुलिस का रौब दिखाते हुए सिपाही को बुलाया और धक्के देते हुए बुजुर्ग को बाहर निकालने का फरमान सुना दिया. मंत्रीजी के साथ लालसोट प्रधान नाथूलाल मीणा ने भी पीड़ितों से तू तड़ाक से बात की और शिविर से भगा दिया.
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हालांकि पुणे कमिश्नर को फोन कर चुके हैं परसादी
बाद में लालसोट प्रधान नाथूलाल मीणा ने बताया कि यह मामला लालसोट थाना क्षेत्र के अधिकार में नहीं है. उद्योग मंत्री ने पहले भी पुणे कमिश्नर को फोन पर कार्रवाई करने के लिए कहा था. प्रधानजी का कहना है कि पीड़ित को गुमराह किया जा रहा है.
भाजपा ने बताया राजनीति का खौफनाक चेहरा
फरियादी की खरी खोटी सुनाने का वीडियो वायरल हुआ तो भाजपा ने भी मंत्री परसादी लाल मीणा के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया. राजस्थान भाजपा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा गया है कि, ‘राजनीति का खौफनाक चेहरा, राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मंत्री परसादी लाल मीणा जी से गुहार लगाता बदहवास पिता,
दुःख वही जाने जिसके साथ घटना घटित हुई हो, संवेदना व्यक्त करके इतिश्री करना आज की परम्परा बन चुकी, जबतक राजनीति से ऐसे सत्ता मोही लोग बाहर नहीं होंगे तब तक देश का भला नहीं हो सकता’. हालांकि अन्य मामलों की तरह इस मामले को लेकर भाजपा भी केवल ट्विटर तक ही सीमित है.
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पहले भी कई बार रह चुके चर्चाओं में
यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी परसादी लाल मीणा चर्चाओं में रहे हैं, इससे पहले भी मंत्री जी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो तहसीलदारों को घूसखोर बताते सुनाई दिए थे. वहीं कोरोना की दूसरी लहर के बीच परसादी मीणा ने बूंदी दौरे के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर लिया था. मंत्री जी की ये तस्वीर वायरल हुई थी और लोगों ने कोरोना जैसी त्रासदी के बीच गार्ड ऑफ ऑनर लेने पर उन्हें आड़े हाथ लिया था. वहीं उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा का एक और वीडियो सोशल मीडिया में खूब जमकर वायरल हुआ था. इस वीडियो में उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा महिला शौचालय का उपयोग कर बाहर आते हुये दिखाई दिए थे. वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर मीणा ट्रोल हुए थे. बीजेपी ने भी परसादी पर कसा था तंज की उन्हें मर्यादा का ध्यान रखना ही चाहिए था.