Politalks.News/Congress. बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से ED की आज पूछताछ ख़त्म हो चुकी है. बुधवार को तीसरे दौर की पूछताछ के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारीयों ने सोनिया गांधी से करीब 4 घंटे तक सवाल किए. सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी से ED को जो सवाल पूछने थे वो अब पुरे हो चुके हैं. इसके साथ ही अगर जरुरत पड़ेगी तो उन्हें दोबारा समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. वहीं सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार के बाद बुधवार को भी देश भर में प्रदर्शन किया. यहीं नहीं कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है और साथ ही प्रदर्शन में शामिल होने के दौरान कई नेताओं गिरफ्तार भी हुए. इससे पहले आज पार्टी के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने AICC मुख्यालय से पत्रकार वार्ता कर केंद्र पर जोरदार निशाना साधा. पत्रकार वार्ता के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मोदी सरकार EDशाही कर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को कुचलने में लगी है.’
आपको बता दें करीब 4 घण्टे की पूछताछ के बाद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी प्रवर्तन निदेशालय दफ्तर से सीधे अपने आवास पहुंची. इस दौरान उनकी बेटी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज भी सोनिया गांधी के साथ मौजूद रहीं. सूत्रों का कहना है कि कुछ देर के बाद राहुल की तरह ही सोनिया गांधी भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से AICC पहुंचे मुलाकात कर सकती हैं. इससे पहले आज सुबह सोनिया गांधी से हुई पूछताछ के विरोध में दिग्गज कांग्रेसी नेताओं प्रेसवार्ता के दौरान मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया.
पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर केंद्र सरकार ED का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, ‘ना जाने ED के पास ऐसे कौनसे पेपर हैं कि वो इतने साल से इस मुद्दे पर पूछताछ कर रही है. केस एक है, परिवार एक है. अब जब इसी केस में ED ने राहुल गांधी जी से घंटों पूछताछ कर ली तो फिर उसी केस में सोनिया गांधी जी को बुलाने की क्या जरूरत है?’ गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि, ‘सोनिया गांधी को बार-बार ED के दफ्तर बुलाना ठीक नहीं है. जंग में भी नियम होते थे की औरत और बीमार पर हाथ नहीं उठाना है, सभी को पता है कि सोनिया जी की तबियत ठीक नहीं है, उन बेचारी को क्यों परेशान कर रहे हैं? ये जरूरत से ज्यादा हो रहा है. कार्रवाई उन्होंने की है, कागजात उनके पास हैं. इस तरह सोनिया गांधी की सेहत से खिलावाड़ किया जा रहा है, जो उचित नहीं है.’
वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान आनंद शर्मा ने कहा कि, ‘भारत एक नियम-शासित और संवैधानिक लोकतंत्र है. कानूनों का सम्मान और कार्यान्वयन करते समय, मौलिक अधिकारों का भी सम्मान करना चाहिए. न केवल स्वतंत्रता और न्याय बल्कि प्रतिष्ठा और निजता का अधिकार भी. मेरा मानना है कि कानूनों का शस्त्रीकरण और लक्ष्य और अपमान के लिए उनका उपयोग नहीं होना चाहिए. तथ्य लगभग एक दशक से सार्वजनिक डोमेन में हैं. ये तथ्य सभी अदालतों की फाइलों में हैं. यह कोई अनजानी बात नहीं है.’ वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘ED का जो तमाशा हो रहा है देश के अंदर, पहले राहुल गांधी जी को बुलाया और आज तीसरे दिन सोनिया जी को बुलाया है. ED का आतंक है देश के अंदर और ये जो आतंक मचा रखा है इसका फैसला जल्दी होना चाहिए.’
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सीएम गहलोत ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘ED का अपना अलग ही तरीका है, तफ्तीश करने का भी, अरेस्ट करने का भी, बयान लेने का भी. इनको एक तरह से CBI से ज्यादा पॉवर मिली हुई है.’ वहीं महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बाद सत्ता परिवर्तन और परिवर्तन के बाद भी अभी तक अटके पड़े मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि, ‘आज देश में ED का उपयोग सरकारें गिराने के लिए किया जा रहा है. ED सरकारें गिराने का काम कर सकती है, लेकिन मंत्रिमंडल बनाने का काम नहीं कर सकती. लोकतंत्र किस दिशा में जा रहा है आप सोच सकते हैं, इस रूप में आज महंगाई और बेरोजगारी की जो स्थिति है देश के अंदर उसको लेकर पूरा देश चिंतित है. इन मुद्दों पर संसद के अंदर बहस करने नहीं दिया जाता.’
वहीं मीडिया पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘महंगाई और बेरोजगारी शुरू से ही हमारा मुद्दा है. जयपुर में महंगाई के खिलाफ हमने बड़ा सम्मेलन किया, मीडिया ने कितना दिखाया? मीडिया दबाव में है. मीडिया के मालिक बहुत घबराए हुए हैं. कब ED पहुंच जाए, कब इनकम टैक्स पहुंच जाए, यह स्थिति है देश के अंदर. पुरे देश में इस समय ED का आतंक है.’