Politalks.News/UttarPradesh. नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला के साथ गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया है. त्यागी की गिरफ्तारी से पहले सोशल मीडिया पर उसकी कई बड़े नेताओं के साथ की तस्वीरें वायरल हो रही थीं, जिसमें से एक तस्वीर में श्रीकांत त्यागी पूर्व बीजेपी और वर्तमान सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ दिखाई दे रहा था. यही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य पर यह आरोप भी लगाया गया कि मौर्य ने ही श्रीकांत त्यागी को विधानसभा सचिवालय का स्टीकर उपलब्ध कराया था. अब इन सभी आरोपों पर स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया सामने आई है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने जहां गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को मानहानि का 11.5 करोड़ से अधिक का लीगल नोटिस भेजा है. वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, ‘बीजेपी अपने पाप का चादर किसी और पर डालने की कोशिश कर रही है. बीजेपी अपने पाप को छुपाने के लिए बात बनाने में माहिर है.’
दरअसल, बीती पांच अगस्त को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी एक महिला के साथ बद-ज़ुबानी और गाली-गलौज करते दिखाई दे रहा है, इस दौरान महिला त्यागी पर फ़्लैट के सामने की अतिक्रमित जगह पर पेड़ लगाने का आरोप लगा रही हैं. श्रीकांत त्यागी उन्हें रोकते हुए बदसलूकी कर रहा है. वीडियो में त्यागी उस महिला को धक्का देते हुए भी दिखाई दे दे रहा है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कई संगठनों ने मोर्चा खोल दिया. मामले को बढ़ता देख श्रीकांत त्यागी फरार हो गया, हालांकि पुलिस ने उसे 9 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी के कई फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. त्यागी की जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उनमें वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, जनरल वीके सिंह, समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ मौजूद है. इतना ही नहीं उसकी एक तस्वीर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी सोशल मीडिया पर मौजूद है.
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इसी बीच समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर श्रीकांत त्यागी को विधानसभा का पास दिलवाने का आरोप लगा था. अब इन आरोपों को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने जवाब दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के खिलाफ मानहानि का लीगल नोटिस भेजा है. उन्हें 11.5 करोड़ से अधिक का लीगल नोटिस भेजा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया कि, ‘पुलिस तथ्यों को जांचे बिना गैर-जिम्मेदारी से मेरा नाम ले रही है और मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.’ स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर ने वि.स. पास को लेकर श्रीकांत त्यागी प्रकरण में बिना जांच-पड़ताल किए गैर जिम्मेदाराना हरकत कर प्रेस के माध्यम से पूरे देश में मेरी छवि-प्रतिष्ठा एवं लोकप्रियता को धूमिल करने का प्रयास किया, उसके परिप्रेक्ष्य में मानहानि करने संबंधी कानूनी नोटिस भेजा है.
समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाई कोर्ट के वकील जे.एस.कश्यप के जरिए मानहानि का नोटिस भेजा है. यह नोटिस 12 अगस्त को यानी कल ही भेज दिया गया था जिसकी कॉपी उन्होंने ट्विटर पर भी शेयर की है. स्वामी प्रसाद इस मामले में बीजेपी को भी अपना निशाना बना चुके हैं. दो दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने देवरिया दौरे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘बीजेपी अपना पाप छुपाने के लिए बातें बनाती है. यही कारण है कि बीजेपी अपने पाप का चादर किसी और पर डालने की कोशिश कर रही है. बीजेपी अपने पाप को छुपाने के लिए बात बनाने में माहिर है. जब देखा कि बीजेपी बदनाम हो रही है तो फिर ढूंढकर स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम खोज लाए. हमको लगता है अभी भी स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम का भय बीजेपी नेताओं के दिल से नहीं गया है.’
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि, ‘मेरे भाजपा से बाहर निकलने के बाद से भाजपा लगातार लोगों को टारगेट कर रही है. बीजेपी इस तरह के हथकंडे अपना कर मुझे भी बदनाम किया जा रहा है. लेकिन मैं घबराने वाला नहीं हूं. मैं बेदाग छवि के साथ दलित वंचित पिछड़ों के लिए कार्य करता रहूंगा. श्रीकांत त्यागी के पास 2023 का पास था. इसका जवाब बीजेपी को देना चाहिए.’ वहीं श्रीकांत त्यागी के साथ उनका नाम जोड़े जाने पर मौर्य ने कहा कि, ‘पहले भाजपा के लोग यह बताएं कि उनके नेताओं के साथ त्यागी की तस्वीर कैसे आई. साथ ही इस बात की जांच भी होनी चाहिए कि श्रीकांत त्यागी को भाजपा की सदस्यता कैसे मिली.’ यहां आपको बता दें कि, गिरफ्तारी के बाद श्रीकांत त्यागी ने कहा था कि उसकी गाड़ी पर विधानसभा सचिवालय का जो स्टिकर लगा है वह उसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था.