एक बार फिर रंधावा टटोलेंगे नब्ज, क्या विधायकों से वन टू वन संवाद के बाद सुलझेगा पायलट मसला?

सचिन पायलट के मसले को लेकर 17-18 अप्रैल को जयपुर में कांग्रेस वॉर रूम में विधायकों से संवाद होगा, जिसमें कुछ संभागों के विधायकों से बात होगी, इस दौरान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, गोविन्द सिंह डोटासरा और CM गहलोत भी हो सकते है शामिल

rajasthan congress
rajasthan congress

Randhawa will have one to one dialogue with MLAs: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री व मौजूदा टोंक विधायक सचिन पायलट द्वारा बीते दिनों उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे व अनशन के बाद जयपुर से लेकर दिल्ली तक सियासी पारा परवान पर है. राजनीतिक गलियारों में मौजूदा समय में सिर्फ एक ही सियासी सवाल सियासी पंडितो के दिमाग में घूम रहा है की आगामी समय में कांग्रेस के भीतर पायलट की क्या भूमिका होगी. क्या पायलट पर कोई संगठनात्मक कार्रवाई होगी या संगठन में कोई जिम्मेदारी पायलट को मिलेगी.

राजस्थान में कांग्रेस एक बार फिर से सरकार बनाने के हरसंभव प्रयास कर रही है. वहीं प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की गुटबाजी व आपसी बयानबाजी से पार्टी आलाकमान भी चिंतित है. चुनावी वर्ष के चलते प्रदेश के मौजूदा पायलट मामले को लेकर भी आलाकमान जल्दीबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहता है. कांग्रेस विधायक क्या चाहते है, उनका मन टटोलने के लिए अब प्रदेश कांग्रेस के वॉर रूम में कांग्रेस विधायकों से वन टू वन संवाद किया जाएगा.

यह भी पढ़ें:  पायलट का नंबर कभी नहीं आएगा, कांग्रेस के खजाने में गहलोत की बड़ी भागीदारी- अमित शाह

पायलट के अनशन के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने गर्म तेवर दिखाते हुए जहां पायलट पर कार्रवाई की बात कही थी वहीं पायलट को लेकर आलाकमान बेहद संवेदनशील नजर आ रहा है. इस मामले को लेकर प्रदेश के मुखिया सीएम गहलोत ने भी चुप्पी साधी हुई है, क्योंकि पार्टी आलाकमान चाहता की इस मामले का फैसला घर में बैठकर आपस में बातचीत करके ही सुलझाया जाए. इसके लिए आगामी 17 व 18 अप्रैल को विधायकों से संवाद किया जाएगा वहीं 19 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस की कार्यशाला में इस मामले को सुलझाया जाएगा.

कांग्रेस में सचिन पायलट के मामले को लेकर एका एक सियासी घटनाक्रम बदल रहा है. पायलट का पहले अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन का ऐलान फिर प्रभारी रंधावा की चेतावनी के बाद भी अनशन, इसके बाद दिल्ली दौड़ और बैठकों का सिलसिला. अब इस मामले को लेकर जयपुर में 17-18 अप्रैल को विधायकों से वन टू वन संवाद कर इसका समाधान निकाला जाएगा. इस संवाद कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद रहेंगे. वहीं सूत्रों के अनुसार संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रह सकते है.

यह भी पढ़ें: पुलवामा हमले को लेकर मलिक के इंटरव्यू से मचा बवाल, तो राहुल-रावत ने बोला केंद्र पर हमला

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वॉर रूम में आयोजित होने वाले विधायकों से संवाद कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा की कांग्रेस वॉर रूम में 17-18 अप्रैल को विधायकों से संवाद होगा. जिसमें कुछ संभागों के विधायकों से बात होगी. इस संवाद कार्यक्रम में विधायकों से वन टू वन संवाद किया जाएगा. वहीं 19 अप्रैल को कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन होगा जिसमें प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी, वरिष्ठ नेता, विधायक, बोर्ड अध्यक्ष सहित कार्यकर्ता शामिल होंगे.

गोविंद सिंह डोटासरा ने पायलट विवाद पर कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी तरह का मतभेद नहीं है. कुछ घर के मामले हैं, जो आपस में बैठकर हल कर लिए जाएंगे. हम सब एक हैं. हम सबका उद्देश्य कांग्रेस को एकजुट कर विचारधारा को आगे बढ़ाना है. सचिन पायलट द्वारा पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर लगाए आरोपों पर कहा की यह सर्वविदित है कि पिछली बीजेपी सरकार भ्रष्ट थी और इसी कारण हम सरकार में आए है.

Leave a Reply