Ashok Gehlot on Sachin Pilot. इसमें कोई दो राय नहीं है कि राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं है, राजनीति में न किसी की दुश्मनी स्थाई है और न दोस्ती. राजनीति में कब क्या हो जाए, कोई दावा नही कर सकता. इसी तरह का एक बड़ा बदलाव राजस्थान की सियासत में इन दिनों देखने को मिल रहा है. बीती 27 नवम्बर को राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल NDTV को दिए एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बयान के बाद न सिर्फ प्रदेश कांग्रेस बल्कि राहुल गांधी की यात्रा सहित देशभर के कांग्रेसी दिग्गज हिल गए थे. सीएम अशोक गहलोत ने अपनी ही पार्टी के प्रमुख नेता, पूर्व पीसीसी चीफ व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को एक नहीं पूरे इंटरव्यू में लगभग 6 से ज्यादा बार गद्दार कहकर संबोधित किया था. इसके अलावा कई तरह के आरोप भी गहलोत ने पायलट पर लगाए थे. लेकिन ये क्या, अब अशोक गहलोत को सचिन पायलट गद्दार की बजाए पार्टी के लिए एसेट भी नजर आने लगे तो अब दुबारा NDTV को दिए अपने दूसरे इंटरव्यू में पायलट के खिलाफ दिए पहले वाले बयान से पलटी मार ली है.
रविवार को NDTV पर टेलीकास्ट हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष साक्षात्कार में पत्रकार द्वारा सचिन पायलट के साथ उनके तल्ख भरे रिश्तों पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम गहलोत ने कहा कि वक्त सब ठीक कर देता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, “राजनीति में ऐसी घटनाएं-दुर्घटनाएं होती रहती हैं. समय के साथ सब कुछ ठीक हो जाता है. हर कांग्रेसी को सोचना चाहिए कि लड़ाई हमारी भाजपा से है. भाजपा देश में फासीवादी सरकार चला रही है. ऐसे में कांग्रेस का मज़बूत रहना ज़रूरी है.” यहां आपको बता दें कि इससे पहले 27 नवम्बर को NDTV पर टेलीकास्ट हुए सीएम अशोक गहलोत के इंटरव्यू में उन्होंने सचिन पायलट को लेकर कहा था कि, ‘जिन्होंने गद्दारी की, उन्हें कभी सीएम नहीं बनाया जा सकता, एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं हो सकता. हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता. एक आदमी जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं, जिसने विद्रोह किया, उसने पार्टी को धोखा दिया, वह ट्रेटर है.”
यह भी पढ़ें: गुजरात के 18वें सीएम भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में जातीय समीकरण, युवा, अनुभव और परफॉर्मेंस का गठजोड़
वहीं हाल ही में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणामों की पूर्व संध्या पर NDTV को दिए एक इंटरव्यू में सीएम गहलोत के गद्दार वाले बयान पर टिप्पणी करते हुए सचिन पायलट ने कहा था कि, “हमें आगे बढ़ना है, दूसरे लोग क्या कहते हैं और क्या करते हैं, मैं इसे नियंत्रित नहीं कर सकता. हमें आगे बढ़ना होगा और एक साथ काम करना होगा. मैं भी एक इंसान हूं, मैं भी दुखी और आहत महसूस कर रहा था, लेकिन मैं अतीत में नहीं जाना चाहता. अब मेरे हाथ में एक मिशन है जिस पर हम सबको मिलकर काम करना है.”
वहीं बीते रोज रविवार को अपने साक्षात्कार में गुजरात चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे हार के पीछे आम आदमी पार्टी (AAP) की बड़ी भूमिका रही है. ये लोग जहां जाते हैं, झूठ बोलते हैं. हमारा अरविंद केजरीवाल ने बहुत नुकसान किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने गुजरात में लगाए, ताबड़तोड़ दौरे किए, वह भी वजह रही. कांग्रेस की भी कमिया रहीं हैं. बीजेपी ने संस्थाओं को ख़त्म कर दिया है. एक फ़ैक्टर हार का funding का है. Electoral bond बहुत बड़ा scandal है. एकतरफ़ा पैसा भाजपा को मिलता है, जबकि कांग्रेस को चंदा देने वालों को डराया जाता हैं.
इसके साथ ही राजस्थान में अपनी सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू किया. ये हमने मानवीय आधार पर किया है. प्रधानमंत्री मोदी OPS को स्वीकार नहीं कर रहे. OPS पूरे देश में लागू करना चाहिए. हम स्वास्थ्य क्षेत्र में चिरंजीवी योजना लाए हैं. इसमें लोगों का 10 लाख रुपये का insurance कवर रहेगा. अगर कोई organ transplant होगा तो उसका अलग पैसा दे रहे हैं. ये स्कीम पूरे देश की सबसे अलग स्कीम है. इस योजना में 1 करोड़ 35 लाख लोग जुड़ चुके हैं. हम गरीब बच्चों के लिए अनुप्रति योजना लाए. हम गरीब छात्र-छात्राओं को मुफ़्त कोचिंग दे रहे हैं. हम 200 गरीब बच्चों को विदेश पढ़ने भेज रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का मैसेज पूरे देश में है. सत्ताधारी पार्टी भाजपा को आलोचना पसंद नहीं है. आलोचना करो तो जेल जाओ. हमारी यात्रा में लाखों लोग जुड़ रहे हैं.