पॉलिटॉक्स ब्यूरो. देश की गिरती अर्थव्यवस्था और केन्द्र की आर्थिक नीतियों के खिलाफ 14 दिसम्बर को दिल्ली में राष्ट्रीय कांग्रेस के होने वाली ‘भारत बचाओ आंदोलन‘ रैली को लेकर रूपरेखा तैयार की गई. रविवार को पहले मंत्रिमंडल और बाद में पीसीसी पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक के बाद एक दो बैठकें लीं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने भी सम्बोधित किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर आयोजित सत्ता और संगठन की बैठक भी हुई खत्म, बैठक में 14 दिसम्बर को दिल्ली में केन्द्र की आर्थिक नीतियों खिलाफ कांग्रेस के ‘भारत बचाओ आंदोलन‘ को सफल बनाने को लेकर की गई चर्चा, ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यक्रताओं को दिल्ली ले जाने की बनी भूमिका, दिल्ली चलो-भारत बचाओ का दिया गया नारा.
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पार्टी ने सभी राज्यों और केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर प्रस्तावित रैली के लिए समर्थन जुटाने को कहा है. पार्टी के सूत्र ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश भुखमरी की ओर बढ़ रहा है. पार्टी नेताओं के अनुसार, ‘भारत बचाओ‘ रैली को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगे.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पूर्व में कहा था कि पार्टी ने सभी महासचिवों, प्रभारियों, सचिवों, संगठन प्रमुखों और राज्य इकाई के सदस्यों की 16 नवंबर को बैठक की थी. उन्होंने कहा था, ‘सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते हमने एक मेगा रैली करने का निर्णय किया है.’