Politalk.news/Jharkhand. झारखंड की राजनीति में इन दिनों ‘नमाज VS हनुमान चालीसा’ पर तेज हुई सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है. विधानसभा में चल रहा मानसून सत्र का दूसरा दिन सोमवार को विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया. नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटन के निर्णय को लेकर लगातार विपक्षी दल सत्ताधारी पार्टी पर हमलावर है एवं विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले को वापस लिए जाने की मांग पर अड़ा हुआ है. इस पुरे मामले पर सोमवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन भी बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया. तो वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पुरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि ‘अगर मन में भगवान और आस्था हो तो सब ठीक है लेकिन अगर मन में राक्षस हो तो हर तरफ दुश्मन ही दुश्मन नजर आएंगे.’
नमाज के लिए कमरा आवंटन को लेकर विपक्ष का हंगामा
दरअसल झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नमाज अदा करने के लिए एक अलग से कमरा आवंटित किया है. विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले के बाद विपक्षी पार्टी लगातार सत्ताधारी पार्टी पर हमलावर है. विपक्ष सरकार से इस मामले में अपने फैसले को वापस लेने पर अड़ा हुआ है. विपक्ष का कहना है कि ‘अगर आप नमाज के लिए एक अलग कमरा आवंटित कर सकते हो तो फिर हनुमान चालीसा के लिए भी एक अलग कमरा आवंटित करना होगा अन्यथा इस फैसले को वापस लो.‘
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‘मन में भगवान और आस्था हो तो सब ठीक है- सोरेन’
कमरा आवंटित करने वाले मुद्दे बीजेपी ने मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को भी सदन में जोरदार हंगामा किया. तो वहीं इस पुरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी को आड़े हाथ लिया और कहा कि सदन में आज पहले से मुख्यमंत्री प्रश्नकाल का समय निर्धारित था और इसे लेकर पूरी तैयारी थी. लेकिन विपक्ष ने एक भी सवाल नहीं पूछा. विपक्ष के हंगामे को हेमंत सोरेन ने कहा कि ‘हंगामे से किसी चीज का समाधान नहीं होता है लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है.’ सोरेन ने कहा कि ‘मन में भगवान और आस्था हो तो सब ठीक है, लेकिन मन में ही यदि राक्षस हो तो हर तरफ दुश्मन ही दुश्मन नजर आएंगे.’
वित्त मंत्री ने सदन में पढ़ी हनुमान चालीसा
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक ‘जय श्री राम’ का नारे लगाते हुए वेल में आ गये और विधानसभा अध्यक्ष से कार्यस्थगन पढ़ने की मांग करने लगे. इस दौरान सदन में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने हनुमान चालीसा पढ़कर अपनी बात रखी. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा बार- बार विधायकों को सीट पर वापस जाने का निर्देश दिया गया. वहीं कार्यस्थगन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ‘नियमन के तहत ही कार्यस्थगन पढ़ा जाएगा.’ इस दौरान बीजेपी के कई विधायक व पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही कुर्सी पर चढ़ कर हंगामा करते हुए नजर आए.
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सदन के बाहर भी बीजेपी का जबरदस्त प्रदर्शन
तो वहीं सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर नमाज के लिए अलग कमरा आवंटन के निर्णय को वापस लेने का आग्रह किया. रघुवर दास ने अपने पत्र में लिखा कि ‘यह संविधान विरोधी निर्णय है और अगर इस निर्णय को 48 घंटे में वापस नहीं लिया गया, तो मैं विधानसभा के मेन गेट धरने पर बैठ जाऊंगा.’ आपको बता दें कि सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी ने सदन के बाहर भी जमकर प्रदर्शन किया. सदन के बाहर बीजेपी विधायक झाल-बजाते और हरे राम-हरे कृष्णा का नारा लगाते नजर आए. बीजेपी का कहना है कि जब तक नमाज के लिए कमरा आवंटन को रद्द नहीं किया जाता, तब तक हमारा यह विरोध जारी रहेगा.