…तो क्या पहले के बजट थे जहरीले? अखिलेश-जयंत का साझा वार- 10 को कंबल देकर रवाना करें बाबा को

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नेताओं के बीच जुबानी जंग हुई तेज, अखिलेश-जयंत ने शामली में साझा रोड शो कर दिखाई अपनी ताकत तो पत्रकार वार्ता के दौरान बीजेपी पर साधा जमकर निशाना, कहा- 'यह चुनाव है भाईचारा बनाम भाजपा, भाजपा नेताओं का प्रदेशभर में हो रहा है तिरष्कार, बजट 2022-23 अगर है अमृत बजट तो क्या पिछले जितने भी बजट दिए क्या वो थे जहरीले बजट?'

अखिलेश-जयंत का साझा वार
अखिलेश-जयंत का साझा वार

Politalks.News/UttarPradeshAssemblyElection. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दलों के दिग्गजों के बीच जुबानी जंग तेज हो चला है. गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और RLD एक के बाद एक संयुक्त प्रेसवार्ता के सहारे प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा. सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और RLD प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) ने बुधवार को शामली पहुंच संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित किया. पत्रकार वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने शामली (Shamli) में एक रोड शो भी किया. शामली में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश और जयंत ने बीजेपी (BJP) पर जमकर निशाना साधा. अखीलेश-जयंत ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘आज उत्तरप्रदेश में जितना तिरष्कार बीजेपी नेताओं का हो रहा है उतना किसी का नहीं हो रहा.’ वहीं अखिलेश यादव ने आम बजट पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘अगर आज का बजट अमृत बजट है तो क्या पिछले बजट जहरीले थे क्या? 10 मार्च को प्रदेश के युवा योगी बाबा को कंबल देकर गोरखपुर मठ में भेजने का काम करेंगे। 

भाईचारा बनाम भाजपा है आगामी चुनाव
शामली में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘पहले चरण का चुनाव किसानों का चुनाव होने जा रहा है. मैं आज चौधरी चरण सिंह जी को याद करता हूं. उनका जीवन में जो प्रयास रहा, जो संघर्ष रहा उससे आज किसान जागरूक है. यह चुनाव भाईचारा बनाम भाजपा है. भाजपा पुरे प्रदेश में नेगेटिव पॉलिटिक्स कर रही है गठबंधन भाईचारा को लेकर आगे बढ़ेगा शामली भाईचारा का स्तंभ बनेगा और गठबंधन के तीनों प्रत्याशी जीतेंगे.’ अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘गठबंधन के तहत हमारी पार्टी ने प्रदेश की जनता से जो वादे किये वो सभी वादे पुरे किये जाएंगे.’

यह भी पढ़े: UP में माफिया दिखता है 3 जगह- ‘जेल में, प्रदेश के बाहर या सपा प्रत्याशियों की सूची में’- शाह का तंज

सपा-रालोद गठबंधन से भाजपा नेता हैं परेशान
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘प्रदेश के कर्मचारियों की हमेशा मांग रही कि ओल्ड पेंशन प्रणाली को बहाल किया जाए. ऐसे में मैं अपने कर्मचारी भाइयों और कर्मचारी संगठनों से वादा करता हूं कि सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन बहाल होगी. वहीं घरेलू बिजली के लिए 300 यूनिट और सिंचाई के लिए पहले वाली व्यवस्था लागू होगी.’ अखिलेश यादव ने किसानों का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस चुनाव में किसान सपा-रालोद गठबंधन के साथ है और इसकी वजह से भाजपा नेता परेशान है. जितना तिरस्कार बीजेपी के नेताओं का हो रहा है, उतना किसी का नहीं हो रहा है.

10 मार्च के बाद बाबा मुख्यमंत्री का होने जा रहा है पलायन
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘आप देखिये उत्तराखंड में एक हजार गांव पलायन कर चुके हैं और भाजपा ने इसकी वजह जाने के लिए आयोग का भी गठन किया लेकिन सामने कुछ नहीं आया. 10 मार्च के बाद बाबा मुख्यमंत्री का भी पलायन होने जा रहा है, क्योंकि भाजपा आलाकमान इन्हें मुख्यमंत्री बनाकर परेशान हो रहा है, इसीलिए उन्हें अभी से घर भेज दिया है.’

यह भी पढ़े: चन्नी बेअक्ल, केजरीवाल कन्फ्यूज़्ड, सिद्धू किसी काम के नहीं, PM मोदी मेरे फेवरेट- बोले कैप्टन

योगी के बयान पर अखिलेश का पलटवार
वहीं सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘दस मार्च के बाद सभी गुंडों की गर्मी निकल जाएगी’ वाले बयान पर अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से सीएम योगी के बयान पर संज्ञान लेने की बात कही है. अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘हमारे प्रदेश के बाबा मुख्यमंत्री को ये भाषा शोभा नहीं देती. मैं चुनाव आयोग से अपील करना चाहूंगा कि वो इस पर संज्ञान ले. जहां तक गर्मी का सवाल है जिस दिन गर्मी ख़त्म हो जाएगी सब के सब मर जायेंगे क्यों जितने भी लोग हैं उनका खून गर्म होता है अगर खून गर्म नहीं रहेगा तो कोई भी जिंदा नहीं बचेगा.’

पहले के बजट क्या थे जहरीले?
मंगलवार को पेश किये गए आम बजट 2022-23 को लेकर भी अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी. अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘बीजेपी के तमाम नेता इस बजट को अमृत बजट बता रहे हैं. लेकिन मैं उन सभी लोगों से पूछना चाहूंगा कि क्या पिछले जितने भी बजट थे वो क्या जहरीले बजट थे. भारतीय जनता पार्टी के नेता सोचते हैं कि हम शब्दों के खिलवाड़ से लोगों को भ्रमित कर सकते हैं. सच तो ये है कि रोजगार को लेकर और अपनी परेशानियों को लेकर लोगों के जूते-चप्पल घिस गए और एक भी परेशानी का ये लोग निराकरण नहीं कर पाए हैं.’ बीजेपी नेताओं द्वारा जयंत चौधरी को मिले न्योते पर जब अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘जयंत जी चुनाव से पहले हमारे साथ हैं और हमारी पार्टी उनका सम्मान करती है.’

यह भी पढ़े: न सिद्धू न चन्नी, मेरे पास था 42 MLA का सपोर्ट- सुनील जाखड़ पंजाब में बढ़ाएंगे कांग्रेस की टेंशन!

10 मार्च को जनता योगी बाबा को कंबल देकर भेजे गोरखपुर मठ
वहीं पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि, ‘मैं प्रदेश के सभी किसान, व्यापारी, मजदूर, गरीब और युवाओं से अपील करूंगा कि वे सभी एकजुट होकर आने वाली 10 तारीख को योगी बाबा को कंबल देकर गोरखपुर मठ में भेजने का काम करें. आगामी चुनाव में गन्ना जीतेगा और जिन्ना हारेगा. सरकार ने बजट में किसानों के हित और रोजगार सृजन के लिए किसी तरह की कोई घोषणा नहीं की. देश के नौजवान मोदी सरकार से काफी उम्मीद लगाए बैठे थे.

Leave a Reply