Politalks.News/Punjab. चुनावी राज्य पंजाब (Punjab Assembly Election 2022) में कांग्रेस की खींचतान (Congress Crisis) थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सीएम फेस को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh sidhhu) के बीच नुराकुश्ती जारी है. तो इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) पार्टी का टेंशन बढ़ा सकते हैं. जाखड़ ने दावा किया है कि, ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt. Amrinder Singh) के सीएम पद से हटने के बाद उनके पास 42 विधायकों का समर्थन हासिल था’. जाखड़ ने यह भी कहा कि, ‘चन्नी को सिर्फ दो विधायकों का समर्थन मिला था. वहीं, सुखजिंदर रांधवा के साथ सिर्फ 16 और नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कांग्रेस विधायक खड़े हुए थे’. जाखड़ के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सियासी जानकारों का मानना है कि, कांग्रेस पार्टी आगामी कुछ दिन में सीएम फेस की घोषणा कर सकती है ऐसे में जाखड़ का यह बयान उनकी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए सामने आया है.
वायरल हो रहा जाखड़ का वीडियो
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ को यह दावा करते हुए सुना जा सकता है कि, ‘कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के सभी 79 विधायकों को पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पिछले साल इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी वरीयता देने के लिए कहा था’. सुनील जाखड़ ने कहा है कि, ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस से बाहर होने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे कम पसंदीदा कैंडिडेट थे’.
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जाखड़ का दावा- चन्नी को मिला था सिर्फ दो विधायकों का समर्थन
कांग्रेस के दिग्गज सुनील जाखड़ ने अबोहर निर्वाचन क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के लिए प्रचार करते हुए कहा कि, ’79 में से सुनील जाखड़ को 42 विधायकों ने समर्थन दिया था. सुखजिंदर रंधावा को 16 वोट मिले और परनीत कौर को 12 विधायकों ने पसंद किया. उनके बाद नवजोत सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी थे, जिन्हें क्रमशः छह और दो विधायकों ने पसंद किया था’
‘सबसे ज्यादा वोट मिलने के बावजूद….’
सुनील जाखड़ कहते सुनाई दे रहे हैं कि, ‘शीर्ष पद से वंचित होने के बावजूद, मैं बहुत खुश हूं कि ज्यादातर विधायकों ने मुझ पर भरोसा किया. मेरी नाराजगी सिर्फ इस बात से है कि सबसे ज्यादा वोट मिलने के बावजूद मुझे सिर्फ उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई’.
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सीएम फेस की रेस के बीच जाखड़ ने बढ़ाई टेंशन!
पंजाब में चुनावी घमासान चरम पर है. 20 फरवरी को प्रदेश में वोटिंग होनी है. बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाने के बाद सुनील जाखड़ रेस में आगे बताए जा रहे थे. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के विरोध की वजह से सुनील जाखड़ को पंजाब का सीएम नहीं बनाया गया. सुनील जाखड़ का बयान अब ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस पार्टी में सीएम फेस की रेस चरम पर है. आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन में जुटी है, पार्टी इसके लिए आंतरिक परामर्श कर रही है. मुकाबला कथित तौर पर सीएम चन्नी और नवजोत सिद्धू के बीच है. सियासी जानकारों का मानना है कि, ‘जाखड़ का यह बयान ये बताना है कि वो सबसे ज्यादा विधायकों की पसंद हैं, वो भी मुख्यमंत्री पद की रेस में बरकरार हैं’