भाजपा का हल्ला बोल, गहलोत के गढ़ में गरजे पूनियां- कांग्रेस की दुर्गति के जिम्मेदार होंगे सीएम

गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदेश भाजपा का हल्ला बोल, जोधपुर में गरजे पूनियां- रीट में नकल नहीं, तो बत्तीलाल को क्यों पकड़ा? किसानों के साथ हुआ धोखा, राहुल गांधी का कर्जमाफी का फॉर्मूला तो श्री कृष्ण भी नहीं कर सकते थे पूरा, कांग्रेस हो चुकी है हताश, पार्टी की दुर्गति के जिम्मेदार होंगे सीएम, दिसंबर में जयपुर में बड़ा आंदोलन करने वाली है भाजपा, पूनियां अचानक पहुंचे बाजरे के खेत में, किसानों का बंटवाया हाथ, चाय पर की चर्चा

गहलोत के गढ़ में जमकर गरजे पूनियां
गहलोत के गढ़ में जमकर गरजे पूनियां

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी है. भाजपा ने गुरुवार से ‘हल्ला बोल’ आंदोलन शुरू किया है. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में बढ़ी बिजली दरें, बढ़ते अपराध, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी, परीक्षाओं में धांधली सहित अन्य मुद्दों को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ ‘हल्ला बोल आंदोलन’ प्रदेश भर में शुरू किया है. राजस्थान के सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन करके सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ज्ञापन दिए. प्रदेश स्तर के 77 नेताओं ने उपखंड स्तर पर जाकर आंदोलन की अगुवाई की. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सीएम गहलोत के गढ़ जोधपुर के ओसियां में धरने की अगुवाई करते हुए कहा कि, ‘रीट में नकल हुई, लेकिन शिक्षा मंत्री मानने को तैयार नहीं हैं. रीट में नकल नहीं हुई तो बत्तीलाल को क्यों पकड़ा?’

ओसियां में सतीश पूनियां ट्रैक्टर पर बैठकर करीब 500 ट्रैक्टरों के काफिले के साथ हजारों किसानों की मौजदूगी में उपखण्ड मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्हें जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.

मुद्दों को लटकाना कांग्रेस की पुरानी आदत- पूनियां
सीएम गहलोत के गढ़ में गरजते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल आम बात हो गई है. कांग्रेस की सरकार ने बेरोजगारों और युवाओं के साथ खिलवाड़ किया है. कांग्रेस राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है. प्रदेश क्राइम कैपिटल बन चुका है. मुद्दों को लटकाना कांग्रेस की पुरानी आदत रही है.

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‘गहलोत हताशा में, कांग्रेस की दुर्गति के होंगे जिम्मेदार’
सीएम गहलोत को टारगेट करते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘सीएम गहलोत को भी 2023 में पता चलेगा, उनको गलत फहमी में नहीं रहना चाहिए. पिछली बार सत्ता पूरी कर गए तो 21 उम्मीदवार ही जीत पाए थे. इस बार तो उससे भी ज्यादा खतरनाक स्थिति है’. पूनियां ने कहा कि, ‘हर खिलाड़ी को अपने प्रदर्शन का पता रहता है, गहलोत उसी के चलते हताशा के दौर से गुजर रहे हैं. कांग्रेस की जो दुर्गति होने वाली है वह आलाकमान ने सोची नहीं होगी, इसके लिए जिम्मेदार अशोक गहलोत होंगे’.

‘कर्जमाफी के लिए दिए राहुल के फॉर्मूला को तो श्रीकृष्ण भी नहीं कर सकते पूरा’
सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कोरोना गहलोत जी के लिए आपदा में अवसर बनकर आया है. सबसे पहले प्रतिबंध वही लगाते हैं. राजस्थान में धारणा बन गई है कि एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस आएगी. कांग्रेस की सरकार बनने से पहले राहुल गांधी ने किसानों को पागल बनाने के लिए कर्ज माफी का ऐसा फॉर्मूला दिया कि भगवान कृष्ण भी उसे पूरा नहीं कर सकते. राहुल गांधी ने कहा कि एक से 10 तक गिनती गिनो और कर्जा माफ. ऐसा तो जादूगर भी नहीं कर सकता. गंगानगर में कर्ज माफी नहीं होने से परेशान किसान ने लाइव वीडियो में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लेकर आत्महत्या की’.

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भाजपा सड़क पर उतर जताएगी विरोध
गहलोत सरकार के आर-पार के मूड में दिख रही भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि ‘हल्ला बोल’ आंदोलन का दूसरा फेज नवंबर में शुरू होगा. सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन होगा. 15 दिसंबर को जयपुर में गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ी रैली करने का फैसला किया गया है. दिसंबर की रैली में बीजेपी ने 2 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जुटाने का दावा किया है.

खेत में कटवाया बाजरा, किसानों से की चाय पर चर्चा
ओसियां में धरना-प्रदर्शन के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां अचानक खेत में किसानों के बीच पहुंचे और उनके साथ बाजरे की फसल निकालने में हाथ बंटाया. खेत में किसानों द्वारा बाजरे की फसल निकाली जा रही थी, तो वे काफिला रुकवाकर किसानों के बीच खेत में पहुंचे और किसानों के साथ बाजरा निकालने के कार्य में जुट गए, साथ ही काफी देर तक कृषि कार्य निपटाने में मशगूल रहे. बाजरे की फसल निकालने में किसानों के साथ हाथ बंटाने के बाद पूनियां ने उनके साथ खेत में बैठकर ही चाय पर चर्चा की. आपको याद दिला दें कि कुछ दिन पहले मैडम राजे भी जोधपुर दौरे के दौरान एक भील परिवार के झौंपड़े में गई थी और राबड़ी का स्वाद चखा था.

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